Page 35 - NIS Hindi 01-15,April 2023
P. 35

आवरण कथा बजट वेबबनार



                                                                       अमल की ्यात्ा…...



                                                          n  देश की आधी आबादी के सामे्थ्य्च से हमे देश को कसे आगे ्ले जाए।
                                                                                                  रै
                                                                                                             ां
                                                                                        ां
                                                             नारी शक्ट्ि के सामे्थ्य्च को कसे बढ़ाए, इसका प्किकबांब इस बज्ट मेें
                                                                                  रै
                                                             भी नजर आिा है, कजसे सबके सहयोग से आगे बढ़ाया जा रहा है।
                                                          n सहकाररिा क्षेत्र मेें भी मेकह्लाओं की बड़ी भूकमेका रही है। आने
                                                                                                        टे
                                                             वा्ले वर्षवो मेें 2 ्लाख से ज्यादा मेल््टी-पप्चस कोऑपरेक्टव, डयरी
                                                             कोऑपरेक्टव और कर्शरीज कोऑपरेक्टव बनाये जाने हैं।

                                                                                    े
           उपलब््धध्यां जो बिी आधार                       n  1 करोड़ ककसानों को प्ाकृकिक खिी से जोड़ने का ्लक्षय रखा गया है।
                                                                                         ू
                                                             इसमेें मेकह्ला ककसानों और उत्पादक समेहों की बड़ी भकमेका हो सकिी
                                                                                                  ू
                                           ां
        n भारि के सामेाकजक जीवन मेें बहयुि बड़ा क्ाकिकारी    है। इसमेें स्व-सहायिा समेूह की मेकह्लाओं को अवसर कमे्लेगा।
                    यु
           पररवि्चन हआ है। कपछ्ले कुछ वर्षषों मेें भारि ने कजस   n मेकह्लाओं को जनजािीय क्षेत्रों मेें उगाए जाने वा्ले श्ी अन्न का
           प्कार मेकह्ला सशट्िीकरण के क्लए कामे ककया है,     पारपररक अनभव हैं। श्ी अन्न की मेाकक्टंग से ्लेकर इनसे बने
                                                                        यु
                                                               ां
                                                                                           के
           आज उसके पररणामे नजर आने ्लगे हैं।                 प्सस्कृि भोजन से जयुड़टे अवसरों को बढ़ाना होगा।
                                                               ां
        n भारि मेें परुर्षों की ियु्लना मेें मेकह्लाओं की सख्या बढ़   n बाक्लकाओं के कौश्ल कवकास मेें पीएमे कवश्वकमेा्च योजना एक
                                            ां
                   यु
           रही है।                                           बड़टे कब्ज का कामे करेगी।
        n कपछ्ले करीब 9 वर्षषों मेें उच्च कवद्ा्लय या उसके आगे   n आजादी के बाद नागा्लैंड मेें पह्ली बार अभी कुछ कदन पह्ले ही
           की कक्षा मेें पढ़ाई करने वा्ली ्लड़ककयों की सख्या   दो मेकह्लाए कवधायक बनी हैं। उनमेें से एक को मेांत्री भी बनाया गया
                                             ां
                                                                     ां
           िीन गना बढ़ी है।
                यु
                                                             है। मेकह्लाओं का सम्मेान और समेानिा का भाव बढ़ाकर ही भारि
        n भारि मेें कवज्ञान-िकनीक, इजीकनयररांग और गकणि       िेजी से आगे बढ़ सकिा है।
                                ां
                              ां
           के क्षेत्रों मेें ्लड़ककयों का पजीकरण आज 43 प्किशि
                                                                                        यु
                                                                     ां
                              ृ
           िक पहयुांर् र्युका है जो समेधि और कवककसि देश   n जब बेक्टया सेना मेें जाकर देश की सरक्षा करिी कदखाई देिी हैं,
                                                                े
           अमेेररका, यूनाइ्टटेड ककंगडमे, जमे्चनी के मेयुकाब्ले   रार््ल उड़ािी कदखिी हैं िो उनसे जयुड़ी सोर् भी बद्लिी है। जब
                                                                   ां
                                                                                      े
                                                                                                  े
           सबसे अकधक है।                                     मेकह्लाए उद्मेी बनिीं हैं, र्रैस्ले ्लिी हैं, जोकखमे ्लिी हैं िो उनसे
                                                              यु
                                                             जड़ी सोर् भी बद्लिी है।
        n मेयुद्रा ्लोन के ्लाभाक्थ्चयों मेें करीब 70 प्किशि ्लाभा्थजी
           देश की मेकह्लाए हैं।                           n सभी कहिधारक मेकह्लाओं-बहनों-बेक्टयों के सामेने आने वा्ली हर
                       ां
                                                                                  ां
                                                             रुकाव्ट को दूर करने के सकल्प के सा्थ आगे बढ़ें।
        n आज देश मेें पाांर् मेें से एक नॉन-र्ॉमे्च कबजनेस
                 ां
           मेकह्लाए सभा्ल रहीं हैं। बीिे 9 वर्षषों मेें साि करोड़ से
                   ां
           ज्यादा मेकह्लाए स्व-सहायिा समेूह मेें शाकमे्ल होकर
                       ां
           अ्लग-अ्लग क्षेत्रों मेें कामे कर रहीं हैं।
                                                                                                     े
                                                                                                           ै
                                                           हम सबकी बल्कि प्त्क व्यधति की यह जजम्दारी ह कक
                                                                                े
        n 9 वर्षषों मेें इन स्व-सहायिा समेूह ने सवा 6 ्लाख करोड़   इस प्गकत को तेज गकत प्दान की जाए। इसललए आज मैं
           रुपये का ्लोन क्लया है।                          आप सबसे अपने पहरर्ार, आस-पड़ोस अथर्ा काय्वस्ल
        n भारि मेें बीिे वर्षषों मेें पीएमे आवास योजना के जो   में एक बदलार् लाने क ललए स्वयं को समकपपित करने का
                                                                                े
                                              ां
           3 करोड़ से अकधक घर बने हैं उनमेें से अकधकाश      आग्रह करना चाहती हू। ऐसा कोई िी बदलार् जो ककसी
                                                                                ं
           मेकह्लाओं के ही नामे हैं।                       बच्ची क चेहरे पर मुकिान कबखेरे, ऐसा बदलार् जो उसक
                                                                  े
                                                                                                             े
                                                                                    े
                                                           ललए जीर्न में आगे बढ़ने क अर्सरों में र्कृद्धि करे। आपसे
                           GEM पोट्डल और e-्कॉमसदू भी          मेरा ये अनुरोध, हृदय की गहराइयों से लनकला ह। ै
                           मदहलाओं ्के व्यवसाय ्को दवस्तार
                           िेने ्का बड़ा माध्यम बन रहे हैं।                -  द्रौपिी मुमु्ण, राष्ट्पति
                                                                                     न््ययू इंनि्या समाचार   1-15 अप्रैल 2023 33
   30   31   32   33   34   35   36   37   38   39   40