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धम्/संसकृसत   बौद् ससककिट




                  कशीनगर में नए इटरनेशनल एयरपोट से आसान होगा िगवान बुधि से जुड़ शहरनों का सफर
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                                                                                          े
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                                                                लाल नकले की प्राचीर स
                                                                                               े
                                     वैशाली
                 लुसबिी                          पटिा           रगवान बुद्ध का नजक्...
                    ं
           िेपाल         कुशीिगर
      कसपलवसतु                                     िालंदा
                     गोरखपुर
                                            िबहार    राजगीर
     श्ावसती
                    उत्तर प्रदेश
                                                   बोधगया
                                   वाराणसी
       िई सदलली     लखिऊ




        नलए 362 करोड़ रुपरे ट्वलीकत नकए। आईआरसलीटलीसली परटकों
                              कृ
                                                    या
        के नलए पहले से हली नवशेष बौद्ध सनकफ़ट रिेन भली संचानलत कर
        रहली ह। लेनकन सलीधली हवाई सेवा न होने से अभली तक नवदेशों से
             वै
           या
        परटक सलीधे रहां नहीं आ पाते थे। अब कुशलीनगर में अंतरराषरिलीर
        हवाई अड् डा होने से परटकों को आसानली होगली। भगवान बद्ध का
                                                   यु
                          या
        पररननवायाण ट्थल होने से कुशलीनगर का नवशेष मह्व भली ह। वहीं
                                                   वै
                                                   यु
        कुशलीनगर से करलीब 150 नकलोमलीटर कली दूरली पर भगवान बद्ध कली
                        वै
                                             वै
        जनमट्थलली लनबनली ह। कनपलवट्तयु भली नजदलीक ह। भगवान बद्ध
                  यु
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                                                      यु
        ने सारनाथ में अपना पहला उपदेश भली नदरा था, रह कुशलीनगर   पड़ोसली देशों से हमारे बेहतर संबधों में बौद्ध धमया के मह्व
                                  वै
                                           यु
        से 200 नकलोमलीटर के दाररे में ह। भगवान बद्ध कली ज्ानट्थलली   को प्रधानमत्रली नरेंद्र मोदली ने इस ट्वतंत्रता नदवस पर अपन  े
                                                                        ं
        बोधगरा भली अनधक दूरली पर नहीं ह। इसनलए कुशलीनगर बौद्ध   भाषण में भली इनगत नकरा हवै। लालनकले कली प्राचलीर स  े
                                    वै
                                                                           ं
                              वै
        सनकफ़ट का मह्वपूणया ट्थल ह।  इसके अलावा सड़क पररवहन      प्रधानमत्रली ने कहा नक आज पड़ोसली नसफफ़ वो हली नहीं हवै
                                                                      ं
        मंत्रालर गरा-वाराणसली-कुशलीनगर, मागया पर सड़कों के नकनारों   नजनसे हमारली भौगोनलक सलीमाएं नमलतली हैं, बस्लक वे भली
        पर आवशरक सयुनवधाओं को नवकनसत कर रहा ह।                  हैं नजनसे हमारे नदल नमलते हैं, जहां ररशतों में समरसता
                                            वै
          सड़क  पररवहन  और  राजमागया  मंत्रली  नननतन  गडकरली  के   होतली हवै, मेलजोल रहता ह। मयुझे खयुशली हवै बलीते कुछ समर
                                                                                   वै
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        मतानबक भगवान बद्ध के जलीवन से जयुड़ली सभली जगहों को जोड़ने   में भारत ने पड़ोसली देशों से अपने संबंधों को और मजबूत
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        से संबंनधत परररोजना ‘बौद्ध सनकफ़ट' का काम जलद पूरा कर   नकरा ह। पस्शचम एनशरा के देशों से हमारे राजनवैनतक,
                                                                      वै
        नलरा जाएगा। इस परररोजना में करलीब 10,000 करोड़ रुपरे     आनथयाक और मानवलीर संबंधों कली प्रगनत में कई गयुना तेजली
                               वै
        कली लागत आने कली संभावना ह। नबहार बौद्ध सनकफ़ट में बोध गरा,   आई ह... नवशवास अनेक गना बि गरा हवै। इसली प्रकार
                                                                     वै
                                                                                     यु
        नालंदा, राजगलीर, वशालली, कहलगांव और पटना शानमल हैं।     हमारे पवया के आनसरान देश जो हमारे पड़ोसली भली हैं, वो भली
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                                                                      ू
        इसली प्रकार धमयारात्रा सनकफ़ट में नबहार का बोधगरा उत्तर प्रदेश के   हमारे नलए बहत नवशेष मह्व रखते हैं। इनके साथ भारत
                                                                           यु
        सारनाथ, कुशलीनगर और नपपरहवा शानमल हैं। नवट्तृत धमयारात्रा   का हजारों वषया पराना धानमयाक और साट्कनतक संबंध ह।
                                                                                              कृ
                                                                                                        वै
                                                                                           ं
                                                                            यु
        में नबहार के बोधगरा, नवक्मनशला और उत्तर प्रदेश के सारनाथ,   बौद्ध धमया कली परंपराएं हमें उनसे जोड़तली हवै।
        कुशलीनगर, कनपलवट्तयु, संनकसा और नपपरहवा शानमल हैं।
                                                                                             न्यू इंडिया समाचार  31
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