Page 19 - NIS Hindi October 1-15
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्सपेशल नरपो््ट श्रम संनहता (लेबर कोड)
सामानजक सुरक्ा क्रांनतकारी कदम
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अमलीर से लेकर अनतम ्छोर पर खड़े वरस्कतरचों को ट्वाट्रर और
पेंशि कली सुरक्षा के दाररे में लािा है। अगर इस रूिलीवसयाल सोशल
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नसकरररटली कोड को सरल भाषा में कहा र्ाए तो बड़े उद्योगपनत स े
लेकर कूड़ा बलीििे वाले भली ट्वाट्रर और पेंशि के दाररे में समाि
रुप से आएंगे और गरलीब से गरलीब वरस्कत भली इस मूलभूत सनवधा
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से वनचत िहीं होगा। अभली इसके नलए केंद्र, राजर और ट्थािलीर
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समूचे असंगनठत क्षत्र को भली इस सामानर्क सुरक्षा के दाररे में निकार कली ओर से अलग-अलग रोर्िा चलाई र्ातली है नर्से एक
लािा ऐनतहानसक हली िहीं, क्रांनतकारली कदम के तौर पर भली देखा साथ र्ोड़िे कली सोच है। इसमें िागररकचों कली तलीि कैटेगरली होगली:
र्ा रहा है। एक श्रनमक संगठि का माििा है नक इतिली समग्ता के पहला- उच् वगया र्ो अपिली देखरेख ट्वरं कर सकते हैं। दूसरा-
हमार काम�ार� क
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साथ कभली श्रनमकचों के नहतचों कली नचंता नकसली सरकार िे िहीं कली। इस िौकरली वाले नर्िको रह सनवधा मानलक कली ओर से नमलतली है।
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����� �र ����� म� ���ोधन
ज��न को ��रमा�ू�� �नाना कोड को लेकर श्रम संगठि 2011-12 से मांग कर रहे हैं। लनकि और तलीसरा- निधयाि वगया र्ो ट्वाट्रर और पेंशि कली सनवधा के नलए
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= प��न�ोग� जो प��न संरा��कर� क सा� प��न �ा� कर रहा ह �नक� �� ��� क �ाद प��न
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इस कोड को लेकर तब मंथि तर् हुआ र्ब संघलीर ढांचे में आम कु्छ भली अदा करिे में सक्षम िहीं है। सामानर्क आनथयाक र्िगणिा
संरा��कर� रा�� �हा� कर द� जा�ग�, �जससे ��� �ा� प��न�ो�गय� को इसका �ा� �म�ेगा।
= �म मं�ा�य ने ������� क ��� �प��� पर ����� �ाज दर� को अ��सू��त �कया जो पह�े
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सहमनत से र्लीएसटली लागू हो गरा। पहले रह मािा र्ाता था नक के मुतानबक तलीसरली कैटेगरली वालचों कली संखरा 23 फलीसदली है, नर्िका
����� �ा। इससे कर�� �ह करोड़ �प��� �ाता�ारक� को �ा� होगा।
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= सरकार ने कम��ा�रय� �र �नयो�ा� दोन� क ��� ��स�� अ���नयम क तहत योगदान क� दर
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�धानम��� म यो�� इसका साकार होिा संभव हली िहीं है। अब र्लीएसटली िे इसकली राह खचया सरकार वहि करेगली। पलीएफ और ईएसआईसली का खचया इस
���� से ��ाकर �� कर द�। इसका �ा� ��� करोड़ कम��ा�रय� �र ����� �ा� �नयो�ा� को
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होगा।
आसाि कर दली है और संभाविा बढ़ गई है नक राजर सरकारें भली केंद्र कोड में नवललीि हो र्ाएगा। लनकि पलीएफ निकालिे कली वरवट्था
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मानधन योजना
म कानून
के साथ सहमनत देंगली। प्रधािमत्रली मोदली इसे पं. दलीिदराल उपाधरार र्स कली तस रहेगली। इसके नलए िेशिल बोडटि गनठत होगा और
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= �� से �� ��� क� �य� �ग� क असंग��त ��मक�, �जनक� मा�सक �य ��,��� �पये से कम ह, क े = ��ान मं�� क ��जन क तहत ��त�य रा��य �म �योग क� �स�ा�र�� क अन��प क��य �र रा�
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��� �ै��क �र अ�दाय� प��न योजना, के अंतरोदर के नसधिात के तहत आगे बढ़ा रहे हैं। नर्सका मकसद राजरचों में राजर बोडटि होगा।
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�म कानून� क ���ता को � सं�हता� म� स�����त �कया जा रहा ह। ये �ार �म सं�हता� म�जूदा
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= इस योजना क तहत, अ��ारक को �� ��� क� �य� �ा� करने क �ाद ��त माह �,��� �पये क� क��य �म कानून� क �ासं�गक �ा��ान� क समामे�न, सर��कत, �र तकसंगत �नाने क �ारा ���
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�ूनतम स��न��त प��न �म�ेग�। ��मक� को �� �पये मा�सक ��� ��� क� �य�� योगदान करना मजदर ू �� ���� ��ो�गक सं�ं�� ����� सामा�जक स�र�ा �र क�ा�� �र ���� �ा�सा�यक स�र�ा,
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पड़ता ह �र यह �� क अन�सार �द�ता रहता ह। ै �ा� �र काय� क� ���त पर ��ा�रत ह। �
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= इसक अ�ा�ा, य�द ��मक क� म��� हो जात� ह, तो �ा�ा�� का ज��नसा�� प��न का ���
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पा�र�ा�रक प��न क �प म� �ा� करने का हकदार होगा।
श्रनमक-मानलक में पररवार की राविा अवनध के नलए आहनत देते हैं। उिका कहिा था नक र्ब तक श्रनमक
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चारचों श्रम सनहता (लेबर कोड) में श्रनमकचों और मानलकचों दोिचों के और मानलक के बलीच पररवार रा अपिेपि का भाव पैदा िहीं होता है,
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अनधकारचों कली आवशरकताओं में संतुलि बिाते हुए बहुत से िए प्रावधाि तब तक संतुलि िहीं हो सकता।
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नकए गए हैं। संतुलि को पूरली तरह से प्रधािमत्रली मोदली कली उस सोच के तानक गरीब कािि समझे री, हक री हानसल कर
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अिुरूप नबठारा गरा है नर्सका नर्क्र उनहचोंिे 20 र्ुलाई 2015 को श्रम
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संसद के रुप में आरोनर्त 46वें श्रम सममलि के संबोधि में नकरा था। श्रम सुधारचों कली नदशा में सरकार कली सोच ट्पषट रहली है इसनलए पहल े
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प्रधािमत्रली कली सोच है नक राषरि के निमायाण में श्रनमकचों-नकसािचों-मर्दूरचों कारकाल में हली प्रधािमत्रली िे केंद्रलीर नवत्त मत्रली कली अगुवाई में एक कमेटली
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का अहम रोगदाि होता है। अगर श्रनमक दुखली रहेगा तो देश सुखली िहीं गनठत कली थली तानक समग् सोच के साथ श्रम सुधारचों को अर्ाम नदरा
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हो सकता। उनहचोंिे श्रम को महारज् करार नदरा था, नर्समें श्रनमक कु्छ र्ा सके। उिका मकसद था नक श्रनमकचों के नलए बिाए गए काििचों कली
स्ट्थनत करा है, उसका सहली मारिे में लाभ हो रहा है रा िहीं रा नफर कोई
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ऐसा कािि है र्ो आगे िहीं बढ़िे दे रहा है।
को््ट-कचहरी की लड़ाई में श्रनमकों को कारी िुकसाि निस्शचत तौर से देश को आगे बढ़ािे में सरकार नकस तरह काम करे,
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उिािा पड़ता है। ऐसे में काििों के जाल को सरल बिाया देश को िई आनथयाक ऊचाइरचों पर कैसे ले र्ाए, देश में िौर्वािचों को
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अनधकतम रोर्गार के अवसर कैसे उपलबध कराए, इस नदशा में चार
गया तानक गरीब से गरीब वयबकत ि नसर्फ काििी हक कोड के र्ररए श्रम सुधार ऐनतहानसक पहल है। अंतरोदर के नसधिात
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समझ पाएं, बबलक उसे हानसल री कर पाएं। को सोच बिाकर श्रम सनहता कली समग् पहल से 50 करोड़ श्रनमकचों का
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र्लीवि सुरनक्षत और सेहतमंद हो सकेगा। n
न्यू इंडिया समाचार 17