Page 44 - NIS-HINDI 01-15 JUNE 2022
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आवरण कथा
                  ईज ऑफ हलहवंग







        रिधानमंरिी आवास योजना (ग्ामीण)                           रिधानमंरिी आवास योजना (शहरी)
                                                                                         2004-14 की
                                                                                         तुलना में 2015-22
                                                                                         के बीच पूरी तरह
                                                                                         से तैयार आवासों
                                                                                         की संखया 7.5 गुना
                                                                                         बढ़कर 58.59 लाख
                                                                                         हो गई।

                                                                  (आंकड़टे लाख में)
                     (आंकड़टे करोड़ में)
                                                  2004-14 तक िहां शहरी क्त्र में 13.48 लाख मकान सवीकृत जकए र्ए तो वहीं 2015-22
                                                                    े
             इस योजना के तहत अब तक 2.55 करोड़      के बीर इसके मुकाबले 10 र्ुना अजधक 122.69 लाख मकान सवीकृत जकए र्ए। आवास
            घरों का षनमा्षण पूरा हुआ।             पररयोिनाओं में िहां 2004-14 से  बीर 0.38 लाख करोड़ रुपये जनवेश जकए र्ए थे, वहीं
            2016 में यह योजना गांवों में लोगों को   2015-22  के बीर इनमें 22 र्ुना बढ़ोतरी के साथ 8.31 लाख करोड़ रुपये जनवेश जकए र्ए।
            पकका मकान देने के षलए शुरू की गई थी।    आवास के जलए केंद्ीय सहायता में 10 र्ुना की वृजद्ध की र्ई। 2004-14 के बीर यह  0.20
                                                  लाख करोड़ रु. थी, वहीं 2015-22 में यह बढ़कर 1.86 लाख करोड़ रुपये हो र्ई ।




          रेरा में पहरवतथ्यनकारी प्रावधान                   शमशन अमृत से बदल रही ह तस्ीर
                                                                                                ै
         ररयल एस्टे् (रेगयुलेशन एंर् र्टेवेलपमें्) एक् 2016 (रेरा / RERA)   अमृत 1.0 की शुरुआत 25 िून 2015 को हुई जिसके बाद् प्रधानमंत्री
       n                                                    n
          एक कानून है, जिसे िारतीय संसद ने पास जकया था। रेरा का मकसद   नरेंद् मोदी ने शहरों को 'िल सुरजक्त' बनाने और सिी घरों में नल से
          ररयल एस्टे् सेक्र में ग्ाहकों का जनवेश बढ़ाना और उनके जहतों की   पानी पहुंराने के उद्शय से 1 अक्टूबर 2021 को अमृत 2.0 लॉनर जकया।
                                                                           े
          रक्ा करना है।                                       80,713 करोड़ रुपये की 5818 पररयोिनाएं िमीन पर है।
         नार्ालैंर् को छोड़कर सिी राजय और केंद् शाजसत क्ेत्रों ने रेरा के तहत   n
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                                                                                ्ष
         जनयमों को अजधसूजधत जकया है। 31 राजयों और केंद् शाजसत क्ेत्रों ने िू   अमृत 2.0 के जलए कुल खर राजश 2,77,000 करोड़ रुपये है, जिसमें
         संपदा जवजनयामक प्राजधकरर की सथापना की है।            2021-22 से 2025-26 की अवजध के जलए 76,760 करोड़ रुपये का केंद्ीय
                                                              जहससा है।
         28 राजय और केंद् शाजसत क्त्र िू संपदा अपीलीय नयायाजधकरर की
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                                                                       े
         सथापना और जवजनयामक प्राजधकरर के तहत अपनी बेवसाइ्ों का   n  िल आपूजत्ष क्त्र में, 41,850 करोड़ रुपये की 1,326 पररयोिनाओं के
         संरालन कर रहा है।                                    जलए अनुबंध प्रदान जकये र्ये हैं जिसमें 11,530 करोड़ रुपये की 740
                                                              पररयोिनाएं पूरी की िा रुकी  हैं।
         देश िर में 78,734 िू संपदा पररयोिनाओं और 62,204 िू संपदा एि्ों
                                                      ें
       n
         ने रेरा के तहत पंिीकरर कराया है। देश िर में िू संपदा जवजनयामक   n  सिी को नल से िल पहुंराने के जलये 1.39 करोड़ नल कनेकशन प्रदान
         प्राजधकररों द्ारा 88,894 जशकायतों का जनप्ारा जकया र्या है।  करने का लक्य है।



                         आ्कर हवभाग न ई- फाइहलंग की प्रहक््ा को आसान हक्ा
                                         ये
                                                                  यू
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                                 ये
              आसान       िै हजसस करदाताओं को आ्कर स संबंहधत सचनाओं के                            6.39
                            ये
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                                                                          ये
         ई-फाइलल ं ग     बार में जानकारी हमलती िै। इसस उनिें ई- फाइहलंग करन में   2013-14
                                        ये
                              ये
                         पिल के मुकाबल काफी सुहवधा िोती िै। ईमानदार करदाता
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        और फसलस                                                                                       14.10
                                                      ये
                         को सममान के साथ फेसलस अससमें्ट व्वसथा की िुरुआत          2021-22
                                                ये
            असेसमेंर
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                         की गई। नतीजा ्ट्स कलये्िन में भी हदखा।                     आंकड़े लाख करोड़ रुपये में
          42  न्यू इंडि्ा समाचार | 1-15 जन 2022
                            यू
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