Page 34 - NIS Hindi September 2020 16-30
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मि की बात 2.0  15वीं कडी (30 अगसत)








           “लोकल खिलौनों के खलये वोकल होने का


           समय है, खिलौना वो हो खिसकी मौिूदगी


           में बचपन खिले भी, खिलखिलाए भी”



           प्रधानमंत्ी नरेंद्र मोदी ने देश की जनता के साथ ‘मन की बात’ की कडी में बाल मन से ही बच्ों में आतमसनभमारता
           और ्वदेशी का भाव पैदा करने के सलए लोकल सखलौनों से खेलने पर जोर सदया तो पालतू जीव को पालने में
           भी देसी न्ल को बढ़ावा देने का आह्ान सकया। उनके सदल की बात देश को खुद से संबल बनाने की सदशा में
           बडा कदम है। पेश है ‘मन की बात’ के अहम सबंदु:



           …   पवमा और पयामावरण:  देश में हो रहे हर आयोजन में सजस तरह का संयम और सादगी इस बार देखी जा रही है, वो
              अभूतपूवमा है, गणेशोतसव भी कहीं ऑनलाइन मनाया जा रहा है, तो जयादातर जगहों पर इस बार इकोफ्ेंिली गणेश जी
              की प्रसतमा ्थासपत की गई है। हमारे पवमा और पयामावरण के बीच एक गहरा नाता रहा है।

           …   थारु आसदवासी: सबहार के पस्चमी चंपारण में, ससदयों से थारु आसदवासी समाज के लोग '60 घंटिे के बरना' का
              पालन करते हैं। इस दौरान न कोई गांव में आता है, न ही कोई अपने घरों से बाहर सनकलता है। वे लोग मानते हैं सक
              अगर वो बाहर सनकले या कोई बाहर से आया, तो नए पेड-पौधों को नुकसान हो सकता है।

           …   सखलौना हो लोकल: अब सभी के सलये लोकल सखलौनों के सलये वोकल होने का समय है, सखलौना वो हो सजसकी
              मौजूदगी में बचपन सखले भी, सखलसखलाए भी, हम ऐसे सखलौने बनाएं, जो पयामावरण के भी अनुकूल हों। सखलौने
              केवल मन ही नहीं बहलाते, सखलौने मन बनाते भी हैं और मकसद गढ़ते भी हैं।

           …   हर क्ेत् में बनें आतमसनभमार: आज, जब हम देश को आतमसनभमार बनाने का प्रयास कर रहे हैं, तो, हमें, पूरे आतमसव्वास
              के साथ आगे बढ़ना है, हर क्ेत् में देश को आतमसनभमार बनाना है।
           …   पोषण:  पोषण  के  आन्दोलन  में  जन  भागीदारी  भी  बहुत  जरुरी  है,  जन-भागीदारी  ही  इसको  सफल  करती  है,
              सपछले कुछ वषषों में, इस सदशा में, देश में, काफी प्रयास सकए गये हैं, खासकर हमारे गांवों में इसे जन-भागीदारी से
              जन-आन्दोलन बनाया जा रहा है। ससतंबर महीने को पोषण माह के रुप में मनाया जाएगा।
           …   पालतू जीव: सोफी और सवदा, भारतीय सेना के ्वान हैं और उन्हें सेना प्रमुख के प्रशस्त पत् से सममासनत सकया गया
              है। सोफी और सवदा को ये सममान इससलए समला, कयोंसक इन्होंने, अपने देश की रक्ा करते हुए, अपना कतमावय बखूबी
              सनभाया है। जब भी आप कुत्ा पालने की सोचें, जरुर भारतीय न्ल को ही घर लाएं।

           …   सशक्कों का महतव: तेज़ी से बदलते हुए समय और कोरोना के संकटि काल में हमारे सशक्कों के सामने भी समय के
              साथ बदलाव की एक चुनौती लगती है। मुझे खुशी है सक हमारे सशक्कों ने इस चुनौती को न केवल ्वीकार सकया,
              बसलक, उसे अवसर में बदल भी सदया है।

           …   अन्नदाता को नमन: ओणम हमारी ककृसष से जुडा हुआ पवमा है, ये हमारी ग्ामीण अथमावयव्था के सलए भी एक नई
              शुरुआत का समय होता है, सकसानों की शसकत से ही तो हमारा जीवन, हमारा समाज चलता है। कोरोना की इस
              पररस्थसत में भी सकसानों ने अपनी ताकत को सासबत सकया है।


           …   भारतीय एप: भारतीयों का इनोवेशन और समाधान देने की क्मता का लोहा हर कोई मानता है। इस महीने एप इनोवेशन
              चैलेंज रखा गया सजसमें करीब, 7 हजार प्रसवसषटियां आईं। यह बहुत ही शुभ संकेत है।




                                                          ‘ मन की बाि’ पूरी सुनने के िलए QR कोड Scan करें
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          32   न्यू इंडिया समाचार                         Q&feature=emb_logo
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