Page 22 - NIS Hindi October 1-15
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आवरण कथा कृनर क्ेत् में क्रांनत
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हो रहे चुनिंदा नवरोधचों कली नकिारे रखते हुए नकसािचों के र्लीवि में लकसानों से खरलीि कली मात्ा और भरतान में ररकॉि्ट बढोतरली
क्रांनतकारली बदलाव लािे वाले नवधेरक को संसद से पाररत करा
नलरा है। इसके बाद मंडली कली बेनड़रचों में बंधे नकसाि को सहली मात्ा िाख मलीलट्रक टन में
मारिे में आर्ादली नमलली है।
प्रधािमत्रली िे 2016 में हली लाल नकले कली प्राचलीर से एक राषरि-एक
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बार्ार कली नदशा में आगे बढ़िे का एलाि नकरा। उिका कहिा था
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नक सरदार पटेल िे एक भारत-श्रषठ भारत कली कलपिा को साकार
करिे के नलए एकलीकरण का काम नकरा था र्ो आर् हकलीकत बि
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चुका है। लनकि भारत अभली भली एकल बार्ार में पररवनतयात िहीं हो
सका है। केंद्र सरकार िे इस एलाि से पहले हली चरणबधि तरलीके
से काम शुरू कर नदरा था। 14 अप्रल 2016 को हली एक देश-एक
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बार्ार कली नदशा में ई-िाम पलटफॉमया कली वरवट्था साकार रुप ल े
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चुकली थली। लनकि अब देश के नकसािचों को पूरली तरह से मंडली कली
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बनड़रचों से मुकत नदलािे कली नदशा में सरकार िे संसद से दो कािूि
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पास कराकर संकेत दे नदरा है नक कनष अथयावरवट्था को अब उद्योग
कली तरह हली ि नसफ्फ नवकनसत नकरा र्ाएगा बस्लक नकसािचों को
अपिली फसल का मानलक बिारा र्ाएगा। वह अपिली मर्जी से देश
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के नकसली भली नहट्स में फसल बेचकर लाभकारली कलीमत लेगा। अब
तक के कािूिचों के तहत वह एक मंडली-एक लाइसेंस से बंधा हुआ
था और इस बात के नलए मर्बूर होता था नक निधायाररत मंडली में हली
वह अपिली फसल बेचेगा। इसका फारदा नबचौनलरचों को नमलता था
करचोंनक नकसाि र्ब अपिली फसल लेकर मंडली र्ाता था तो उस पर
होिे वाले भाड़ा खचया कली वर्ह से उसे वापस लािे का र्ोनखम िहीं
उठा पाता था और नकसािचों कली इस मर्बूरली का फारदा नबचौनलए ततकाल लागू करिे कली पहल कली।
उठाते थे।
बिा रहेगा नकसािों का अनधकार
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एमएसपी: लागत से डेढ़ गिा कीमत िए कािूिचों को लेकर रह भ्रम फैलारा र्ा रहा है नक नकसािचों कली र्मलीि
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संसद से पाररत हुए काििचों पर लगातार रह भ्रम फैलारा र्ा रहा अब बड़ली कपनिरचों के कबर् में आ र्ाएगली। र्बनक कािि में रह प्रावधाि
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है नक नरूितम समथयाि मूलर को खतम कर नदरा र्ाएगा। र्बनक नकरा गरा है नक नकसािचों से करार करते वकत र्मलीि को लेकर कोई
सच्ाई रह है नक सरकार लगातार नरूितम समथयाि मूलर को बढ़ा नलखा-पढ़ली िहीं होगली। दरअसल सरकार का मकसद देश के 86 फलीसदली
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रहली है। नकसािचों कली आर दोगिली करिा हो रा नफर उसे लागत कली उि नकसािचों को नवशेष लाभ पहंचािा है नर्िकली र्ोत ्छोटली है और उिकली
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डेढ़ गिली कलीमत नदलािा, कनष क्षत्र में आमूल-चूल पररवतयाि कली मालली-हालत भली ऐसली िहीं नक खुद सहली से निवेश कर सके। ऐसे में केंद्र
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पहल करते हुए केंद्र सरकार िे शुरू से हली नरूितम समथयाि मूलर सरकार 10 हर्ार कनष उतपादक संघ (एफपलीओ) को करलीब 7 हर्ार
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बढ़ारा है। नर्सका ितलीर्ा है नक 2009-14 कली सरकार के समर करोड़ रु. कली लागत से मर्बूत कर रहली है। इस संघ के र्ररए हली इि ्छोटे
1670 लाख मलीनरिक टि धाि कली खरलीद हुई थली नर्स पर 2.88 नकसािचों का एक समूह बिाकर बड़ली कपनिरचों से करार नकरा र्ाएगा।
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लाख करोड़ रु. का भुगताि हुआ था। लनकि 2014-19 के बलीच लनकि कषक (सशस्कतकरण व संरक्षण) कलीमत आशवासि और कनष
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1870 लाख मलीनरिक टि कली खरलीद हुई, नर्सके नलए 4.34 लाख सेवा पर करार नवधरक, 2020 में नकसािचों को पूरली तरह से रक्षा कवच
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करोड़ का भुगताि हुआ। इतिा हली िहीं, नरूितम समथयाि मूलर के नदरा गरा है। पहलली बात तो रह नक र्मलीि को लेकर कोई बातचलीत िहीं
निधायारण में एम.एस. ट्वामलीिाथि आरोग कली नर्स ररपोटटि को पवया होगली और रनद नकसाि के खेत पर कोई भली इंफ्ाट्रिकचर बिेगा, उसमें
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कली सरकार िे ठंडे बट्त में डाल नदरा था, उसे मोदली सरकार ि े दोिचों कली सहमनत र्रुरली होगली। लनकि ट्वानमतव नकसाि का हली होगा।
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20 न्यू इंडिया समाचार