Page 20 - NIS Hindi 01-15 July 2022
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आिरण करा    कौशल भारि, कुशल भारि




        जब ्ुवावस्ा में प्रधािमंत्री िरेंद्र मोदी



                               यू
        िे महसस की ्ी कौशल की महत्ा






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                                                                                  ैं
        20 साल क कौशल क 20 रुपये ह…
                                                       े
        अब युवाओं के सपने हकीकत में बदल रहे हैं तो उसकी बड़ी वजह   उन जंगलों में भटकते-भटकते, सभी लोगों ने काफी कुछ कोजर्र्
        2014 में सत्ा में आने के समय से ही प्रधानमंत्ी नरेंद्र मोदी की   की, ध्के मारे, सब जकया, लेजकन गाड़ी चली नहीं। जब 7-8 बज
        दूरदर्शी सोच रही है, जजसके जलए उनहोंने पहली बार कौर्ल जवकास   गए तो जकसी एक मैकेजनक को बुला जलया। उसने आकर कुछ
        और उद्यजमता मंत्ालय ही स्ाजपत कर जदया। जकसी भी वयक्त के   इधर-उधर जकया और 2 जमनट में ठीक कर जदया। जफर उसको
        जलए कौर्ल जवकास जकतना महतवपूर्ण है, इसकी जमसाल प्रधानमंत्ी   पूछा, जकतने पैसे तो बोला 20 रुपये। उस जमाने में 20 रुपये की
        कौर्ल जवकास योजना के पांच साल पूरे होने पर आयोजजत वचु्णअल   कीमत बहुत होती ्ी। लेजकन हमारे एक सा्ी ने कहा, अरे यार
        समारोह में प्रधानमंत्ी मोदी के एक अनुभव से भी जमलती है। उनके ही   2 जमनट का काम और तुम 20 रुपये मांग रहे हो। उसका जवाब
        र्बदों में, “कसकल की ्या ताकत होती है, इससे जुड़ा हर जकसी का   मुझे आज भी प्रेररा देता है, मेरे मन में प्रभाव पैदा करता है। उस
        कुछ ना कुछ अनुभव होगा। मुझे भी एक पुरानी घटना याद आती है।   अजर्जक्त मैकेजनक ने कहा, साहब मैं 2 जमनट का 20 रुपये नहीं ले
        जब मैं युवावस्ा में आजदवासी क्ेत् में एक सवयंसेवक (वालंजटयर)   रहा, 20 साल से काम करते-करते जो कौर्ल मेरे में आया है, जो
        के रूप में कुछ संस्ाओं के सा् जमलकर काम करता ्ा। एक बार,   अनुभव जुटाया है, ये 20 रुपया उसका है। मैं समझता हूं, यही होती
        एक संस्ा के लोगों के सा् उनकी जीप में ही कहीं बाहर जाना ्ा।   है कौर्ल की ताकत। कौर्ल आपके काम को ही नहीं, आपकी
        लेजकन सुबह जब जनकलना ्ा, उसी समय जीप सटाट्ट नहीं हुई। अब   प्रजतभा व प्रभाव को प्रेरक बना देती है।”








           आज समर कली मांग है नक कौशल कली महत्ता को बढ़ारा      राष्ट्रीय जरूरि बनिा कौशल विकास
         जाए। कोई भली काम िातों-िात नहीं होता, एक समस्नवत प्ररास   इस वैस्शवक महामािली कली चुनौनतरों ने कौशल कली महत्ता को
         से  हली  सफलता  नमलतली  है।  इसली  नदशा  में  अटल  इनोवेशन   कई गुना बढ़ा नदरा है। अब जबनक भाित अपनली आजादली का
         नमशन  के  नटंकरिंग  लैब  से  छोटे-छोटे  बच्चे  इनोवेशन  कि   अमृत महोतसव मना िहा है औि अमृत रात्रा के रूप में आजादली
         िहे हैं, नए एप बना िहे हैं। अटल इनोवेशन नमशन बच्चों में   के 100 वषया पूिे होने पि ट्वनणयाम भाित के नलए संकस्लपत है।
         इनोवेशन को प्रोतसाहन देने वाला एक आंदोलन बन चुका है।   ऐसे में आतमननभयाि भाित का आधाि बनाने कली नदशा में नई

         आज भाित में ज्ञान औि कौशल में जो अंति है, उसे समझते   पलीढ़ली के रुवाओं का कौशल नवकास एक िाषरिलीर जरूित है।
         हुए  हली  15  जुलाई  2015  को  कौशल  नवकास  नमशन  शुरू    बलीते 8 वषषों में देश में जो नए-नए शैक्नणक, ट्वाट््थर, उद्ोग
         नकरा गरा था। इसका मकसद रहली था नक रुवाओं को ज्ञान     से जुड़े संट्थान बने हैं, उनमें नए नसिे से कौशल भाित नमशन
         के साथ-साथ कौशल भली नमले। इसके नलए देश भि में हजािों   को गनत देने कली सोच के साथ केंद् सिकाि प्रनतबधि है। भाित
         प्रधानमंत्रली  कौशल  नवकास  केंद्  खोले  गए।  आईटलीआई  कली   कली पिंपिा में भली कौशल कली भूनमका महतवपूणया िहली है करोंनक
         संखरा बढ़ाई गई, उसमें लाखों नई सलीटें जोड़ली गईं। इसली का   समाज औि िाषरि कौशल को महतव देता है तो िाषरि-समाज
         परिणाम है नक अब तक किलीब 6 किोड़ लोगों का कौशल         कली अप-स्ट्कनलंग भली होतली है, उन्ननत भली होतली है। इसनलए
         नवकास  नकरा  जा  चुका  है  औि  रह  अनभरान  ननिंति-नए   नवजरादशमली को शट्त्र पूजन, अक्र तृतलीरा को फसल औि
         प्ररोगों के साथ जािली है।                             ककृनष रत्रों कली पूजा, भगवान नवशवकमाया कली पूजा तो हि कौशल-
                                                                    ं





          18  न्यू इंडि्ा समाचार   1-15 जुलाई 2022
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