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बाबासाहेब आंबेिकर के मान-सममान में सरकार ने उठाए कदम
आंबेिकर की 125वीं जयंती वषमा
n ग्राम सवराज असभयान
पर 26 नवंबर 2015 को संसवधान समाज के सभली क्ेत्रों के समयुनचत नवकास के बाबासाहेब के
सदवस के तौर पर मनाना शुरू सकया। दृस््टकोण को धरान में रखते हए केंद्र सरकार कली ओर से 14
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n संसद के दोनों सदनों में 125वीं अप्रैल से 5 मई 2018 तक ग्ाम ट्वराज अनभरान का पहला
जयंती और संसवधान सदवस के संदभमा चरण और 1 जून से 15 अगट्त तक दूसरा चरण चलारा गरा।
में सवसतृत पररचचामा आयोसजत हुई।
n सबका साथ, सबका इसमें 7 फलैगिशप िोजनाएं शािमल
n आंबेिकर के सममान में 125वीं गांव और सबका प्रधानमंत्रली उज्वला रोजना सौभागर
जयंती वषमा में 125 रु. और 10 रु. का सवकास नाम से शुरू n n
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समारक ससकका जारी सकया गया। इस असभयान का उद्शय n उजाला रोजना प्रधानमंत्रली जन धन रोजना
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n प्रधानमंत्रली जलीवन जरोनत बलीमा रोजना प्रधान-
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आंबेिकर जयंती 14 अप्रैल को हर सामासजक समरसता को
n मंत्रली सरक्ा बलीमा रोजना नमशन इंद्रधनष
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साल सामासजक समरसता सदवस के बढ़ावा देना रिा गया।
तौर पर मनाना शुरू सकया गया। 21 हजार से जयादा अनभरान को दूसरे चरण में 116 आकांक्ली नजलों में
n संयुकत राष्ट्र मुखयालय में पहली बार गांवों में केंद्र सरकार के भली लागू नकरा गरा। इसमें 7 फलैगनशप रोजनाओं के
14 अप्रैल 2016 को बाबासाहेब की प्रसतसनसधयों को भेजना अलावा नशक्ा, ट्वाट््थर, पोषण, कौशल नवकास और
जयंती मनाई गई। सुसनसशचत सकया गया। कृनष के तहत अनर 5 प्राथनमकताओं को भली जोड़ा गरा।
बाबासाहेब के n सिसजटिल लेनदेन को बढ़ावा देने के सलए केंद्र सरकार की ओर से शुरू
सममान में ‘भीम’ सकए गए सवशेष एप को बाबासाहेब के सममान में ‘भीम’ नाम सदया गया।
कर ऐसा भवर ट्वरूप नदरा है नक आज कली पलीढ़ली उनसे प्रेरणा ले सके। ट्तर पर नवकनसत करने कली बात हो रा लंदन में नशक्ा के दौरान नजस
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बाबा साहेब से जड़े ट्थलों को शद्ा भाव और संकलप शस्कत के साथ मकान में बाबासाहेब रहे उसे नशक्ा भूनम के तौर पर नवकनसत करने
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आगे बढ़ाते हए केंद्र सरकार ने बलीते छह साल में इस तरह पूरा नकरा रा नदललली में बाबा साहेब के महापररननवायाण ट्थल और 15 जनपथ पर
है नजसकली कलपना पहले नहीं कली गई थली। प्रधानमंत्रली मोदली कहते भली ट्मारक, केंद्र सरकार ने अपने ट्तर और संबंनधत राजर सरकार के
हैं, “बाबासाहेब को शारद नकसली सरकार ने इतना मान-सममान और साथ नमलकर पंचतलीथया का नवकास नकरा है:
शद्ांजनल नहीं दली होगली जो इस सरकार ने दली है। उनहोंने जो राट्ते हमें बाब साहेब आंबेडकर ने समाज के कमजोर वगथों के नलए अपना
नदखाए हैं नजसमें बंधता है, उस बंधता को छोड़कर हम कभली आगे नहीं जलीवन समनपयात कर देश और समाज को संदेश नदरा नक जब हम रा्रि
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बढ़ सकते।” चाहे आंबेडकर कली जनमट्थलली महू जाने का अवसर हो नन्ठा और समाज नन्ठा से काम करेंगे, तो हमारली नदशा हमेशा सहली नसद्
रा महारा्रि में इनदू नमल कली जमलीन खरलीद कर चैतर भूनम पर ट्मारक होगली। रहली वजह है नक इतने सालों बाद भली बाबासाहेब आंबेडकर सबकली
के नवकास करने कली पहल, नागपर में दलीक्ाट्थल को अंतररा्रिलीर प्ररणा बने हयुए हैं।
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8 न्यू इंडिया समाचार