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सपेशि ररपो् तकनीक के रासते नवकास
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भारतीय भोजन की थािी अब पोषक आतमननभ्षर भारत के निए
ततवरों वािी थािी में बदिेगी नवज्ान-समाज-सेतु की पहि …
आतमननभयार भारत के पांच ट्तंभ हैं… अ्यावरवट््ा, इंफाट्रिकचर,
टेक्ोलॉजली आधाररत नसट्टम, जलीवंत जनसमदार और मांग। भारत
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सरकार के वैज्ाननक सलाहकार कारायालर और नवज्ान-प्रौद्योनगकली
नवभाग ने आतमननभयार भारत कली मयुनहम के तहत चार प्रमयुख क्ेत्रों को
सलीधे नवज्ान से जोड़ने कली पहल तेज कर दली है।
संरयुकत राषरि के खाद्य एवं कृनि संगठन कली 75वीं अथिषिव्व्थिा िमी रमीढ़ माने जाने वािे ्े चार से्टर हैं-
वियागांठ पर प्रधानमंत्रली मोदली ने भली इन सेकटर में
इनोवेशन पर जोर नदरा। इस मौके पर उनहोंने वैज्ाननकों
विारा नवकनसत 8 फसलों कली 17 जैव-संवनधयात नकट्में
राषरि को समनपयात कली। फसलों कली रे नकट्में, अनर
खाद्य सामग्ली के सा्, सामानर भारतलीर ्ालली को
पोिक ततवों वालली ्ालली में बदल देंगली। इन नकट्मों
को ट््ानलीर भूनम और नकसानों विारा नवकनसत नकट्मों
का उपरोग करके नवकनसत नकरा गरा है। उचि जट्ता
रयुकत चावल कली नकट्म गारो पवयातलीर क्त्र त्ा गजरात कृनष और उससे सामानजक
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के डांग नजले से संग्नहत कली गई है। जुड़े सेक्र आधारभूत िांचा
रे फसलें आररन, नजंक, कैस्लशरम, प्रोटलीन, लाइनसन,
नरिपटोफैन, नवटानमन ए और सली, एं्ोकारननन, फोनलक एमएसएमई इनसे संबंनधत
एनसड और नलनोनलक एनसड जैसे आवशरक पोिक आनथ्षक क्षेत् क्षेत्
ततवों से भरपूर हैं। इससे नकसानों के नलए अचछली
आमदनली और उद्यनमता नवकास के नए राट्ते खलेंगे। रे इन क्षेत्रों के शोध को बढ़ावा देने और नए नवचाररों
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फसलें पशधन के संतयुनलत फलीड के एक उतकृषट स्ोत
के रूप में भली काम करतली हैं। को िाने के निए ऐसे हो रहा है काम
कोरोना जैसली वस्शवक महामारली के बलीच जब पूरली दयुननरा मयुस्शकल हालात स े
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गजर रहली है। ऐसे में नवज्ान के सा् समाज को जोड़ा जाए तो अ्यावरवट््ा के
लोगों को लनक्त करते हए एक महतवाकांक्ली पोिण अनभरान नवनभन्न क्ेत्रों को तरककली कली नई रफतार दली जा सकतली है।
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शरू नकरा है, नजसका उद्शर शारलीररक नवकास में बाधा,
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कुपोिण, एनलीनमरा और जनम के समर कम वजन जैसली n भारत सरकार के वैज्ाननक सलाहकार कारायालर और नवज्ान-प्रौद्योनगक नवभाग
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समट्रा से ननजात पाना है। कली वनबनार श्खला ‘साइंस-सोसाइटली सेत’ इसली सोच पर आधाररत है। इसका
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कैसे हुई बदिाव की शुरुआत आरोजन नवज्ान और तकनलीकली नवभाग कली सट््ा साइंस फॉर इकवनलटली
एंपावरमेंट एंड डेवलपमेंट(सलीड) के सा् भारत सरकार के वैज्ाननक
बलीते दशकों में कुपोिण के नखलाफ लड़ाई देश में अलग- सलाहकार, नवज्ान प्रसार, नफककली, अननि और डलरडबलरएफ-इनडरा कली
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अलग ट्तर पर हो रहली ्ली और उसका दाररा सलीनमत ्ा। तरफ से नकरा जा रहा है।
जबनक छोटली आरयु में गभयाधारण करना, नशक्ा कली कमली,
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जानकारली का अभाव, शद्ध पानली कली परायापत सयुनवधा न होना, n साइंस-सोसाइटली सेतयु के अंतगयात हफत में 2 वनबनार कारयारिम के सा् 8 हफतों
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ट्वचछता कली कमली, ऐसली अनेक वजहों से अचछे पररणाम कली श्खला का आरोजन नकरा जा रहा है, इसमें नजनह समाधान चानहए और
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नहीं नमल पाते ्े। ऐसे में प्रधानमंत्रली नरेंद्र मोदली ने गजरात नजनको समाधान का राट्ता बताना है, दोनों को वचअल मंच नदरा जा रहा है।
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के मखरमंत्रली के तौर पर नकए गए अनभवों को 2014 से देश n इसमें वैज्ाननक सलाहकार कारायालर कली वैज्ाननक केतकली बापट और नवज्ान
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भर में पहंचाने कली पहल कली। इसके नलए एक समस्नवत और प्रौद्योनगकली नवभाग कली देवनप्ररा दत्ता समनवर का काम कर रहली हैं।
न्यू इंडिया समाचार 27