Page 7 - NIS - Hindi 01-15 September,2023
P. 7
समेाचार-सार
मािवता की िेवा: अंगोदाि बढ़ा
अंगोदाताओं की िसवधा भी बढ़ी
ु
ें
ष्ट् कली सकािात्मक पहल से समाज म जागरूकता बढ़ िहली
िा है। इसका परिणाम है नक वषया 2013 में जहां 5 हजाि लोगों
े
ने अंगदान नकर्ा था, वहीं अब प्रत्र्क वषया 15 हजाि से अनधक लोग
अंगदान कि िहे ह। कद् सिकाि ने अंगदान को बढ़ाने के नलए कई
ें
ैं
कदम उ्ठाए ह। अंगदाताओं कली छुट् टली कली अवनध 30 नदन से बढ़ाकि
ैं
60 नदन कि दली गई है औि 65 वषया कली आर्ु सलीमा भली हटा दली गई
ें
है। अंगदान कली प्रनक्र्ा को भली कद् सिकाि ने अनधक सुव्र्वक्स्थत
ु
नकर्ा है। इतना हली नहीं, नवदेश म नकसली व्र्क््तत कली मृत्र् होने पि अक््टटूबर, 2024 तक
ें
पानथयाव शिलीि को वापस लाने कली प्रनक्र्ा को सहज औि तलीव्र किन े
ें
के नलए ई-केर्ि पोट्डल (ई-्तललीर्िस ऑि आफ्टिलाइि िलीमेन्स) 1000 शहर बिगोे 3-स््टार
ें
ें
ं
ं
कली शुरुआत कली गई है। कद्लीर् स्वास््थ्र् मत्रली िॉ. मनसुख मािनवर्ा कचरामुक्त शहर
ें
ैं
कद् कली इस पहल पि कहते ह नक नकसली दूसिे व्र्क््तत को जलीवन दान
से बड़ली मानवता कली सेवा नहीं हो सकतली।
मेहात्मेा गांधी ने स्िच्छता को आजादी
सडसज्टल स्वास््थ्य िसवधाओं के ि्पने के िाथ जोड़ा था। आज इतने
ु
दशक बाद एक बार वफर स्िच्छता
िे आिाि हुआ इलाज आंदोलन ने देश को नए भारत के ि्पने
ए क क््तलक पि मिलीज कली स्वास््थ्र् संबंधली सभली जानकािली कली के िाथ जोड़ा है। यह हमेारी आदतें
बदलने का अवभयान भी बनता जा
ें
बात हो र्ा टेक्ोलॉजली के माध्र्म से प्राथनमक स्वास््थ्र् कद्
ै
म ब्ठ कि नजले के नवशेषज् िॉ्तटि से इलाज किाना। हि मामले म ें रहा है और हमेें नहीं भूलना चावहए वक
ें
स्िच्छता एक कायणिक्मे है।
टेक्ोलॉजली ने मिलीजों के इलाज को न नसि्क आसान बक्ल्क सस्ता औि
ं
सुगम भली बनार्ा है। कद्लीर् स्वास््थ्र् मत्रली िॉ. मनसुख मािनवर्ा न े
ं
ें
ं
ट्वलीट कि जानकािली दली नक गि-संचािली िोगों के िाष्ट्लीर् कार्याक्म के प्र धानमत्रली निेंद् मोदली के इन्हीं शब्दों को आग े
ै
तहत एनसलीिली पोट्डल के माध्र्म से पांच किोड़ से अनधक आर्ुष्मान बढ़ाने वाले स्वच्छ भाित नमशन (अबयान) 2.0
भाित हेल्थ अकाउट (एबलीएचए) बनाए गए ह। प्रधानमत्रली मोदली कली शुरुआत 1 अ्तटटूबि 2021 को 5 वषया में सभली शहिों
ं
ैं
िं
ु
ने इस पि कहा, ‘बहुत अच्छली जानकािली! देशभि के हमािे गिलीब को कचिा म्तत शहि बनाने कली परिकल्पना के साथ
ं
भाई-बहनों को बेहति स्वास््थ्र् सनवधाएं नमले, र्े हमािली प्राथनमकता कली गई है। अब आवासन एवं शहिली कार्या मत्रालर् न े
ु
े
है। र्ह अत्र्त संतोष कली बात है नक निनजटल हो िहली इन सनवधाओं अ्तटटूबि 2024 तक 1000 शहिों को 3 स्टाि िनटिंग
ु
ं
ु
ु
से किोड़ों लोगों तक इनका भिपि लाभ पहंच िहा है।’ देश भि के वाले कचिा म्तत शहि बनाने का लक्षर् िखा है। इस
ू
लोगों का निनजटल हेल्थ आईिली बनाने के उद्ेश्र् से पलीएम मोदली नमशन में कचिे को स्ोत से अलग किने, घि-घि स े
ु
ने 27 नसतंबि 2021 को आर्ुष्मान भाित निनजटल हेल्थ नमशन कचिा एकत्र किने औि लैंिनिल में सिनक्त ननपटान
कली शुरुआत कली थली। इसके तहत 31 जनविली 2023 तक कुल 31 सनहत कचिे का वैज्ाननक प्रबंधन किना शानमल है।
ं
ैं
किोड़ से अनधक स्वास््थ्र् खाते खोले जा चुके ह। र्ह 14 अकों कली इसके नलए मत्रालर् ने थि्ड पाटवी ऑनिट औि स्वच्छता
ं
ै
ििम तर्ाि संख्र्ा है जो निनजटल हेल्थकेर्ि इकोनसस्टम से जुड़े सववेक्ण के माध्र्म से नगि पानलका ्ठोस कचिा
ैं
ु
व्र्क््तत के मनिकल रिकॉि्ड को सुननक्श्चत किता है। प्रबंधन आकलन किने के नलए “कचिा म्तत शहि”
े
- स्टाि िेनटिंग प्रोटोकॉल शुरू नकर्ा है। n
न््ययू इंडि्या समाचार 1-15 डसतंबर 2023 5