Page 37 - NIS Hindi september 01-15, 2022
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राष्टट्र दवेश्वे िवे ईंधन दिवेस
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काब्षि डाईऑक्िाइड की मात्ा म िालािा 3 लाख ्टि की कमी
2जी का मतलब है 2nd Generation यानी दूसरी
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पीढ़ी। इस 2जी इथेनॉल संयंत् का कनमायाण इंकडयन
ऑयल कॉरपोरेिन कलकमटेड द्ारा 900 करोड़ रुपये से
अकधक की अनुमाकनत लागत से ककया गया है।
अत्याधुकनक स्वदेिी तकनीक पर आधाररत, यह
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पररयोजना सालाना लगभग तीन करोड़ लीटर इथेनॉल
का उत्पादन करेगी। इसमें सालाना लगभग दो लाख
टन चावल के भूसे (पराली) का उपयोग होगा। यह
कचरे से धन अकजयात करने के प्रयासों की कदिा में एक
नए अध्याय की िुरुआत करेगी।
क्षेत् के एक लाख से अकधक ककसानों से सीधे कृकषगत
n
फसलों का अविेष प्राप्त ककया जाएगा। इससे ककसान
सिक्त बनेंगे और उन्हें अकतररक्त आय सृकजत करने किसानों िो हुआ है बहुत बड़ा लाभ
का अवसर कमलेगा। n पेट्ोल में इथेनॉल कमलाने से बीते 7-8 साल में देि के करीब 50
यह पररयोजना इस संयंत् के संचालन में िाकमल लोगों हजार करोड़ रुपये कवदेि जाने से बचे हैं और करीब-करीब
n
को प्रत्यक्ष रोजगार प्रदान करेगी और धान के पुआल इतने ही हजार करोड़ रुपये इथेनॉल कमश्रण की वजह से
को काटने, संभालने, भंडारण आकद के जररए आपूकतया हमारे देि के ककसानों के पास गए हैं।
श्रृंखला में अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा होगा। n 8 साल पहले तक देि में कसफ्फ 40 करोड़ लीटर इथेनॉल का
पराली को जलाने में कमी के माध्यम से, यह उत्पादन होता था। अब यह उत्पादन करीब 400 करोड़ लीटर
n
पररयोजना ग्ीनहाउस गैसों की मात्ा में सालाना है। इससे ककसान, गन्ना ककसानों को बहुत बड़ा लाभ हुआ है।
लगभग तीन लाख टन काबयान डाइऑक्साइड के n पाइप से गैस के कनेक्िन का आंकड़ा 1 करोड़ को छू रहा है।
उत्सजयान के बराबर की कमी लाने में योगदान देगी, देि इस लक्षय पर भी काम कर रहा है कक अगले कुछ वषषों में
कजसे देि की सड़कों से सालाना लगभग 63,000 कारों देि के 75 प्रकतित से ज्यादा घरों में पाइप से गैस पहुंचने लगे।
के हटने के बराबर माना जा सकता है।
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से नदल्लली-एनसलीआि औि पूिे हरिर्ाणा में प्रदूषण कम किने में िवे ईंधन दिवेस
भली मदद नमलेगली। दिअसल, ऊजाया कली सतत आवश्र्कता भाित नवश्व जैव ईंधन नदवस हि साल 10 अगस्त के नदन वैस े
जैसे देश के नलए बहुत जरूिली है। ऊजाया के क्षेत्र में आत्मननभयाि होने अपिंपिागत जलीवाश्म ईंधन के महत्व के बािे में जागरूकता
के नलए नपछले कुछ वषयों में सश्तत प्रर्ास शुरू नकए गए। संर्ंत्र बढ़ाने के नलए मनार्ा जाता है जो पािंपरिक जलीवाश्म ईंधन के
का लोकापयाण, देश में जैव ईंधन के उत्पादन औि उपर्ोग को नवकल्प के रूप में काम कि सकता है। र्ह नदवस ‘सि रुिोल्ि
बढ़ावा देने के नलए सिकाि विािा वषयों से उ्ठाए गए कदमों कली एक िलीजल’ के सम्मान में मनार्ा जाता है। वह िलीजल इंजन के
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लंबली श्खला का नहस्सा है। र्ह ऊजाया क्षेत्र को अनधक नकिार्तली, आनवष्कािक र्े औि जलीवाश्म ईंधन के नवकल्प के तरौि पि
सुलभ, कुशल औि नटकाऊ बनाने के नलए प्रधानमंत्रली के ननिंति वनस्पनत तेल के प्रर्ोग कली संभावना कली भनवष्र्वाणली किन े
प्रर्ास के अनुरूप है। वाले पहले व्र्क््तत र्े। n
न््ययू इंडि्या समाचार 1-15 डसतंबर 2022 35