Page 29 - NIS Hindi November 1-15
P. 29

सामाहजक सशकतीकरण में एआई अहम


                                  दे
             सामाकजि पररवत्थन, समावशन और सशकतीिरण िे क्ए
           n
                                  दे
             एआई िे क्गगजों िा अपन तरह िा पह्ा सममदे्न रा।
                दे
                              दे
             5 स 9 अक्टटूबर ति मगा वचु्थअ् सकम्ट िे जररए 44 सत्ों िा
           n
             आ्यलोजन रा।
                                                  दे
              ्यह भारत िलो एि िा्टा संचाक्त समाज बनान में म्् िरगा
                                                           दे
           n
             जलो सामाकजि भ्ाई िे क्ए एआई िा ्ाभ उठाता है।
             ग्लोब् एआई कवशदेरज् नागररिों िलो सशकत बनान में एआई
                                                     दे
           n
                                                       दे
             िी भूकमिा, इंफ्ासट्रकचर कविास में उसिे महतव जैस कवर्यों
             पर चचा्थ हुई।
                             दे
                                                        दे
            इस सकम्ट में भाग ्देन िे क्ए 136 ्देशों िे 47 हजार स अकधि
           n
             कहतधारिों न पंजीिरण िरा्या रा।
                       दे
                           एआई सहमट पर प्रधानमंत्ी के संबोधन के अहम हबंदु
                        यु
             एआई ने कृनर, रवा पलीढ़ली के नलए शहरली ढांचे के ननमायाण व आपदा   अटल इनोवेशन नमशन के जररए देश में इनोवेशन को बढ़ावा
           n                                                 n
                               ू
                           यु
                      े
             प्रबंधन के क्षत्र में प्रमख भनमका ननभाई ह।        नदरा जा रहा हरै। देश में एआई के इट्तमाल से समट्राओं के
                                                                                          े
                                         रै
                                  रै
                          यु
             भारत में हमने अनभव नकरा ह नक प्रौद्ोनगकली पारदनशयाता और   समाधान पर जोर नदरा जाता हरै।
           n
                         यु
                                  रै
             सेवा नवतरण में सधार करतली ह।                    n  हाल हली में देश में राष्रिलीर नशक्षा नलीनत अपनाई गई। इसमें एआई
                                                                              े
           n  हमारली  रचनातमकता  व  बयुनद्  मशलीन  के  ऊपर  हमारली  श्ेष्िता   और तकनलीक के इट्तमाल से नशक्षण व प्रनशक्षण पर फोकस
                                   े
             सानबत करतली ह। एआई के इट्तमाल से हम अपनली क्षमता और   नकरा गरा हरै।
                        रै
                                                                                                         रै
             कैसे बढ़ा सकते हैं। इस पर फोकस नकरा जाना चानहए।   n  एआई का इट्तमाल गरलीबों तक मदद पहंचाने में नकरा जा रहा ह।
                                                                        े
                                                                                         यु
                                                                      रै
                                                                                             े
                      े
                                                   यु
                                 यु
           n  एआई के इट्तमाल से जलवार पररवतयान कली समट्रा को सलझारा   कोरोना जसली महामारली के समर भली इसके इट्तमाल से हम गरलीबों
                                                                        यु
                                                                                   यु
             जा सकता ह। इसके इट्तमाल से भारा कली बाधा दूर कर ज्ान   तक मदद पहंचाने में सफल हए।
                               े
                      रै
                                                                                                     रै
             साझा करने का माधरम बनारा जाना चानहए।            n  इनतहास के हर चरण में भारत ने नशक्षा का नेतृतव नकरा ह। आज
                े
                                       रै
           n  प्रतरक बच्े कली अपनली प्रनतभा होतली ह। माता-नपता व नशक्षक   भारत नवशव में आईटली सेवा उद्ोग का भली नेतृतव कर रहा हरै।
                                                                                             े
             उनकली  ननगरानली  और  मागयादशयान  करके  उनहें  सहली  नदशा  में   n  भनवष्र का नवकास और प्रगनत एआई के इट्तमाल से सामानजक
             प्रोतसाहन दे सकते हैं।                            सशकतलीकरण को बढ़ावा देने के साथ जड़ा हरै।
                                                                                          यु
                               ं
                                े
                                                                             या
           कया है आस्टिसिसशयल इ्सलजेंि: सरलतम शबदों में कहें तो   केंद्र सरकार ने वर 2018-19 के बजट में आनट्टनफनशरल
                                                                             े
                                                                                            या
                                    रै
           आनट्टनफनशरल इंटेनलजेंस का अथया ह एक मशलीन में सोचने-समझन  े  इंटेनलजेंस के इट्तमाल पर वरापक कारनलीनत बनाने कली
                                                                    े
                                                    यु
           और ननणयार लेने कली क्षमता का नवकास करना। आंकड़ों के मतानबक   नजममदारली नलीनत आरोग को दली थली। इसके बाद नलीनत आरोग
                                                                          ू
                                                                                 या
             या
           वर 2025 तक आनट्टनफनशरल इंटेनलजेंस का वरैस्शवक बाजार करलीब 9   ने एक सात सत्रलीर कारनलीनत जारली कली। नलीनत आरोग के
                                                                                                   ं
                                                                                                   यु
                                                                   यु
           लाख करोड़ रुपरे का होगा। ट्टेनटट्टा के अनसार भारत में अभली केवल   अनसार केंद्र सरकार इसका लाभ हर एक तक पहचाने के
                                          यु
                                                                           रै
           152 कंपननरां एआई पर काम कर रहली हैं।                 नलए प्रनतबद् ह।
        देशों के 47 हजार से अनधक लोगों ने नहट्सा नलरा। आनट्टनफनशरल   के नलए समनपयात नकरा जाएगा। सामानजक नजममेदारली और एआई
        इंटेनलजेंस कली महत्ता पर पर प्रधानमंत्रली ने कहा नक एआई पर   के बलीच नवलर से मानवलीर संपक्फ मजबूत होगा। कृनत्रम बयुनद्मत्ता
                 या
        राष्रिलीर कारक्रम का उपरोग सामानजक समट्राओं के समाधान   मानवलीर बौनद्क शस्कत के नलए सममान कली बात ह।
                                                                                                  रै
                                                                                             न्यू इंडिया समाचार  27
   24   25   26   27   28   29   30   31   32   33   34