Page 11 - NIS Hindi 01-15 November 2022
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राष्टट्र  गुजरात को सौगात ें




 सौर ऊजा्ष के ्महत्व को पमीए्म नरेंद्र ्मोदमी ने बहुत पह्ले न्लया था पहचान  सारमी बमी्माररयों को छोड़कर,    को आगोे बढ़ा िहे है। र्े संकल्प  ह- जनशस्क्त, ज्ानशस्क्त,
                                                                                           ैं
                                                                  जलशस्क्त, ऊजायाशस्क्त औि िषिाशस्क्त। इन पांच संकल्पों के
          सबसे आगे च्ल रहा है गुजरात                              स्तभ पि इस गोुजिात कली भव्र् इमाित मजबूतली के साथ नई
                                                                    ं
                                                                          ू
                                                                  ऊंचाईर्ां ्छ िहली है।”
         20-25 साल प्हेले गुजराि की व्यवीस्थाओं                     साथ हली 11 अक्टूबि को प्रधानमंत्रली ने भरूच के आमोद
          को ब्हेि सी बीमेाररयों ने जकड़ा ्हेुआ था।                में  किलीब  8000  किोड़  रुपर्े  से  अनधक  कली  नवकास
                 ु
                                                                  परिर्ोजनाओं  का  लोकापयाण  औि  नशलान्र्ास  नकर्ा।
                                                                  कार्याक्म में उन्होंने कन्हैर्ा लाल मानणकलाल मुंशली औि

                                                                  भाितलीर् संगोलीत के महान संगोलीतकाि पं. ओंकािनाथ ्ठाकुि
                                                                  को स्मिण किते हुए भाित कली ऐनतहानसक र्ात्रा में भरूच
                                                                  के र्ोगोदान का नजक् नकर्ा।  प्रधानमंत्रली मोदली ने कहा,
                                                                  “गोुजिात औि भाित के नवकास में भरूच कली महत्वपूणया
                                                                  भूनमका है। जब भली हम भाित के इनतहास को पढ़ते हैं औि
                                                                  भनवष्र् के बािे में बात किते हैं, भरूच कली हमेशा गोवया के
                                                                  साथ चचाया कली जातली है।” प्रधानमंत्रली ने भरूच नजले कली
                                                                  उभितली महानगोिलीर् प्रककृनत का भली उल्लेख नकर्ा। भरूच को
                                                                  िसार्न षिेत्र से संबंनधत कई परिर्ोजनाओं के साथ पहला

                                                                  ‘बल्क ड्रगो पाक्फ’ प्रदान नकर्ा गोर्ा है औि कनेस्क्टनवटली से
                                                                  जुड़ली दो बड़ली परिर्ोजनाओं कली भली शुरुआत कली गोई। इसमें
                                                                  अंकलेश्वि में भरूच हवाई अड् का नशलान्र्ास भली शानमल
                                                                                         छे
                                                                  है तानक भरूच के लोगोों को बड़ौदा र्ा सूित पि ननभयाि न
                                                                  िहना पड़छे।
                                                                               ं
                                                                    वहीं  प्रधानमत्रली  ने  नसनवल  अस्पताल  असिवा,
                                                                             ें
                                                                  अहमदाबाद  म  लगोभगो  1,275  किोड़  रुपर्े  लागोत  कली
                                                                                             ु
                                                                                         ु
                                                                  नवनभन् स्वास््थ्र् देखभाल से जड़ली सनवधाओं का लोकापयाण
               एक बीमारी थी- स्वास््थ््य षियेत् का िपछड़ापन।      नकर्ा औि आधािनशला िखली। इन परिर्ोजनाओं म र्ूएन
                                                                                                         ें
                ्द
               दसरी बीमारी थी- िशषिा में कुव््यवस्था।             मेहता इंस्टलीट्ूट ऑफ कानि्डर्ोलॉजली एि रिसचया सटि म  ें
                                                                                                ं
                                                                                                         ें
               तीसरी बीमारी थी- िबजली का अभाव।                    हृदर् देखभाल के नलए नई एवं बेहति सनवधाओं के साथ
                                                                                                 ु
               चौथी बीमारी थी- पानी की िकल्लत।                    हली गोुजिात कसि औि अनुसंधान संस्थान के नर्े भवन का
                                                                            ैं
               पांचवी बीमारी थी- हर तरफ फैला हुआ कुशासन।          लोकापयाण भली शानमल है। र्हां प्रधानमत्रली ने गोिलीब मिलीजों के
                                                                                              ं
                                       ्द
               छठी बीमारी थी- िराब कानन-व््यवस्था।                परिवािों को आवास सनवधा प्रदान किने वाले आश्रर् गोृह
                                                                                   ु
                                            ये
               इन सारी बीमारर्यों की जड़ में सबस बड़ी बीमारी      कली आधािनशला भली िखली। उन्होंने कहा, “अगोि सिकाि का
               थी- वोट बैंक पॉिलिटक्स।                            नदल औि इिादा लोगोों कली समस्र्ाओं के प्रनत नचंता से नहीं
                                                                  भिा है, तो उपर्ुक्त स्वास््थ्र् संबंधली बुननर्ादली ढांचे का ननमायाण
          आज गुजरात उन सारी बीमारर्यों को छोड़कर, सबस  ये         संभव नहीं है। जब सिकाि संवेदनशलील होतली है, तो सबस  े
              ये
          आग चल रहा है। आज जब बात होती है हाईटेक                  बड़ा लाभ समाज के कमजोि तबके को होता है, माताओं-
                                            ये
          अस्पतालों की, तो गुजरात का नाम सबस ऊपर रहता है।
                                                                                                         ें
          िशषिा संस्थानों की बात, एक स बढ़कर एक ्य्दिनविसमाटी     बहनों को होता है।” साथ हली उन्होंने कहा, “गोुजिात म काम
                                    ये
                                                                                         ैं
                                                                                               ें
          की बात हो तो आज गुजरात का कोई मुकाबला नहीं है।          औि उपलस्ब्धर्ां इतनली ज्र्ादा ह नक उन्ह कई बाि नगोनना भली
                                                                    ु
                                                                  मस्श्कल होता है।” n
                                                                                 न््ययू इंडि्या समाचार   1-15 नवंबर 2022  9
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