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राष्टट्  अमृत म्हेोत्सव





                                                             स्टवाधलीनता संग्ाम में ककूद गर्े। नवनचत्र नािार्ण शमाया िादली के काम
                                                             से जलीवन भि जड़े िहे औि कृपलानली के सहर्ोगली बन कि गांधली
                                                                         ु
                                                             आश्रम कली स्टथापना में अपना महत्तवपणया र्ोगदान नदर्ा। वे देश
                                                                                          ू
                                                             में िादली आश्रम स्टथानपत किने वालों में एक प्रमि व्र्ष्क्त थे।
                                                                                                  ु
                                                             इसके बाद वे जलीवनपर्यंत स्टवतंत्रता संग्ाम औि िादली ग्ाम उद्ोग
                                                             के प्रचाि-प्रसाि के नलए कार्या किते िहे।
                                                               सन 1930 से 1942 तक वह महात्मा गांधली के नेतृत्व में चलाए
                                                             जा िहे आंदोलनों में ननिंति भाग लेते िहे औि अनेक बाि नगिफ्ताि
                 नवनचित्र िारा्यण शमा्ष                      हुए। देश को आजादली नमलने के बाद उन्होंने मेि्ठ को अपना कमयाक्त्र
                                                                                                            े
          आजािी के आंिोलिों में नल्या                        बनार्ा औि सामानजक क्त्र में काम किने का ननणयार् नलर्ा। इसके
                                                                               े
                                                             बाद नवनचत्र नािार्ण शमाया सन 1952, 1957 औि 1962 में उत्ि
            भाग और कई बार गए जेल                             प्रदेश नवधानसभा के नलए ननवायानचत होकि मुख्र्मंत्रली गोनवंद वल्लभ


                                    ु
                जन्म :10 मेई, 1898, मृत््य : 31 मेई, 1998    पंत औि िॉ. संपूणायानंद के मंनत्रमंिल के सदस्टर् िहे। वह जलीवनभि
                                                             महात्मा गांधली के आदशथों पि चलते िहे औि िचनात्मक सामानजक
                  ं
             तिािि िाज्र् के नटहिली गढ़वाल के नटंगिली गांव के मूल   कार्थों में लगे िहे। वषया 1993 में उन्हें जमनालाल बजाज पुिस्टकाि
         उ ननवासली नवनचत्र नािार्ण शमाया का जन्म 10 मई, 1898 को   से सम्माननत नकर्ा गर्ा। उनके जलीवन कली एक अन्र् उल्लेिनलीर्
        देहिादून के नवादा गांव में हुआ था। वह बचपन से हली देशभष्क्त कली   नवशेषता र्ह थली नक उन्होंने आजादली के बाद स्टवाधलीनता सेनानली पेंशन
        भावना से ओत-प्रोत थे। हाईस्टककूल कली पिलीक्ा देहिादून से उत्लीणया   को गांधली आश्रम को समनपयात कि नदर्ा। वह महज पूवया नवधार्क कली
        किने के बाद उन्होंने स्ातक कली नशक्ा बनािस से ग्हण कली।   पेंशन से अपना जलीवन-र्ापन किते िहे। देश के प्रमुि गांधलीवादली
        हालानक, इस बलीच वह देश भि में चल िहे आजादली के आंदोलन कली   नेताओं में एक िहे नवनचत्र नािार्ण शमाया को उनके सहर्ोगली ‘नवनचत्र
            ं
        ओि आकनषयात हुए। ऐसे में महात्मा गांधली के असहर्ोग आंदोलन   भाई’ के नाम से पुकािते थे। जन्म कली शताब्दली पूणया किने के बाद 31
        से  प्रभानवत  होकि  वह  आचार्या  जे.  बली.  कृपलानली  के  नेतृत्व  में   मई, 1998 को मेि्ठ में हली उनका ननधन हो गर्ा।




          वर््ष 1950-51 से अब तक

          प्रमुख बंिरगाहों में ्याता्यात                                                              672.68
          प्रबंधिि में 35 गुिा वृनधि                         प्रमेुख बंिरगाहों पर यातायात प्रबं्धन  570.09
                                                                    (वमेवियन टन)

          भाित में 7,500 नकमली लंबली तटििा, जहाजों के चलने र्ोग्र्
                                 े
          14,500 नक.मली. संभानवत जलमागया औि प्रमुि अंतििाष्ट्रलीर्
          समुद्ली व्र्ापाि मागथों पि सामरिक न्ठकाने हैं। मात्रा के नहसाब
                                                                                          281.13
          से भाित का लगभग 95 प्रनतशत व्र्ापाि औि मूल्र् के
          नहसाब से 65 प्रनतशत बंदिगाहों विािा सुगम समुद्ली परिवहन                    151.67
          के माध्र्म से नकर्ा जाता है। देश कली बढ़तली व्र्ापाि संबंधली           80.27
          आव्चर्कताएं पूिली किने के क्रम में बंदिगाहों के बुननर्ादली   19.38  33.12  55.58
          ढांचा नवकास औि क्मता नवस्टताि पि ज्र्ादा ध्र्ान कनद्त   1950-51  1960-61  1970-71  1980-81  1990-91  2000-01  2010-11  2020-21
                                              ें
          नकर्ा गर्ा है। इसली प्रर्ास का परिणाम है नक बलीते कु्छ वषथों   n  पत्तन पररचालन कुशलता िें   n  कि उत्सेज्यन वाले सेिाधानों के
          में बड़े बंदिगाहों से हिनलंग कली क्मता तेजली से बढ़ली है। साथ   सेुधार, िौजूदा ्बंदरगाहों की क्िता िें   िद्नजर सेरकार की पहल के महस्सेे
                         ैं
                                                                                         े
          हली वषया 1950-51 से अब तक प्रमुि बंदिगाहों में र्ातार्ात   मवस्तार, नये ्बंदरगाहों के मवकासे के   के रूप िें 2030 तक म्बजली के िािले
                                                              मलए 2015 िें सेागरिाला पररयोजना
                                                                                       िें सेभी प्िुख ्बंदरगाहों को पूरी तरह
          प्रबंधन में 35 गुना हुई वृनद्ध…...                  का शुभारंभ मकया गया।     आत्िमनभ्यर ्बना मदया जाएगा।


                                                                                     न््ययू इंडि्या समाचार   1-15 मई 2023  47
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