Page 4 - NIS - Hindi 01-15 September,2023
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िंपादक की कलम िे...





                             अमृि िाल में कवीिकसि भारि



                                 िा संिल््प हो और सि्लि




         वंदे मातरम्।                                        खवश्व मंगल की कामना से आगे बढ़ र्हा ्है। आज खवश्व
         खकसी भी राष्टट्र की यात्ा में एक समय ऐसा आता ्है जब   भर में भारत के प्रखत एक नई आशा, नया खवश्वास पैदा ्हुआ

         उसके काययों का प्रभाव सखदयों तक र्हता ्है। भारत का   ्है। अमृत काल के इस कालिंड में भारत की खदशा ्तया
         77वां  स्वाधीनता  खदवस  खवकास  की  इसी  यात्ा  की   ्हहोगी और भारत का खतरंगा खवकखसत भारत का खतरंगा कैसे
         शुरुआत बनकर उभरा ्है। प्रधानमंत्ी नरेंद्र महोदी ने लाल   बनेगा और इसके खलए प्रधानमंत्ी महोदी ने लाल खकले की
         खकले की प्राचीर से लगातार 10वीं बार खतरंगा फ्हराया   प्राचीर से जहो संदेश खदए ्हैं, य्ही ्हमारी इस बार की आवरण
         तहो  राष्टट्र  के  खलए  उनका  संबहोधन  केवल  एक  स्वतंत्ता   कथा बनी ्है।
                                                                                                   ं
         खदवस  समारहो्ह  तक  सीखमत  न्हीं  था,  बल्ल्क  उनके  मन   व्यल््ततत्व की कड़ी में लांस नायक करम खस्ह की प्रेरक
         में  कतदूव्य  भाव  से  प्रेररत  ्हहोकर  ‘नए  भारत’  के  खनमादूण   गाथा, स्वतंत्ता खदवस की प्दवदू संध्या पर राष्टट्रपखत द्रौपदी
         की दृढ़ इच््छाशल््तत भी थी। आजादी के खलए स्वाधीनता   मुमुदू का राष्टट्र के नाम संबहोधन, पीएम मत्स्य संपदा यहोजना
         सेनाखनयों  ने  खजस  तर्ह  अपने  जीवन  कहो  िपा  कर   के 3 वषदू, इंखडया पहोस्ट पेमेंट बैंक के 5 वषदू के अवसर पर

         क्ांखत  की  अलि  जगाई  थी,  उसी  तर्ह  भव्य  भारत  के   खवशेष सामग्ी इस अंक में शाखमल ्है। साथ ्ही, राज्यों कहो
         खनमादूण की नींव आज 140 करहोड़ भारतीयों का केवल       प्रधानमंत्ी की ओर से खवकास की सौगातें, 5 खसतंबर कहो
         सपना  न्हीं,  संकल्प  बन  गया  ्है।  केंद्र  सरकार  सवदूजन     खशषिक खदवस पर खवशेष सामग्ी, जी-20 से जुड़े कायदूक्म,
         ख्हताय-सवदूजन सुिाय के खलए समखपदूत ्है। आज भारतीयों   स्टडी इन इंखडया पहोट्टल का शुभारंभ, अमृत भारत स्टेशन
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         के मन में और दखनया के मन में भारत कहो लेकर कहोई     यहोजना  के  त्हत  508  रेलवे  स्टेशनों  के  पुनखवदूकास  का
         खकंतु-परंतु न्हीं ्है।                              खशलान्यास, मध्य प्रदेश के सागर में संत रखवदास के स्मारक

            आज भारत का सबसे बड़ा सामर्यदू बना ्है खवश्वास।    का खशलान्यास, 9वें राष्टट्रीय ्हथकरघा खदवस पर प्रधानमंत्ी
         भारत की संभावनाएं खवश्वास की नई बुलंखदयों कहो पार   नरेंद्र महोदी का संबहोधन भी इस बार के अंक में समाख्हत ्है।
         कर र्ही ्हैं। युवा, नारी शल््तत, खकसान, खप्छड़े, वंखचत सभी   आप अपना सुझाव ्हमें भेजते र्हें।
         कहो साथ लेकर भारत ने खवकास की नई पटकथा खलिी
         ्है। भारत की प्रगखत आज दुखनया कहो भी खवल्स्मत कर र्ही
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         ्है। भारत का मजबत लहोकतंत्, मजबत नेतृत्व, मजबत
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         इच््छाशल््तत  ्ही  अगले  25  वषदू  के  खलए  खवकखसत  भारत
         का मंत् ्है। राष्टट्र प्रथम की चेतना से ओत प्रहोत नया भारत           (राजेश मल््हहोत्ा)







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                       https://newindiasamachar.pib.gov.in/news.aspx
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