Page 27 - NIS Hindi 2021 November 16-31
P. 27
अंतरराष्ट्रीय संबंध 18वां भारत-आसियान िम्मेलन
आजादी के 75 वर्ष पर आनस्यान देशों
के साथ नमत्रता पव्ष मनाएगा रारत
गहंद-प्रशांत क्ेत् में भारत हमेशा मु्त, समावेशी और खुली समुद्री व्ापार व्वसथा का गहमा्ती रहा है,
्ही कारण है गक हाल के वषयों में प्रधानमंत्ी नरेंद्र मोदी ने ए्र ईसर पॉगलसी के तहत भारत और आगस्ान
देशों के बीच आपसी संबंधों को हमेशा वरी्ता दी है। भारत-आगस्ान 18वें गशखर सममेलन को
संबोगधत करते हुए उनहोंने इन संबंधों को भारत के गलहाज से बेहद महतवूणजा बता्ा तो 16वें पूवजा एगश्ा
गशखर सममेलन में बहुपक्वाद, गन्म-आधाररत अंतराजाष्ट्री् व्वसथा, अंतराजाष्ट्री् कानून और सभी देशों
की संप्रभुता और क्त्ी् अखंडता के साझा मू््ों के सममान की प्रगतबधिता जताई…
े
ं द-प्रशांत क्त्र में भौगोनलक सामरिक स्ट्थिता का
े
नहलक्र, हाल के वषषों में भाित औि आनसरान देशों
के बलीच सामरिक सहरोग के तमाम आरामों का केंद्र नबंद यु
बन गरा है। एकट ईट्ट पॉनलसली के साथ भाित आनसरान
देशों के साथ अपने संबंधों को लगाताि मजबूत कि िहा
है। 70 किोड़ से अनधक आबादली औि किलीब 250 लाख
किोड़ रुपरे से जरादा कली जलीिलीपली के साथ दनक्र पूवया
एनशरा के 10 सदट्र देशों का संग्ठन आनसरान न केवल गणतंत्र हदवस पर भी भारत ने की थी आहसयान देशों की मेजबानी
या
भाित के नलए महतवूपर है, बस्लक अपनली ट्थापना के आनसयाि यािी एसोनसएशि ऑफ साउथ ईस््ट एनशयि िेशि 10 अह्म
बाद से हली नहंद-प्रशांत क्त्र में भाित के मजबूत िरनलीनतक देशों का एक स्मूह है। 1967 ्में इंडोिनशया, ्मलेनशया, नफलीपींस, नसंगापुर
े
े
औि साझेदाि भली िहा है। वषया 2022 में जब भाित अपनली और थाईलैंड िे इस संगठि की शुरुआत की थी। बाद ्में इसके सदस्य
आजादली के 75 साल पूिे किेगा, भाित-आनसरान संबंधों देशों ्में ब्ुिेई, कंबोनडया, लाओस, मयां्मार और नियतिा्म को शान्मल
के भली 30 वषया पूिे होंगे। आनसरान देशों के साथ 28 नकया गया। कई अह्म पै्मािों पर रारत और आनसयाि की सोच री
े
अकटूबि को आरोनजत नशखि सममेलन में प्रधानमंत्रली एकस्माि है। क्त्र ्में शांनत और सुरक्ा के साथ ही खुली, संतुनलत और
निेंद्र मोदली ने इसे भाित-आनसरान नमत्रता वषया के रूप में स्मािेशी अिधारणा पर री दोिों एक्मत हैं। लुक ईस््ट की िीनत के तहत
रारत िे आनसयाि देशों के साथ अपिे संबंधों को संिारा तो प्रधाि्मत्री
ं
रूप मनाने कली घोषरा कली। अपने संबोधन में प्रधानमंत्रली िरेंद् ्मोदी िे एक्ट ईस््ट की पॉनलसी के साथ आपसी संबंधों को िया
मोदली ने कहा, “इनतहास गवाह है नक भाित औि आनसरान स्िरूप देते हुए 2017 ्में गणतंत्र नदिस परेड के नलए ्मुखय अनतनथ के
के बलीच हजािों साल से जलीवंत संबंध िहे हैं। इनकली झलक रूप ्में सरी आनसयाि देशों को आ्मनत्रत कर इि संबंधों को िया निस्तार
ं
हमािे साझा मूलर, पिमपिाएं, भाषाएं, ग्नथ, वाट्तयुकला, नदया था। इसके साथ ही 2019 ्में इंडो-पैनसनफक ओशनस इनिनशएन्टि की
संट्कृनत, खान-पान, हि जगह पि नदखते हैं। इसलीनलए शुरुआत कर रारत िे इि संबंधों ्में ्मील का िया पतथर रखा। आनसयाि
आनसरान कली एकता भाित कली प्राथनमकता िहली है।” इससे जहां दनक्ण पूि्भ एनशया के 10 देशों का संगठि है तो पूिशी एनशया नशखर
े
एक नदन पहले हली 27 अकटूबि को पूववी एनशरा नशखि सम्मेलि नहंद-प्रशांत क्त्र ्में प्र्मुख िेताओं के िेतृति िाला ्मंच है। इस्में
10 आनसयाि सदस्य देशों के अलािा रारत, चीि, जापाि, दनक्ण कोररया,
यु
सममेलन को संबोनधत किते हए प्रधानमंत्रली निेंद्र मोदली ने ऑस्ट्ेनलया, नयूजीलैंड, संयुकत राजय अ्मेररका और रूस शान्मल हैं। 2005
कहा, “भाित हमेशा से एक ट्वतंत्र, खले औि समावेशली ्में अपिी स्थापिा के बाद से, इसिे पूिशी एनशया के रणिीनतक और रू-
यु
नहंद-प्रशांत क्त्र में आनसरान केंद्रलीरता के नसद्धांत पि राजिीनतक निकास ्में ्महतिपूण्भ रन्मका निराई है। n
े
ू
फोकस किने को विलीरता देता है।”
न्यू इडिया समाचार | 16-30 नवंबर 2021 25
ं

