Page 8 - NIS - Hindi 16-30 June, 2022
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वयककततव नमल्ा नसंह
फ्ाइग नसख नमल्ा नसंह 8वां अंतरराष्ट्रीय योग ददवस
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जो दौड़त नहीं, …उड़त थ … ले
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विभािन की त्ासदी के समय विसकी आंखों के सामने परििन की हतया
कि दी गई…, िान बचाकि ट्ररेन में बथथा के नीचे छुपकि िैसे-तैसे भाित पहुंचे,
पेट पालने के वलए विस वयपकत ने पुिानी वदलली िेलिे सटरेशन के सामने झूठ रे
बतथान साि वकए, विनहें ट्ररेन में बेवटकट यात्ा किते पकड़ िाने पि सिा सुनाई
रे
गई औि सेना की दौड़ में वसि्क एक वगलास दूध के वलए वहससा वलया…...यह
भाित के उस वयपकतति के संघषथा की कहानी है, विनहें पूिी दुवनया ने ‘फलाइंग
वसख’ वमलखा वसंह के नाम से िाना...औि यह उपावध उनहें उसी पावकसतान के
िाष्ट्रपवत ने दी… िहां से उनहें िीिन का सबसे बड़ा ददथा वमला था...
जनम: 20 ििंबर 1929| मृतयु: 18 जूि 2021
नम लखा नसंह, आजाद भाित के पहले ट्पो्टसया ट्टाि थे, नजनहोंन े बाि नफि उनहोंने खानलक को हिारा। दौड़ के बाद उनहे पदक देत े
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समर पानकट्तान के िाषरिपनत फलीलि माशयाल अयरब खां ने कहा,
अपनली गनत औि आगे बढने के नवशवास के साथ किलीब एक
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दशक से अनधक समर तक भाितलीर रिक एि फलीलि पि िाज ''नमलखा आज तम दौड़े नहीं, उड़े हो। मैं तयुमह फलाइंग नसख का
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नकरा। उनहोंने अपने जलीवन में कई रिकॉरसया बनाए। 1956 में मेलबनया, नखताब देता हं।'' 1960 के िोम ओलनपक में 400 मलीटि कली दौड़ में
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1960 में िोम औि 1964 में आरोनजत टोकरो ओलनपक में उनहोंने भाित का नमलखा नसंह को ओलनपक पोनिरा का सबसे बड़ा दावेदाि माना जा
प्रनतनननधतव नकरा। 20 नवंबि 1929 को गोनवंदपयुिा (अब पानकट्तान में) में िहा था। नमलखा नसंह 45.73 सेकंि के समर के साथ चौथे ट्थान
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एक नसख परिवाि में जनम नमलखा नसंह का इस खेल से परिचर उसली वकत हो पि िहे थे। रे वो िाषरिलीर रिकॉि्ट था, जो 40 वषषों तक कारम िहा।
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गरा था, जब नवभाजन के वकत भाित आए औि नफि सेना में शानमल हो गए। टोकरो 1964, नमलखा नसंह का आनखिली ओलनपक था, उनहोंने संनरास लेन े
रे वह जगह थली जहां उनहोंने अपनली दौड़ने कली कानबनलरत को औि तेज से पहले 4x400 मलीटि रिले में भाितलीर टलीम का नेतृतव नकरा था। सालों बाद,
नकरा। 400 सैननकों के साथ एक क्ॉस कंरिली िेस में उनहोंने छ्ठवां ट्थान नमलखा नसंह ने अपनली बेटली सोननरा सनवलका कली मदद से जयुलाई 2013 में
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हानसल नकरा। इस शानदाि प्रदशयान के बाद उनह आगे कली रिेननंग के नलए प्रकानशत अपनली आतमकथा 'द िेस ऑफ माई लाइफ' में अपने अनवशवसनलीर
चन नलरा गरा। रह उनके खेल जलीवन कली शयुरुआत थली। 1956 में मेलबनया करिरि कली रादें साझा कीं। इसली पि आधारित बारोनपक ''भाग नमलखा भाग''
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में आरोनजत ओलनपक में नबना नकसली खास अनभव के नमलखा कुछ खास भली रिललीज हई। कोनवि-19 महामािली के बाद 18 जून 2021 को ट्वाट््थर
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नहीं कि पाए। लनकन दढ ननशचर के साथ नमलखा नसंह मेलबनया से वापस नबगड़ने कली वजह से महान स्ट्प्रटि का ननधन हो गरा। नजस समर उनका
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आए औि उनहोंने खद को 'िननंग मशलीन' में बदल नदरा। कड़ली मेहनत का ननधन हआ, टोकरो आेलनपक शरू होने हली वाला था। प्रधानमत्रली निद्र मोदली
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फल उनह 1958 के कानि्टफ कॉमनवेलथ खेलों में नमला। रिक एि फलीलि ने अपने ‘मन कली बात’ कारयाक्म में नमलखा नसंह को राद किते हए कहा था,
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में वरस्कतगत ट्वणया पदक नमलखा नसंह ने अपने नाम नकरा। रह रिकॉि्ट 56 “जब नमलखा नसंह अट्पताल में थे, तो मझे उनसे बात किने का अवसि नमला
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साल तक कारम िहा, इसके बाद 2014 में निट्कस थ्ोअि नवकास गौड़ा था। मैंने उनसे आग्ह नकरा था नक जब हमािे नखलाड़ली ओलनपकस के नलए
ने रह उपलस्बध हानसल कली। 1960 में नमलखा नसंह के पास पानकट्तान स े टोकरो जा िहे हैं तो आपको हमािे एथललीटों का मनोबल बढाना है औि उनह ें
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भाित-पानकट्तान एथलनटकस प्रनतरोनगता में भाग लेने का नरोता आरा। टोकरो अपने संदेश से प्ररित किना है। वह खेल को लेकि इतना समनपयात औि भावक
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एनशरन गेमस में उनहोंने वहां के सवयाश्रष्ठ धावक अबदल खानलक को 200 थे नक उनहोंने बलीमािली में भली इसके नलए तयुिंत हामली भि दली।”
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मलीटि कली दौड़ में हिारा था। नमलखा नसंह ने वहां जाने से इनकाि कि नदरा अपने जलीवन भि नमलखा नसंह को भाित विािा ओलनपक एथलनटकस में
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था, करोंनक नवभाजन के समर कली कई कड़वली रादें उनके नदल में थीं। लनकन मिल न जलीत पाने का मलाल िहा। उनकली इस इचछा को 11 अगट्त 2021 में
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प्रधानमत्रली पं. जवाहिलाल नेहरू के कहने पि वह पानकट्तान गए। रहां एक नलीिज चोपड़ा ने भाला फेंक में गोलि मिल जलीतकि पिा नकरा। n
6 नयू इंनडयटा समटाचटार | 16-30 जून 2022