Page 43 - NIS - Hindi 01-15 September,2023
P. 43

राष्ट्र  पीएमे मेत्स्य संपदा योजना िे 3 िर् ्म





         योजिा के तहत 2024-2025 में पूरे होंगोे ये बड़े लक्षय

           मछलरी उत्पादन 2018-2019 के 13.75 कमकल्यन मरीकट्रक टन से
        n
          बढ़ाकर 2024-2025 में 22 कमकल्यन मरीकट्रक टन करना।     आजादी के बाद इस षिेत् पर खजतना खनवेश ्हुआ,
           मछलरी उत्पादकता प्रकत हे्तट़े्यर 3 टन से बढ़ाकर 5 टन करना।  उससे कई गुना ज्यादा खनवेश प्रधानमंत्ी मत्स्य संपदा
        n
           मछलरी का कन्या्यत 2024-2025 तक 1 लाख करोड़ रुप्ये करना।  यहोजना में खकया जा र्हा ्है। साथ में नीली क्ांखत
        n
           मछलरी उत्पादन के बाद होने ्वाले नुकसान को 20-25% से घटाकर
        n                                                      यहोजना चला र्हे ्हैं। इन््हीं प्रयासों का नतीजा ्है खक
          10% पर सरीकमत करना।                                   देश में म्छली उत्पादन के सारे ररकाड्ट टूट गए ्हैं।
           प्रकत व््यक््तत मछलरी करी खपत 5 ककलो से बढ़ाकर 12 ककलो करना।
        n
                                                                           - नरेंद्र महोदी, प्रधानमंत्ी



                                                              पीएमएमएिवाई िे जीवि और आजीसवका की िुरक्ा


                                                             n  34 राज््यों ्व केंद्र शाकसत प्रदेशों को ्योजना में कक्या ग्या है शाकमल।
                                                             n  मछुआरों को लरीन सरीजन में माकसक 1,500 रुप्ये करी सहा्यता
                                                                अकधकतम 3 महरीने दरी जातरी है।
                                                             n  क्वत्त ्वर्ष्य 2022-23 में 6.77 लाख मछुआरा परर्वार को आजरीक्वका
                                                                और पोर्षण संबंधरी सहा्यता दरी गई।
                                                             n  मत्स््य पालक ककसानों को पहलरी बार ककसान क्ेकडट काड्ट कदए
                                                                जा रहे हैं। अभरी तक कररीब 88 हजार ककसान काड्ट जाररी और
                                                                1,060 करोड़ का लोन मंजूर।
                                                             n  मछुआरों का 5 लाख रुप्ये का समूह बरीमा क्वरेज, दो साल में
                 देश में इस तरह बढ़ा मत््थय उत््पादन             27.51 लाख मछुआरों का कक्या ग्या बरीमा।
          20



          15               8.67 एमएमटरी                          कवत्त वर् 2023-24 में पीएमएमएसवाई
                                                                         थ्य
                    5.66 एमएमटरी        का मत्स््य उत्पादन       रुपये क व्यय क साथ शरू किने की
          10                       16.25 एमएमटरी  कपछले 9 ्वर्षषों में भारत   की एक उप-योजना भी 6,000 किोड़
                                                                                 े
                                                                                          तु
                                                                         े
           5                            कररीब 7.58 कमकल्यन       घोर््णा की गई ही। इस उप-योजना का
                                                                                  ै
                                        मरीकट्रक टन बढ़ा है।
                                                                              ृ
                                                                    े
                                                                 उद्श्य जलककर् प्र्णाली से संबंतिि
           0                                                     जोष्खमों को दूि किने में मदद किना ही।
                                                                                                         ै
                 2000-01  2011-12  2021-22
         प्र      धानमंत्रली मत्स्र् संपदा र्ोजना (पलीएमएमएसवाई)   मछलली पालन शुरू नकर्ा नजससे उनका आनथयाक आधाि मजबूत

                                                             हो िहा है। पंजाब में 50% झींगा पालन नसिसा में हली हो िहा है।
                  ने कनायाटक के चेतन िाज, पंजाब कली सुनमत्रा, उत्ति
                  प्रदेश में िामपुि के िघुवलीि नसंह र्ा नहमाचल प्रदेश में   तेलंगाना औि पक्श्चम बंगाल, नसिसा से सिेद झींगा खिलीदकि
        सोलन नजले के अमृत लाल सनहत देशभि के लाखों जलकृनष औि   वहां से चलीन ननर्ायात कि िहे हैं। इन मछलली उत्पादकों में अनधकति
        मछलली पालन से जुड़े नकसानों कली आनथयाक क्स्थनत को मजबूतली   मनहलाएं हैं। र्ह र्ोजना मछलली पालकों को आत्मननभयाि बनाने में
                                                                                               ें
        देने का काम नकर्ा है। नसिसा के नकसानों ने बंजि भूनम पि झींगा   महत्वपूणया भूनमका ननभा िहली है। प्रधानमंत्रली निद् मोदली ने नसिसा के




                                                                                    न््ययू इंडि्या समाचार   1-15 डसतंबर 2023  41
   38   39   40   41   42   43   44   45   46   47   48