Page 30 - NIS Hindi September 2020 16-30
P. 30
सकारातमक भारत की कहािी
े
े
कोरोना काल में आत्मबल क सहार सफलिा का मुकाम
आतमसिभ्र भारत की पहल में कई संसथाएं आगे आ रही हैं तो बढई से लेकर
सदवयांगजि तक अपिे सतर पर देश के सलए कु्छ करिे को उठा रहे हैं कदम
खेती-नकसानी की जागरुकता के साथ आ्मिनी
चाय नवक्ताओं को काढ़े का प्रनशक्षण को नवड-19 महामारली के कारण नदहाड़ली मजदूरों कली नौकरली चलली गई तो
े
कुछ लोगों ने समट्रा को अवसर के रुप में नलरा और देश के नलए
अपने ट्तर से कुछ करने कली ठान लली। महाराषरि के
अकोला के रहने वाले नरेश पयुनकर ऐसे हली लोगों
में से हैं। नरेश पेशे से बिई हैं। लॉकडाउन में काम
ठप हयुआ तो नरेश घर पर हली रहने को मजबूर हो
गए। ऐसे में उनहोंने वकत और अपनली ऊजाया का
यु
उपरोग अपने पेशे को रचना्मकता के नरे मकाम
े
मन औद्ोनगक क्त्र ह। अनलॉक के बाद उद्ोग पर पहंचाने में नकरा। नरेश ने पारंपररक कनष में
वै
कृ
यु
यु
द खले तो रहां कोरोना के मामले बिने लगे। काम आने वाले उपकरणों कली प्रनतकनत बनाकर घर पर उसकली प्रदशयानली लगाई।
कृ
वै
यु
ऐसे में दानमनली वमंस फाउंडेशन आगे आरा। बेहतर रहां बच्चों को खेतली और नकसान जलीवन के बारे में बतारा जाता ह। दूरदराज स े
कृ
वै
इमरयुननटली बलीमारली से लड़ने में अहम ह, इसली त्थर के आए लोग इन प्रनतकनतरों को खरलीदने लगे तो रहली अब नरेश कली आजलीनवका
साथ फाउंडेशन ने लोगों को कोरोना से लड़ने में मदद का साधन भली बन गरा।
के नलए आरयुष कािा बनाने का प्रनशक्ण देने का बलीड़ा निवयांगजन िे रहे हैं आत्मननर्भर रारत ्में योगिान
उठारा। शरुआत चार वालों से कली गई, तानक अनधक
यु
यु
ं
से अनधक लोग कारयाट्थल पर भली कािा पली सकें। ्मननभयार भारत कली अपलील में नसफफ़ रवा हली नहीं, नदवरागजन भली
यु
फाउंडेशन कली मनहलाएं तलसली, अदरक, लौंग, कालली आ अपना रोगदान देकर भारत को सशकत बना रहे हैं। इसली कड़ली में
वै
े
ं
नमचया आनद चलीजों से आरयुष कािा बनाना नसखा रहली नहमाचल के नाहन में स्ट्थत- कैफे एबल खास ह। इसका संचालन पांच नदवराग
हैं। इसके साथ लोगों को नमो एप, आरोगर सेत और नौजवान कर रहे हैं। इस कैफे को खोलने में ट्थानलीर प्रशासन और आट्था
यु
वै
आरयुष मंत्रालर कली वेबसाइट के बारे मंे भली जानकारली वेलफेरर सोसाइटली ने खास मदद कली ह।
वै
ं
वै
दली जा रहली ह। फाउंडेशन से प्रनशक्ण लेकर कई चार इसली तरह कांगड़ा के रत गांव कली नदवराग
े
यु
वाले अब लोगों को आरयुष कािा दे रहे हैं। फाउंडेशन सदशयाना देवली भली प्ररणास्ोत बनली हैं। चलीड़ कली
ं
विारा कंपननरों में काम करने वाले लोगों और श्नमकों पनत्तरों से कई उ्पाद बनाने वालली नदवराग
ं
यु
को भली इसका प्रनशक्ण नदरा जा रहा ह। कोरोना काल सदशयाना कहतली हैं नक उनहोंने प्रधानमत्रली मोदली कली ‘वोकल फॉर लोकल’ कली
वै
में देश के लोग कैसे साथ आ रहे हैं, रह इसका एक अपलील के बाद सोचा करों न राखली बनाई जाए। 2007 से चलीड़ कली पनत्तरों स े
यु
ं
बेहतरलीन उदाहरण ह। वै घरेलू सजावट का सामान बना रहीं सदशयाना को 2018 में जब ट्टाट्ड अप इनडरा
से सहरोग नमला तो उनका काम तेजली से आगे बिा और अवाड्ड भली नमले।
28 न्यू इंडिया समाचार