Page 22 - NIS - Hindi 16-30 June, 2022
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आवरण कथा नवशव पटल पर भारत
गरा- “पिदेस में आपका दोट्त, भाितलीर दूतावास।” ऐसा किने कली
वजह थली करोंनक जब देश में नकसली वरस्कत पि कोई संकट आता है
तो उसकली मदद के नलए परिवाि-रिशतेदाि-नमत्र आनद होते हैं। लेनकन
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नवदेश में ऐसा कुछ होने पि वरस्कत खद को अकेला महसूस किने
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लगता है। लेनकन आज भाितलीर दूतावास दननरा के हि भाितलीर के
नलए अपने परिवाि जैसा है।
‘राष्ट्रदत’ की नई पहचान
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रिोप दौिे पि 65 घंटे, तलीन देश, 8 नवशव नेताओं से मलाकात, 25
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बै्ठकें तो 40 घंटे के जापान दौिे पि 23 बै्ठकें, कवाि समूह कली
बै्ठक, 34 उद्ोगपनत-सलीईओ से मलाकात... औि भाितलीर समदार
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के लोगों के साथ जन संवाद… ऐसे नेतृतव कली कहानली है जो न खद
्ठहिना जानता है औि न िाषरि को थमने-रूकने देने कली सोच को
लेकि आगे बढ िहा है। हाल हली में प्रधानमंत्रली निेंद्र मोदली कली तलीन
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रिोपलीर देशों कली रात्रा कली महतिा का अंदाजा उनके इन कारयाक्मों से
लगारा जा सकता है। भाित के नेतृतव कली नवदेश दौिे कली ननष्ठा जब
पूिली तिह िाषरि से जड़ली हो तो उस िाषरि से जड़े नागरिकों कली अलग
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पहचान बनना ट्वाभानवक है। दननरा भि में फैले प्रवासली भाितलीरों
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कली संखरा दननरा के कई देशों कली आबादली से अनधक है। ऐसे में
प्रवासली भाितलीर औि भाितलीर मूल के लोगों के नलए नागरिकता कली
नवशेष रोजना, भाित को जानें, प्रवासली भाितलीर केंद्र कली ट्थापना,
छात्र पंजलीकिण पोट्टल-भाितलीर मूल के छात्रों के नलए छात्रवृनति,
प्रवासली भाितलीर सममान, प्रवासली भाितलीर सममेलन जैसे दजयानों प्ररास
अब नवदेश में िहने वाले भाितलीरों को अपनली कमयाभूनम के साथ-साथ आि भाित के विकास
अपनली माटली से भली जोड़ िहा है। आज अगि नकसली भाितलीर पि नवदेश के संकलपों को दुवनया
में कोई संकट आता है तो केंद्र सिकाि के प्ररासों से ततकाल समाधान
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ननकाल नलरा जाता है। हाल हली में रूक्न संकट से अपने छात्रों को अपने लक्यों की प्ाप्त
सकुशल वापस लाना हो रा नफि अनर िाहत ऑपिेशनों के जरिए का माधयम मान िही है।
भाितलीर नागरिकों कली सयुिक्ा सननस्शचत किना, भाित सिकाि के िपशिक शांवत हो या
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कटनलीनतक प्ररासों ने प्रतरेक भाितलीरों के मन में भिोसा पैदा नकरा है।
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हाल हली में प्रधानमंत्रली मोदली ने रिोप रात्रा के समर भाितलीर समदार िपशिक चुनौवतयों से िुड़ रे
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को संबोनधत किते हए कहा, “एक भाितलीर दननरा में कहीं भली जाए समाधान, दुवनया भाित
वो अपनली कमयाभूनम के नलए पूिली ईमानदािली से रोगदान देता है। अनेक
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बाि जब मेिली नवशव के नेताओं से मलाकात होतली है तो अपने देशों में की तिि बड़ भिोसे से
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बसे भाितलीर समदार कली उपलस्बधरों के बािे में मझे बड़े गवया से बताते देख िही है।
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हैं। वे भाितलीर समदार के परिश्रम औि शांनतपूणया ट्वभाव कली सिाहना
किते थकते नहीं हैं।” आज भाित कली प्रनतष्ठा नवशव में इतनली बढली
है नक जब भाित बोलता है तो पूिली दननरा सनतली है। प्रधानमंत्रली निेंद्र -निेंद्र मोदी, प्धानमंत्ी
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मोदली कली नगनतली आज नवशव के अग्णली नेताओं में कली जातली है औि
भाितलीर मूल के नागरिकों को सममान से देखा जाता है।
भारत प्रथम की सोच पर आधाररत नवदेि नीनत
भाित के नलए नवदेश में प्रधानमंत्रली निेंद्र मोदली एक बांि एंबेसिि बन
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चके हैं। उनहोंने अब तक कुल नमलाकि लगभग 60 से अनधक नवदेश
20 न्यू इंडि्ा समाचार | 16-30 जन 2022
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