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देश       सवचछ गंगा का लक्य



       गं      गा नदली का न नसर् सांट्कृनतक और आधरास्तमक              अभी तक यह काम हुए...
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               महतव ह बस्लक देश कली 50% आबादली गंगा नदली के
                              रै
               नकनारों पर बसतली ह, उस पर ननभयार ह। 2014 में   िीवेज ट्ी्में्   इसके तहत पांच राजरों उत्तराखंड, उत्तर
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                                                                               प्रदेश, नबहार, झारखंड और पस्शचम बंगाल
        नरूरॉक्फ के मरैनडसन ट्कवारर गाड्टन में प्रधानमंत्रली नरेंद्र मोदली   में 63 सलीवेज मनेजमेंट नसट्टम बनाए जाने हैं। रहां 12 परररोजनाएं
                                                                         रै
        ने कहा था, “अगर हम इसे साफ करने में सक्षम हो गए तो    शरू हो गई हैं। 44 ट्थानों पर जल कली गणवत्ता कली ननरनमत जांच
                                                                यु
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        रह देश कली आधली आबादली के नलए एक बड़ली मदद सानबत       के नलए मॉननटररंग ट्टेशन बनाए गए हैं।
        होगली। अतः गंगा कली सफाई एक आनथयाक एजेंडा भली ह”। गंगा
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        कली ननमयाल और अनवरल धारा के नलए जलाई 2014 में शरू      ररवर फ्ं्       28 ररवर फ्ट डेवलपमेंट प्रोजेक्टस पर काम
                                                                                         रै
        “नमानम गंगे” नमशन में  आज 30 हजार करोड़ रुपए से                         नकरा जा रहा ह। 182 घाटों के साथ 118
                                                                                   यु
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        अनधक कली परररोजनाएं रा ताे पूरली हो चकली हैं रा नफर उन पर   शमशान घाटों के ननमायाण, आधननकलीकरण और नवलीनलीकरण के नलए
                                                                        यु
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        काम चल रहा ह।                                         33 प्रोजेकट शरू नकए गए हैं।
        योजनाएं बनी, बज् रखे गए, िाि नहीं हुई गंगा          ितह की ििाई        गंगा नदली और उसके घाटों पर गंदगली को
        1986 में ततकाललीन प्रधानमंत्रली राजलीव गांधली ने 462 करोड़              साफ करने और इस कचरे के ननपटारे के
                                                                                   यु
        रुपए कली लागत वाले ‘गंगा एकशन पलान’ को मंजूरली दली थली,   नलए 11 जगहों पर प्रोजेकट शरू नकए गए हैं।
        नजसका मखर उद्शर नदली का प्रदूरण रोकना और इसके पानली                     गंगा नदली में मछलली और डॉस्लफन संरक्षण
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        कली गणवत्ता को बेहतर बनाना था। लेनकन गंगा साफ नहीं हो   जैव सवसवधता िंरक्ण  कारक्रम शरू नकरा गरा ह। जललीर जलीवों
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                                                                                   या
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        सकली। इसके बाद फरवरली 2009 में गंगा को राष्रिलीर नदली का   के संरक्षण के नलए देहरादून, नरोरा, प्ररागराज, वाराणसली और
                                                                रै
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                                                                   यु
        दजाया देकर  नफर इसकली शरुआत कली। इसली साल अगट्त में   बरकपर में 5 जव नवनवधता केंद्रों कली ट्थापना कली गई ह। रै
        राष्रिलीर गंगा नदली बेनसन प्रानधकरण का गिन नकरा गरा। इन                इस रोजना के अंतगयात गंगा नदली के नकनारे
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        सभली अनभरानों का उद्शर गंगा में नमलने वाले गंदे पानली को   जंगल का सवसतार  2300 करोड़ कली लागत से पौधरोपण का
        रोकना था। इसके नलए गंगा में नमलने वाले नालों का पानली   कारक्रम चलारा जा रहा ह। मछनलरों पर शोध केंद्र और परायावरण
                                                                                 रै
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        सलीवेज रिलीटमेंट के बाद गंगा में छोड़ा जाना था। लेनकन तमाम   नशक्षा संट्थान कली शरूआत भली कली गई ह। रै
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        प्ररासों के बावजूद गंगा कली हालत जस कली तस हली रहली।
        तब शुरू हुआ “नमासम गंगे” समशन                      उद्ोगों की सनगरानी  प्रदूरण फैलाने वाले उद्ोगों कली ननगरानली करके
                                                                                                 या
                                                                               110 उद्ोगों के नखलाफ कारवाई भली कली गई।
        इसके बाद 10 जलाई 2014 को 'नमानम गंगे' के नाम से
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        प्रधानमंत्रली नरेंद्र मोदली कली महतवाकांक्षली रोजना कली शरुआत   गंगा ग्ाम  रोजना के तहत आने वाले पांचों राजरों में गंगा
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        हई। मोदली सरकार ने जलाई 2014 के बजट में 2037 करोड़                     नकनारे के 1674 गांवों में 578 करोड़ रुपरे स  े
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                                                                                   रै
        रू. नदए नजसे बाद में बढ़ाकर 20 हजार करोड़ कर नदरा। 18   शौचालर ननमायाण नकरा जा रहा ह। अभली 8.5 लाख से जरादा शौचालर बन
                                                                यु
        साल तक चलने वालली इस नमानम गंगे रोजना कली नजममेदारली   चके हैं। 65 गांवों को मॉडल गांव के रूप में नवकनसत नकरा जा रहा हरै।
                                                    ्पर एक नजर
           शुरुआत                      बज्ट                    5 राज्य शाकम्               सम्य सीमा
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        नमाकम गंग 10 जु्ाई 2014      20 हजार िरलोड रुप्यदे स  दे  उत्तराखंि, उप्र, कबहार,   18 सा् है ि् सम्य
                                                                                                    ु
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        िलो  शुरुआत िी गई।           ज्या्ा है  ि् बज्ट     झारखंि, प. बंगा्             सीमा ्यलोजना पूरी हलोन िी
                                                                                                           दे
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                  िरलोड  सीवज गंगा में िानपुर स वाराणसी िे बीच रलोज कगरता रा, जलो अब बं् हुआ।
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                  ्ी्टर नमाकम गंग कमशन िे तहत गं्दे पानी िलो गंगा में कगरन स रलोिन पर कवशदेर ध्यान।
                                                                                         दे
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