Page 39 - NIS - Hindi 01-15 September,2023
P. 39

ं
        2018 में प्रधानमत्री                                                   आिरण िथा : 77 िां स्ि्तंत्र्ता कदिस समेारोह

        मोदी ने लाल वकले की                            अपने मन में एक लक्ष् ललए,
                                                       अपने मन में एक लक्ष् ललए,
        प्राचीर से इस कविता के                         मूंलजल अपनी प्रत्यक्ष ललए,


        िररए वदया था संदेश…                            अपने मन में एक लक्ष् ललए,                ूं
                                                       मूंलजल अपनी प्रत्यक्ष ललए हम तोड़ रहे है जजीरें,
                                                                        ूं
        भाइयों-बहनों, िेद िे ितणिमेान तक विश्ि की      हम तोड़ रहे हैं जजीरें, हम बदल रहे हैं तस्ीरें,
                                     ैं
        वचर्पुरातन विराित के हमे धनी ह। हमे ्पर        ये नवयुग है, ये नवयुग है,
        इि विराित का आशीिाणिद है। उि विराित            ये नवभारत है, ये नवयुग है,
        की जो हमेारे आत्मेविश्िाि की बदरौलत है।        ये नवभारत है।
        उिको ले कर हमे भविष्य मेें और आगे बढ़ना         “खुद ललखेंगे अपनी तकदीर, हम बदल रहे हैं तस्ीर,
                                           ्फ
        चाहते है। मेेरे प्यारे देशिावियों, हमे विफ
                                           े
                                        ैं
        भविष्य देखने तक रहना नहीं चाहते ह, लवकन        खुद ललखेंगे अपनी तकदीर, ये नवयुग है, नवभारत है,
                                                                                                     े
                                    ु
        भविष्य के उि वशखर ्पर भी ्पहंचना चाहते ह।      हम क्नकल पड़े हैं, हम क्नकल पड़े हैं प्रण करक,
                                               ैं
        भविष्य के वशखर का ि्पना लेकर हमे चलना          हम क्नकल पड़े हैं प्रण करक, अपना तनमन अपण करक,
                                                                                े
                                                                                                           े
                                                                                                    थ्य
               ैं
                                               ैं
        चाहते ह और इिवलए मेेरे प्यारे देशिावियों मे    अपना तनमन अपथ्यण करक, लजद है, लजद है, लजद है,
                                                                                 े
        आ्पको एक नई आशा एक नया उमेंग, एक               एक सूयथ्य उगाना है, लजद है एक सूयथ्य उगाना है,
        नया विश्िाि देश उिी िे चलता है देश उिी िे      अबर से ऊचा जाना है, अबर से ऊचा जाना है,
                                                                                          ूं
                                                         ूं
                                                                 ूं
                                                                                 ूं
                                      े
        बदलता है और इिवलए मेेरे प्यारे दशिावियों...
                                                       एक भारत नया बनाना है, एक भारत नया बनाना है।।”
                                                      और इसललए मैं फिर कहता हूूं-
                                                      यही समय है, यही समय है...
                                                      सही समय है, भारत का अनमोल समय है!
                                                      यही समय है, सही समय है! भारत का अनमोल समय है!
                                                          ूं
                                                      असख्य भुजाओूं की शक्ति है,
        2021 के स्ितंत्रता वदिस                       असख्य भुजाओूं की शक्ति है, हर तरि दश की भक्ति है!
                                                          ूं
                                                                                           े
                                                      असख्य भुजाओूं की शक्ति है, हर तरि दश की भक्ति है…
                                                          ूं
                                                                                           े
                                         ं
        के भाषि में प्रधानमत्री                       तुम उठो ततरूंगा लहरा दो, तुम उठो ततरूंगा लहरा दो,
        मोदी ने कहैा था                               भारत क भाग्य को िहरा दो, भारत क भाग्य को िहरा दो!
                                                                                         े
                                                             े
                                                      यही समय है, सही समय है! भारत का अनमोल समय है!
        21िीं िदी मेें, भारत के ि्पनों और आकाक्षाओं   क ु छ ऐसा नहीं...
                                           ं
        को ्पूरा करने िे कोई भी बाधा अब हमेें रोक नहीं
        िकती। हमेारी ताकत हमेारी जीि्टता है, हमेारी   क ु छ ऐसा नहीं, जो कर न सको,
        ताकत हमेारी एकज्टता है, हमेारी प्रा्णशस््तत राष्ट्र   क ु छ ऐसा नहीं, जो पा न सको,
                        ु
        प्रथमे - िदि प्रथमे की भािना है। ये िमेय ह    तुम उठ जाओ... तुम उठ जाओ, तुम जुट जाओ,
                  ै
                                              ै
        िाझा स्िप्न देखने का, ये िमेय है िाझा िंकल््प   सामर्थथ्य को अपने पहचानो... सामर्थथ्य को अपने पहचानो,
        करने का, ये िमेय है िाझा प्रयत्न करने का... और   कतव्य को अपने सब जानो... कतव्य को अपने सब जानो!
                                                                                      थ्य
                                                         थ्य
                                          ें
        यही िमेय है हमे विजय की ओर बढ़ चल।             यही समय है, सही समय है! भारत का अनमोल समय है!”

                                                                                    न््ययू इंडि्या समाचार   1-15 डसतंबर 2023  37
   34   35   36   37   38   39   40   41   42   43   44