Page 16 - NIS Hindi 2021 November 16-31
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आवरण कथा
मनिला सुरषिा
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किने वालली आतमननभयाि मनहलाओं को वेतन के साथ 26 हफत कली छुट्ली
का कानूनली अनधकाि नदरा है करोंनक जब मनहला को 26 स्ताह कली
छुट्ली नमलतली है तो वो एक प्रकाि से अपने नवजात बचि के अनधकाि कली
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िक्ा कितली है। उस नवजात का अनधकाि है उसकली मां के साथ नजंदगली
नबताने का। इतना हली नहीं, बनटरों कली सयुिक्ा से जयुड़े भली अनेक कानूनली
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कई बगर्ां सबसे कगठन ट्रेगनि कदम बलीते सालों में उ्ठाए गए हैं। देश के 700 से अनधक नजलों में वन
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के बाद कोबरा बरागल्न का ट्टॉप सेंटसया चल िहे हैं, जहां एक हली जगह पि मनहलाओं को मनिकल
सहारता, पयुनलस सयुिक्ा, साइको सोशल काउंसनलंग, कानूनली मदद औि
गहससा बनने जा रही हैं। अट्थारली आश्र नदरा जाता है। मनहलाओं के साथ होने वाले अपिाधों
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कली जलद से जलद सनवाई हो, इसके नलए देशभि में साढ़े छह सौ स े
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जरादा फाट्ट रिक कोट्ट बनाई गई हैं। बलातकाि जैसे जघनर अपिाध के
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नलए मौत कली सजा का प्रावधान भली नकरा गरा है। मनिकल टनमयानेशन
ऑफ प्रगनेंसली एकट में संशोधन किके मनहलाओं को गभयापात से जयुड़ली
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ट्वतंत्रता दली गई है। सयुिनक्त औि कानूनली गभयापात का िाट्ता नमलने स े
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मनहलाओं के जलीवन पि संकट भली कम हआ है औि प्रताड़ना से भली
मयुस्कत नमलली है। बचिों से जयुड़े अपिाधों पि लगाम लगाने के नलए भली
कानूनों को कड़ा नकरा गरा है।
बलीते वषषों में देश ने अलग-अलग वगषों में, अलग-अलग ट्ति
पि हो िहे अनरार को भली दि किने का प्ररास नकरा है। दशकों स े
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मयुस्ट्लम मनहलाएं तलीन तलाक के नखलाफ कानून कली मांग कि िहली थीं।
नरिपल तलाक के नखलाफ कानून बनाकि, मयुस्ट्लम मनहलाओं को नरा
अनधकाि नदरा गरा है। मयुस्ट्लम मनहलाओं को हज के दौिान महिम कली
बाधरता से मयुकत किने का काम भली केंद्र सिकाि कली प्रगनतशलील सोच
का उदाहिर है।
रक्ा क्ेत् में मगहलाओं लैंहगक समानता की नजीर हट्रपल तलाक कानून
की उपलकबध्ां सिकाि नसफ्क शासन किने के नलए नहीं होतली, बस्लक वह उन लाखों
किोड़ों लोगों कली उममलीदों का भली प्रनतनननधतव कितली है, जो अपनली आंखों
•भारिीय नौसेना में मतहला पायलटों में बेहति भनवषर के सपने नलए उससे अपेक्ा िखते हैं। ऐसे में जरूित
को शातमल तकया िया है। होतली है कड़े फैसले किने कली, जो देश के साथ आम जन के बेहति
•युद्ध के तलए िैयार स्क्वॉड्रन में 3 भनवषर कली बननराद बनते हैं। 30 जयुलाई 2019 को भली एक ऐसे हली
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मतहला पायलट शातमल। फैसले कली घड़ली थली, जब तलाक-ए-नबद्त को प्रनतबनधत किने वाल े
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सथायी कमीशन के तलए मतहलाओं कानून को संसद से पारित किारा गरा। उन किोड़ों मयुस्ट्लम मनहलाओं
को राष्ट्ीय रक्ा अकादमी में शातमल को उनका हक नमला नजसकली आस पहलली बाि 1985 में जगली थली, औि
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तकया जाएिा। 1986 में उसने दम भली तोड़ नदरा करोंनक अनतम फैसले कली घड़ली के वकत
प्रनतबद्धता में कहीं कमली िह गई। लनकन इसके 33 साल बाद नमले नए
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कानून के साथ उनह पहलली बाि सममान के साथ जलीने का हक नमला है।
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कहीं न कहीं रह सवाल खड़े किता है नक आनखि मनहलाओं को
सयुिक्ा देने के नलए कानूनली प्रावधान पहले करों नहीं नकए गए? आनखि
ऐसली करा वजह थली नक 1986 में जब सयुप्रलीम कोट्ट ने शाहबानो मामल े
14 न्यू इडिया समाचार | 16-30 नवंबर 2021
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