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आवरण कथा
मनिला सुरषिा
नट्रपल तलाक के अनरशाप से मु्त मनिलाएं
स्मस्याओं का जब स्माधाि होता है, तो स्िािलंबि का राि शाहबानो केस से शा्रा बानो
पैदा होता है। स्माधाि से स्िािलंबि की ओर गनत बढ़ती है
और जब स्माधाि हो, संकलप हो, सा्मरय्भ हो, तब सफलता केस तक ््ा फक्फ है?
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के आड़े कुछ िहीं आ सकता है। प्रधाि्मत्री ्मोदी की यही सोच
उिके दृढ़ फैसलों का आधार है। िे कहते हैं, “ह्म स्मस्याओं शाहबानो केस शारिा बानो केस
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का स्माधाि देखते हैं, तो ्टुकड़ों ्में िहीं सोचिा चानहए। नकसे चनौतली तलीन तलाक के तलाक-ए-नबद्त
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तकलीफें आयेंगी, एक साथ िाहिाही के नलये हाथ लगाकर बाद कम गजािा
छोड़ देिा, यह तरीका देश के सपिों को साकार करिे के भत्ता
का्म िहीं आयेगा। ह्में स्मस्याओं को जड़ों से न्म्टािे की सयुप्रलीम कोट्ट में कब पहंचा केस 1981 2016
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कोनशश करिी होगी।” स्मग् दृक्ष्टकोण से उठाए गए कद्मों कब फैसला आरा 1985 2017
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का ही पररणा्म है नक आज ्मक्स्ल्म ्मनहलाएं नट्पल तलाक के करा फैसला आरा तलीन तलाक में तलीन तलाक
अनरशाप से ्मुकत हैं। जबनक ्मक्स्ल्म ्मनहलाओं के नसर पर भली मनहला गजािे असंवैधाननक
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तीि तलाक की तलिार ल्टकती थी और िे डरी हुई नजंदगी
जीिे को ्मजबूर थीं। ह्मेशा यह डर सताता था नक िे करी भत्ते कली हकदाि
री तीि तलाक की नशकार हो सकती हैं। असुरक्ा का राि शलीषया ट्ति पि भूनमका कानून बनाकि नरा कानून
उिके जीिि को कनठि बिाता था। नट्पल तलाक को स्मापत फैसला पलटा बना हक नदरा
करिे का रास्ता आसाि िहीं था, लेकि ्मोदी सरकार की दृढ़
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इचछाशक्कत के कारण सफलता प्रापत हुई। केंद्ीय गृह ्मत्री
अन्मत शाह कहते हैं, “यनद स्मय के साथ स्माज िहीं बदलता
है तो गंदे तालाब जैसा बि जाता है और स्मय के साथ बदलिे
िाला स्माज नि्म्भल गंगा की तरह पनित्र हो जाता है।”
भाितलीर संसद के इनतहास का वह नदन है नजस नदन 'तलीन तलाक' से प्रभावली माना गरा।
कुप्रथा को खतम किने के नवधेरक को कानून बनारा गरा। देश कली महिला सुरषिा की नई राि
आधली आबादली औि मयुस्ट्लम मनहलाओं के नलए रह नदन संवैधाननक- वहली समाज प्रगनत कि सकता है जो मनहलाओं का सममान किता हो।
मौनलक-लोकतांनत्रक एवं समानता के अनधकािों का नदन बन गरा। मनहलाएं अपने अनधकािों का सहली इट्तमाल कि सके, इसके नलए
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रह नदन भाितलीर लोकतंत्र औि संसदलीर इनतहास के ट्वनरयाम पन्नों उसका नशनक्त होना जरूिली है तानक वे अपना भनवषर खद तर कि
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का नहट्सा िहेगा। एक वकत था जब सयुप्रलीम कोट्ट के फैसले को सके। नशक्ा अपने साथ िोजगाि औि उद्यमशलीलता लेकि आतली है तो
ननषप्रभावली बनाते हए मयुस्ट्लम मनहलाओं को अनधकािों से वंनचत कि िोजगाि औि उद्यमशलीलता अपने साथ लातली हैं- आनथयाक ट्वतंत्रता।
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नदरा गरा। लेनकन प्रधानमंत्रली निेंद्र मोदली के नेतृतव वालली सिकाि ने ऐसे में मनहलाओं कली सयुिक्ा से लेकि ट्वावलंबन बनाने कली नदशा में
'तलीन तलाक' पि सयुप्रलीम कोट्ट के फैसले को प्रभावली बनाने के नलए बलीते कुछ वषषों में केंद्र सिकाि ने कई अहम कदम उ्ठाए हैं नजसस े
कानून बनाने का साहनसक कदम उ्ठारा। सयुप्रलीम कोट्ट ने 18 मई आधली आबादली को अपनली हयुनि नदखाने का सयुिनक्त माहौल नमल
2017 को तलीन तलाक को असंवैधाननक किाि नदरा था। इसके िहा है। लंबे समर से मांग थली नक मनहलाओं के नखलाफ अपिाध
बाद केंद्र सिकाि अधरादेश लेकि आई औि बाद में तमाम नविोधों को संगलीन मानते हए क्ठोि सजा का प्रावधान नकरा जाए। इसके
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के बावजूद जलाई-अगट्त 2019 में संसद से इस कानून को पारित नलए केंद्र सिकाि ने भाितलीर दि सनहता में बदलाव किते हए 12
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किारा गरा औि िाषरिपनत कली मंजूिली के साथ हली रह नसतंबि 2018 साल से कम उम्र कली बनचिरों से बलातकाि पि कानून को सखत
न्यू इडिया समाचार | 16-30 नवंबर 2021 17
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