Page 44 - NIS - Hindi 01-15 September,2023
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राष्ट्र पीएमे मेत्स्य संपदा योजना िे 3 िर् ्म
पीएमएमएिवाई में क्या-क्या हुआ
14,687 6.77 लाख मछुआरा परर्वार को भाििीय जल में उपलधि मिीन कफश
मछलरी पकड़ने पर प्रकतबंध करी स्ॉक का 2022 का अध्ययन बिािा ही ै
हे्तट़े्यर अ्वकध में सहा्यता। कक 135 कफश स्ॉक में से 91% से अतिक
अंतदरेशरी्य तालाब
ै
क्षेत् में जल कृकर्ष। 5,000 ्वाहन करी व््य्वस्र्ा मछलरी की उपलधििा बनी हुई ही।
6,241 ढुलाई के कलए करी गई।
र्ुटकर मछलरी 5,475 मछलरी ्पकड़ने िालरी
माककेट ्व कक्योस्क नाि बदलरी गई।
करी शुरुआत।
1,945 सजा्वटरी मछलरी पालन
468 इकाइ्यां शुरू।
गहरे समुद्र में मछलरी 429 को्कड स्टोरेज।
पकड़ने ्वाले जहाज
को मंजूररी, खररीद शुरू। 68 लाख रोजगार सृजन करी
16 पररक्कपना 2024-25 तक। से जुड़े जहाजों का बलीमा औि सजावटली मछलली पालन औि समुद्ली
लाख अनुमाकनत
लाभार्थी प्रत््यक्ष ्व 14,683 करोड़ रु. के प्र्थताि 2 खिपतवाि के व्र्वसार् से मनहलाओं का सश्ततलीकिण हो िहा है।
अग्थत 2023 तक मंजूर।
अप्रत््यक्ष रूप से। आजादली के बाद से 2014 तक नसि्क 3,682 किोड़ रुपर्े का
ननवेश इस से्तटि में नकर्ा गर्ा। वहीं 2014 से 2024-2025 तक
पलीएमएमएसवाई, नलीलली क्ांनत र्ोजना औि निसिलीज इंफ्ास्ट््तचिल
ं
नकसानों कली प्रशंसा किने के साथ कहा नक र्ह प्रर्ास जहां पलीएम िेवलपमेंट िि सनहत 30,572 किोड़ रुपर्े बजट प्रावधान के
मत्स्र् संपदा र्ोजना के िार्दे सामने लाता है, वहीं र्ह मनहला साथ इंफ्ास्ट््तचि औि मछलली पालकों कली सहार्ता कि उनकली
सश्ततलीकिण का भली एक प्रतलीक है। आर् बढ़ाने का काम चल िहा है। पलीएमएमएसवाई में नपछले तलीन
नवश्व के सबसे बड़े झींगा उत्पादक औि नवश्व के तलीसिे सबसे वषया में हली 14,655 किोड़ रुपर्े कली परिर्ोजनाओं को मंजूिली दली जा
बड़े मछलली उत्पादक भाित में किलीब 2.8 किोड़ लोग मछलली से्तटि चुकली है नजसके 16 लाख से अनधक लाभाथवी हैं। मछलली उत्पादन
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पि ननभयाि हैं। प्रधानमंत्रली निद् मोदली ने 2014 में जब नेतृत्व संभाला कली प्रभावली वृनद्ध दि 9% से ऊपि चल िहली है।
तभली नकसानों कली आर् दोगुनली किने का संकल्प नलर्ा था। देश में भाित सिकाि ने किलीब 7,522 किोड़ रुपर्े के साथ 2018-19
हरित औि श्वेत क्ांनत के बाद पहलली बाि नलीलली क्ांनत को नकसानों कली में माक्त्स्र्कली एवं जलकृनष इंफ्ास्ट््तचि नवकास नननध बनाई नजसमें
आर् बढ़ाने में शानमल कि 10 नसतंबि 2020 को पलीएमएमएसवाई से किलीब 5,589 किोड़ रुपर्े के इंफ्ास्ट््तचि प्रोजे्तट को मंजूिली
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कली शुरुआत कली गई। इस र्ोजना पि 2024-25 तक 20.50 हजाि दली जा चुकली है। मछलली पालन औि जललीर् कृनष के नलए मौजूद क्त्र
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किोड़ रुपर्े खचया नकए जाएंगे। पलीएमएमएसवाई से मत्स्र् क्त्र में औि नवशाल संभावनाओं से संपन्न व्र्वस्था का हली असि है नक
इंफ्ास्ट््तचि मजबूत हो िहा है। नए अवसि बढ़ने के साथ मुनािे सली-िकूि का जो ननर्ायात 2020-2021 में 1.15 नमनलर्न मलीनट्क
कली संभावना भली बढ़ली है। र्ोजना में नई तकनलीक औि नए तिलीकों टन था वो 2021-2022 में बढ़कि 1.51 नमनलर्न मलीनट्क टन हो
(आि.ए.एस., बार्ोफ्लॉक औि केज कल्चि) से मछलली कली गर्ा है। भाित नवश्व में 112 देशों को सली-िकूि ननर्ायात किता है औि
उत्पादकता लगाताि बढ़ िहली है। र्ोजना में मछलली नकसानों औि नवश्व में सली-िकूि का चौथा सबसे बड़ा ननर्ायातक है। 125 देशों को
कािोबाि से जुड़े लोगों कली सुिक्ा के नलए उनका बलीमा, मछलली उद्योग भाित झींगा मछलली ननर्ायात कि िहा है। n
42 न््ययू इंडि्या समाचार 1-15 डसतंबर 2023