Page 35 - NIS Hindi september 01-15, 2022
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राष्टट्र  गुिरात िो नई सौगात




                            पररयोजिाओं की क्या है सवशेर्ता



        श्ीमद् राजचंद्र अस्पताल                              श्ीमद् राजचंद्र पशु अस्पताल














        दकक्षण गुजरात म श्रीमद् राजचंद्र जी की कदव्य प्ररणा और पुज्य गुरुदेव   घायल और रोगों से ग्कसत प्राकणयों का जीवन बचाने का एक
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        श्री राकेि जी के मागयादियान से 500 से अकधक गांव और लाखों ग्ामीण   प्रयास, श्रीमद् राजचंद्र पिु अस्पताल, 150 वाड्ट की क्षमता वाला
        जनों के स्वास्र्य के कलए 11 एकड़ म फैला 250 बेड वाला एक आरोग्य   पिुओं के कलए एक अनोखा और अकद्तीय अस्पताल होगा। यह
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        मकदर श्रीमद् राजचंद्र अस्पताल, जहां कवकभन्न तरह के उपचार की   लगभग 70 करोड़ रुपये की लागत से कनकमयात ककया जाएगा। यह
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        सकवधाएं उपलब्ध ह। इस पररयोजना की लागत लगभग 200 करोड़   कवश्व स्तरीय उपकरणों, अत्याधुकनक सुकवधाओं और कुिल
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        रुपये है।  हृदय रोग, सजयारी, ककडनी, न्यरोलाॅजी, कसर, आईसीयू,   कचककत्सकों की टीम से सुसकजित है। पकक्षयों से लेकर हाथी तक,
        प्रसकत, कििु, आपतकालीन सेवा कवभाग, एमआरआई, सोनोग्ाफी,   कभन्न-कभन्न प्रकार के प्राकणयों के कलए एक सक्षम अस्पताल,
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        कफकजयोथेरैपी, एक्वा थैरेपी, रोबोकटक्स तकनीक, कदव्याग बच्चों को   जहां डायकलकसस, एंडोस्कोपी, लेजर थेरैपी, ब्लड बैंक भी हाेगा।
        िुरुआत म ही सही उपचार देने की सकवधा उपलब्ध है।  श्रीमद् राजचंद्र   इस अस्पताल से इन प्राकणयों की न केवल पीड़ा कम होगी, बल््कक
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        अस्पताल कई अंतरराष्ट्ीय संस्थान के साथ भी जुड़ा है।   उन्हें एक नया जीवनदान भी कमलेगा।
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                             श्ीमद् राजचंद्र ि्टर ऑफ एक्िीलि फॉर वीमेि
             ये कविाल प्रोडक्िन यूकनट ग्ामीण मकहलाओं को स्वतंत् और सिक्त बनाने के कलए कनकमयात ककया जाएगा। इसका कनमायाण 40 करोड़
            रुपये की अनुमाकनत लागत से होगा। ग्ामीण मकहलाओं को िारीररक, भावनात्मक और आकथयाक रूप से स्वावलंबी बनाने के कलए इस
            केंद्र में कई गकतकवकधयां होंगी। जैसे कक 100 से अकधक उत्पादों का उत्पादन अत्याधुकनक मिीनों द्ारा होगा। आकथयाक साक्षरता के कलए
             कवकभन्न क्षेत्ों में वोकेिनल ट्ेकनंग भी दी जाएगी। कूंप्यूटर प्रकिक्षण, उच्च किक्षा के कलए आकथयाक सहायता, कसलाई वगया, स्वच्छता और
                      स्वास्र्य संबंधी जागरुकता, योग, माियाल आट्ट, कृकष क्षेत् में सुधार के कलए प्रकिक्षण की भी व्यवस्था होगी।




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        कली आधािनशला भली िखली। इसमें मनोिंजन के नलए सनवधाएं,   देने वाला औि सबका प्रर्ास कली भावना को सश्तत किन  े
        आत्म-नवकास सत्रों के नलए कक्षाएं, नवश्ाम क्षत्र आनद कली   वाला है। इतना हली नहीं, मनहलाओं के नलए बन िहे नवनशष्ट
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        व्र्वस्र्ा होगली। र्ह 700 से अनधक आनदवासली मनहलाओं को   केंद् को प्रधानमत्रली ने आनदवासली बहन-बनटर्ों के करौशल को
                                                                                             े
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        िोजगाि देगा औि बाद में हजािों अन्र् लोगों को आजलीनवका   ननखािने औि उनके जलीवन को अनधक समृद्ध बनाने वाला
                                                                               ं
        प्रदान किेगा।                                        कदम बतार्ा। प्रधानमत्रली का कहना र्ा नक नािली शक््तत को
          इन तलीनों परिर्ोजनाओं कली शुरुआत किते हुए प्रधानमत्रली   आजादली के अमृत काल में िाष्ट् शक््तत के रूप में लाना सबका
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        मोदली ने कहा नक श्लीमद् िाजचद् नमशन गुजिात में ग्ामलीण   कतयाव्र् है। उनका कहना र्ा, “देश कली नािलीशक््तत को आजादली
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        आिोग्र् के क्षत्र में प्रशंसनलीर् काम कि िहा है औि गिलीब कली   के अमृतकाल में िाष्ट्शक््तत के रूप में सामने लाना हम सभली
        सेवा कली र्ह प्रनतबद्धता इस नए अस्पताल से औि मजबूत होगली।   का दानर्त्व है। केंद् सिकाि आज बहनों-बनटर्ों के सामन  े
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        उन्होंने श्लीमद् िाजचद् अस्पताल को आिोग्र् का ऐसा मनदि   आने वालली हि उस अड़चन को दि किने में जुटली है, जो उस  े
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        बतार्ा जो अमृत काल में स्वस्र् भाित के नवजन को ताकत   आगे बढ़ने से िोकतली है।” n


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