Page 33 - NIS Hindi 01-15,April 2023
P. 33

आवरण कथा बजट वेबबनार




              उपलब््धध्यां जो बिी आधार                                 अमल की ्यात्ा…...



                                        2021-22 मेें अब िक का
           नया भारि अब नए               सबसे ज्यादा एर्डीआई   n आज का भारि नई क्षमेिाओं के सा्थ आगे बढ़ रहा है और जो
        सामे्थ्य्च से आगे बढ़ रहा       देश मेें आया।           ्लोग भारि के कवत्तीय जगि मेें काय्चरि हैं, उनकी कजम्मेेदारी भी
          है जो बैंककंग व्यवस््था                               बढ़ गई है।
          8-10 सा्ल पह्ले डूबने                              n वोक्ल र्ॉर ्लोक्ल और आत्मेकनभ्चरिा का कवजन, एक राष्रिीय
         की कगार पर ्थी, अब             भारि के बैंककंग         कजम्मेेदारी है। इससे घरे्लू उत्पादन बढ़ने के सा्थ-सा्थ कनया्चि मेें
            ्लाभ मेें आ गई है।                                  ररकॉड्ड वृकधि हो रही है।
                                        कसस््टमे मेें आई मेजबूिी
                                        का ्लाभ ज्यादा से    n कनया्चि बढ़ रहा है याकन भारि के क्लए बाहर ज्यादा से ज्यादा सांभावनाए  ां
                                        ज्यादा आकखरी छोर        बन रही ह। ऐसे मेें, हर कोई ये कजम्मेदारी ्ले सकिा है कक वो स््थानीय
                                                                       ैं
                                                                                        े
           कवत्तीय समेावेशन से          िक पहयुांर्े, इस कदशा मेें   कारीगरों को बढ़ावा देगा, वो उद्मे को प्ोत्साकहि करेगा।
              यु
             जड़ी सरकार की              कामे जारी है।        n अ्लग-अ्लग समेूह, सगठन, र्ैंबर ऑर् कॉमेस्च, कजिने भी
                                                                                ां
         नीकियों ने करोड़ों ्लोगों                              व्यापार, उद्ोग जगि के सगठन हैं वे कमे्लजयु्ल कर बहयुि सारे
                                                                                  ां
         को औपर्ाररक रूप से                                     कदमे उठा सकिे हैं।
          कवत्तीय िांत्र का कहस्सा                           n भारि मेें ही क्षमेिा कनमेा्चण कर देश का पैसा बर्ाया जा सकिा है। उच्च
                बना कदया है।            कबना बैंक गारां्टी के
                                                                                                      ैं
                                                                                                           े
                                                                        े
                                        20 ्लाख करोड़ रुपये     कशक्षा, खाद् ि्ल आकद मेें हजारों करोड़ रुपये बाहर जा रहे ह। इस क्षत्र
                                                                                   ै
                                        से ज्यादा का मेयुद्रा   मेें आत्मेकनभ्चर बन कर उन पसों को बर्ाने पर कामे होना र्ाकहए।
                                        ्लोन कदया गया। यह
                                                                                        ्च
          पीएमे स्वकनकध योजना           नौजवानों के सपने पूरे   n अ्लग-अ्लग भौगोक्लक क्षेत्रों, आक्थक क्षेत्रों की प्गकि के क्लए कनजी
          के मेाध्यमे से 40 ्लाख        करने मेें सा्थ्चक रहा।  क्षेत्र को ज्यादा से ज्यादा सहयोग करना होगा। देश के कनजी सेट््टर
                  से ज्यादा                                     को उसी िरह अपना कनवेश बढ़ाना र्ाकहए, कजस िरह सरकार
         रेहड़ी-प्टरी वा्लों और                                 करिी है िाकक देश को उससे अकधकिमे र्ायदा कमे्ल सके।
           छो्टटे दकानदारों को                               n जीएस्टी से, आय कर और कॉरपोरे्ट ्टट्स मेें कमेी से भारि मेें
                यु
                                                                                           ै
            पह्ली बार बकों से                                   कर बहयुि कमे हआ है। नागररक पर कर बोझ कमे हो रहा है
                    ैं
                                                                           यु
                मेदद कमे्ली।                                    ्लेककन कु्ल कर राजस्व ्लगािार बढ़ रहा है।
                                                                 ै
                                                             n ्टट्स बेस मेें बढ़ोिरी इस बाि का प्मेाण है कक ्लोगों को
                                                                                             ै
                                                                सरकार पर भरोसा है। वो मेानिे हैं कक जो ्टट्स वो दे रहे हैं, उसे
                                                                साव्चजकनक र्ीजों के क्लए ही खर््च ककया जा रहा है।
                                                                              ै
                                                             n भारि के पास ऐसे ्ट्ल्ट, इफ्ास्रिट्र्र और इनोवे्टस्च हैं जो हमेारे
                                                                                  ां
                                                                               ें
                                                                    ें
                       सकल कर राजस्व                            र्ाइनकशय्ल कसस््टमे को ्टॉप पर पहयुांर्ा सकिे हैं। उद्ोग 4.0 के
                                                                इस दौर मेें भारि आज कजस िरह के प््ले्टर्ॉमे्च कवककसि कर रहा
                                                                है वो पूरी दयुकनया के क्लए मेॉड्ल बन रहा है।
                         ` 11 लाख     ` 33 लाख
                                                                                                         यु
                                                                                            े
                                                                                        के
                            करोड़        करोड़                 n जेमे (GeM) यानी गवन्चमेें्ट ई मेाक्ट प््लस ने भारि के दूर-सदूर
                                                                             यु
                            2013-14     2023-24                 मेें रहने वा्ले छो्टटे दकानदारों को भी सरकार को सीधे अपना
                                                                सामेान बेर्ने का सामे्थ्य्च कदया है।
                                                             n भारि कजस िरह कडकज्ट्ल करेंसी मेें आगे बढ़ रहा है, वो भी
                                                                अभूिपूव्च है। आजादी के 75वें वर्ष्च मेें कडकज्ट्ल िरीके से 75 हजार
                 व््यब्क््तग्त आ्यकर ररटि्ष फाइल                करोड़ रिाांजैट्शन ये बिािा है कक यूपीआई का कवस्िार ककिना
                                                                व्यापक हो र्युका है।
                                                             n अ्थ्चव्यवस््था को मेजबूिी देने के क्लए छो्टी से छो्टी खरीद पर भी
                          3 करोड़      6 करोड़                    कब्ल ्लेना र्ाकहए और ्लोगों को इसके क्लए जागरूक होना होगा।
                           2013-14     2020-21






                                                                                     न््ययू इंनि्या समाचार   1-15 अप्रैल 2023  31
   28   29   30   31   32   33   34   35   36   37   38