Page 23 - NIS Hindi 01-15 March 2022
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आिि्ण कथा    नािी िक्ि







































                                     हिहतका गुपता





                                     इंसटाग्ाम पर माकनटंग से तय
                                                                   कें
                                     नकया सटाट्टअप तक का सफर




                                                                      ं
              गर िौसले बयुलंद िों और अपने जयुनून का जमीने कमी हजद िो तो हफर   सटाट्डअप इहडया से ्तय करें सपिों की उड़ाि
                                                               यु
                                                                             ें
                                                                                          ें
                                                                                                  ं
        अकोई राि कहठन निीं िोतमी। जम्मू-कश्ममीर कमी हनहतका गयुपता इसका   ्वा सपनों को उडान ्म ्मदद के हलए 2016 ्म स्टा्ट्डअप इहड्ा अहभ्ान कमी
                                                               यु
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        एक शानदार उदािरण ि। एआईएफ्टमी से ग्ेजएशन कर प्ोडक्ट ्मनेजर   शरुआत कमी गई थमी। स्टा्ट्डअप इहड्ा जरैसे का््चक््म कमी वजि से आज भारत
                                                                                                   रै
        के रूप एक कंपनमी ्म का्म कर हनहतका ने िर राज् कमी पारंपररक कला   दयुहन्ा कमी तमीसरमी सबसे बडमी स्टा्ट्डअप व्वसथा बन ग्ा ि। जानकारमी के
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        को बिद करमीब से देखा। हक्एह्टहव्टमी ्ानमी ररनात्मकता तो वसे िमी उनि  ें  हलए हलंक- https://www.startupindia.gov.in पर जाएं।
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                                                   ें
        बरपन से अपनमी ओर खींरतमी थमी लहकन नौकरमी ्म रोज के रु्टमीन ्म उनकमी   सांसों करो हमली िुएं से आजादी
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        ररनात्मकता किीं दब रिमी थमी। कोहवड कमी वजि से जब देश ्म सखत   देश में 9 कररोड़ से अहिक गरीब पररिारों करो उज्िला के
        लॉकडाउन लगा तो अपने घर पर वक्फ फ्ॉ्म िो्म करते िए हनहतका के   ्ति्त  रसरोई गैस के किेकशि हदए गए िैं। हिशि सिास्थय संगठि
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        ्मन ्म नई शरुआत का ख्ाल आ्ा। लॉकडाउन ्म अहधकतर िडमीक्ाफ्ट   के आंकड़े ब्ता्ते िैं हक पारंपररक ईंिि- लकड़ी, करोयला आहद
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        कारमीगर घर बठे िए थे। हनहतका ने उनसे संपक्फ हक्ा और हफर इंस्टाग्ा्म   से खािा पकािे से भार्त में सालािा 5 लाख मौ्तें िरो्ती थी।
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        पर पाइन कोन के ना्म से पेज बनाकर उनके उतपादों कमी ्माकह्टग करन  े  लेहकि केंद्र सरकार के इस प्यास से महिलाओं में सांस संबंिी
                                                 ं
        लगीं। थोडा वकत लगा, लहकन धमीरे-धमीरे िई ्ि शरुआत हदललमी ्म खद कमी   बीमारी के मामलों में 20 फीसदी की कमी आई िै।
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        कंपनमी और दफतर तक पिर गई। 1 साल ्म िमी ्टन्चओवर 10 लाख रु. का   ओलंहपक में महिला एथलीटों का प्दश्गि
                                    ें
        आंकडा पार कर ग्ा। हफलिाल कई राज्ों के 200 से ज्ादा कारमीगर
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        उनसे जयुड िए ि। इन्म ्महिलाएं शाह्मल ि जो पिले ्मयुसशकल से गयुजारा   ओलंहपक में प्ह्तभाहगयों   प्िािमंत्ी मरोदी के शासिकाल
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        करतमी थीं, लहकन अब खासमी आ्मदनमी िो जातमी ि। वि कई राज्ों कमी   की संखया 2008 में 25 थी,   में 2016 में 54 थी जरो 2020 में
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        पारंपररक कला के िडमीक्ाफ्ट उतपाद बरतमी ि।              जरो 2012 में 23 रि गई।   बढ़कर 57 िरो गई।
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                                                                                    न्यू इडिया समाचार | 1-15 माच्च 2022  21
                                                                                      ं
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