Page 40 - NIS-HINDI 01-15 JUNE 2022
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आवरण कथा
                  नए भारत की नारी
                  िक्त
        n वर्ष 2021 के दौरान िारतीय सेना में कुल 60 मजहला अभयजथ्षयों को अफसर
           के तौर पर कमीशन जदया र्या था। नौसेना में 2018 से 2021 के बीर 170
           मजहला अभयजथ्षयों को अफसर के रूप में ितजी की र्ई है। इसी तरह
           िारतीय वायु सेना में 28 मार 2022 तक 15 मजहला लड़ाक पायल्ों को
                                                   कू
                               ्ष
           कमीशंर् जकया है।
        n िारतीय सेना में सैनय पुजलस कोर में अनय रैंकों के जलए मजहलाओं की ितजी
           का प्रावधान 2019 में शुरू जकया र्या। इस योिना के तहत रररबद्ध तरीके
           से वाजर्षक 100 के आधार पर 1700 ितजी की िानी है।
        n सैजनक सककूलों में कक्ा 6 की ररशकतयों का 10 फीसदी सी्ें लड़जकयों के
           जलए आरजक्त, सत्र 2021-2022 में 33 सैजनक सककूलों में 320 छात्राओं को
           जमला प्रवेश।
                                                                     सखत जकए कानून: 12 साल से कम उम् की बजच्चयों
          सखी-वन स्ॉप सें्र की शुरुआत 1 अप्रैल, 2015 से हुई जिसमें
         n                                                           के साथ दुष्कम्ष पर फांसी की सिा और दुष्कम्ष के
           जहंसा से प्रिाजवत मजहलाओं को एक छत के नीरे पुजलस सुजवधा,   मामलों में 2 महीने में सुनवाई पूरी करने का कानून
           कानूनी सहायता और परामश्ष, जरजकतसा सहायता उपलबध कराई       बनाया। मजहलाओं के जखलाफ अपराध करने वालों की
           िाती है। देशिर के 729 जिलों के जलए 733 सें्र को मंिूरी दी   पहरान के जलए नेशनल र्टे्ा बेस बनाया। मजहलाओं के
           र्ई जिसमें 704 सें्र शुरू जकए िा रुके हैं। इन केंद् में 4.93   जखलाफ अपराध के मुकदमों की सुनवाई के जलए 1000
           लाख मजहलाओं को सहायता दी िा रुकी है।
                                                                                  टै
                                                                     से अजधक फास् ट्क को््ट बनाने का रल रहा है काम।
         n  1 अप्रैल, 2016 को शुरू सवाधार र्ृह योिना में कजठनाई में फंसी   नई ्टैकसी नीजत में िीपीएस और पैजनक ब्न की
           मजहलाओं को पुनवा्षस की सुजवधा दी िाती है। केंद् सरकार ने   अजनवाय्षता की र्ई।
           उत्र प्रदेश के वृंदावन में कृष्रा कु्ीर र्ृह का जनमा्षर जकया है   तीन तलाक खतम: मुशसलम मजहलाओं का सवावलंबन,
           िो देश में जवधवाओं के जलए सबसे बड़ा आरिय र्ृह है।          सवाजिमान और आतमजवशवास बढ़ाने के जलए तीन
          अब नहीं खपेगी पानी ढोकर लाने में आधी लजंदगी: िल िीवन
         n                                                           तलाक को प्रजतबंजधत और जववाह के अजधकारों को
           जमशन की घोररा 15 अर्सत, 2019 को प्रधानमत्री नरेंद् मोदी न  े  संरजक्त करने वाला कानून बनाया तो इस कानून के
                                         ं
           लालजकले की प्रारीर से की। 2019 में 3.23 करोड़ ग्ामीर पररवारों   लार्ू होने पर 1 अर्सत, 2021 को मुशसलम मजहला
           के घर में पीने का पानी था। योिना के 33 महीने में 6.30 करोड़ नए   अजधकार जदवस के तौर पर मनाया। इस कानून में
           नल कनेकशन जदए र्ए जिससे अब करीब 9.54 करोड़ पररवारों        ततकाल तीन तलाक कहकर तलाक देने वाले पजत को 3
           यानी करीब-करीब 50 फीसदी घर में नल से पीने का पानी जमलन  े  साल तक सिा और िमा्षना जकया िा सकता है।
                                                                                    ु
           लर्ा है। इसकी पानी सजमजतयों में 50% मजहलाएं होती हैं।
          नई ऊंचाईयों को छू रहे स्टा्ट्टअप में मलहला उद्मी: अब तक
         n
           करीब 68 हिार स्ा््टअप को मानयता जमली है िो 2014 में जसफ्क
           300 थी। प्रतयेक राजय और केंद् शाजसत प्रदेश में कम से कम एक
           स्ा््टअप है। िारत में लर्िर् 45 फीसदी स्ा््टअप में मजहला     महिला सि्तीकरण का चयेिरा
           उद्मी है। स्र्अप इंजर्या के तहत ग्ीन फीलर् उद्म सथाजपत    वो 9 करोड गरीब महिलाएं भी िैं हजनिें
                    ैं
           करने के जलए मजहलाओं को 24.8 हिार करोड़ रुपये का ऋर
           यानी करीब 80 फीसदी ऋर मजहलाओं को जदए र्ए।                 पिली बार गैस कनये्िन हमला िै, धुएं
                                                                       स आजादी हमली िै। आज महिला
                                                                         ये
                                                                   सि्तीकरण का चयेिरा वो करोडों माताएं-
                                                                    बिनें भी िैं हजनिें उनके रर में िौचाल्
                                                                    हमला िै। आज महिला सि्तीकरण का

                                                                                                   ये
                                                                    चयेिरा वो माताएं भी िैं हजनिें अपन सर पर
                                                                     पिली बार प्की छत हमली िै। हजनके
                                                                                                    ये
                                                                              ये
                                                                       नाम स प्रधानमंत्ी आवास बन िैं।
                                                                            - नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्ी



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