Page 90 - NIS Hindi 16-30 September,2022
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रेाष्टट्र अमृत महोत््सवी
दूरदश्षि पर स््वराज धारा्वानहक में देखें
आजादी के िायकनों की 75 कहानियां
आजादी ्का अमृि महोर्सव तसि्फ नव सं्क्पप और नए तवचारों ्की स्थापना ्का पव्य ही नहीं है, बल््प्क
्त्ह उन ना्त््कों ्के बारे नई पीढ़ी ्को बिाने ्का उर्सव भी है, तजन्होंने अपना सव्यस्व आजादी ्की लड़ाई में
न््त्ौछावर ्कर तद्त्ा। इसी तदशा में ए्क महर्वपू्ण्य पहल ्की है दूरदश्यन ने 'स्वराज' धारावातह्क ्के रूप में...
आजादी कली लड़ाई में अपना र्ोगदान देने वाले 550 से भली अनधक 75 हफ्ते, 75 एर्प्सोड
स्वतंत्रता संग्ाम सेनाननर्चों के अदम्र् साहस कली गाथाओं को पुन: इसका प्रसािण हि िनववाि िात 9 से 10 बजे िलीिली नेशनल चैनल पि नकर्ा
जलीवंत किने औि गुमनाम नार्क-नानर्काओं से र्ुवा पलीढ़ली को परिनचत जा िहा है। साथ हली, सप्ताह के दौिान एनपसोिचों का पुन: प्रसािण भली नकर्ा
किाने कली पहल दूिदशयान ने ‘‘स्विाज: भाित के स्वतंत्रता संग्ाम कली जा िहा है। र्हली नहीं, मूल रूप से नहंदली भाषा में नननमयात इस धािावानहक
समग् गाथा” धािवानहक के रूप में कली है। अमृत महोत्सव के उपलक्षर् का तनमल, तेलुगू, कन्नड़, मलर्ालम, मिा्ठली, गुजिातली, उनड़र्ा, बंगालली
में धािावानहक के 75 एनपसोि 75 हफ्तचों तक प्रसारित नकए जाएंगे। औि असनमर्ा क्ेत्रलीर् भाषाओं में 20 अगस्त से प्रसािण शुरू नकर्ा गर्ा है।
14 अगस्त से हि िनववाि िात 9 बजे इसकली शुरुआत हो चुकली है। 17 ्सूचना औरे प्र्सारे्ण मंत्ालय की अर्भनवी पहल
अगस्त को संसद के बालर्ोगली सभागाि में इस धािावानहक कली स्पेशल स्वतंत्रता संग्ाम पि आधारित, ऑनलाइन शैनक्क गेम्स कली श्खला
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स्रिलीननंग में नहस्सा लेने के बाद प्रधानमंत्रली निद् मोदली ने भली अपने 'मन 'आज़ादली ्तवेस्ट' ऑनलाइन गेनमंग के लगाताि बढ़ते बाजाि में हमािे बच्चे
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कली बात' कार्यारिम में लोगचों से इसे देखने कली अपलील कली। उन्हचोंने कहा, आजादली के नार्क, हमािे स्वतंत्रता संग्ाम के बािे में जान सके, इसके
'र्े आजादली के आंदोलन में नहस्सा लेने वाले अनसुने नार्क-नानर्काओं नलए केंद्लीर् सूचना औि प्रसािण मंत्रालर् ने आजादली ्तवेस्ट (Azadi
के प्रर्ासचों से देश कली र्ुवा-पलीढ़ली को परिनचत किाने कली एक बेहतिलीन Quest) मोबाइल गेम के रूप म एक नई पहल कली है। इस गेम को
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पहल है। मेिा आग्ह है नक आप समर् ननकालकि इसे खुद भली देखें, आजादली के अमृत महोत्सव वषया के मौके पि लॉन्च नकर्ा गर्ा है, इसका
बच्चचों को भली जरूि नदखाएं। मकसद भाितलीर् स्वतंत्रता संग्ाम कली कहानली को लोगचों के सामने लाना है।
्तया है 'स्वीरेाज' में खा्स... इस ऑनलाइन लननिंग मोबाइल गेम्स सलीिलीज को नजंगा इंनिर्ा के सहर्ोग
इस धािावानहक का आिंभ उस दौि से होता है, जब 1498 में वास्को- से िेवलप नकर्ा गर्ा है। गेम को लॉन्च किते हुए अनुिाग ्ठाकुि ने कहा,
िली-गामा ने भाित कली धितली पि कदम िखा था। निि पुतयागानलर्चों, “र्ह गेम स्वतंत्रता संग्ाम में हमािे स्वतंत्रता सेनाननर्चों औि गुमनाम नार्कचों
फ्ांसलीनसर्चों, िच औि अंग्ेजचों ने भाित में उपननवेश स्थानपत किने के के र्ोगदान को स्वलीकाि किने के नलए सिकाि विािा नकए गए प्रर्ासचों कली
प्रर्त्न नकए। उस दौि से प्रािंभ होकि भाित के आजाद होने तक के श्खला में से एक है।” आजादली ्तवेस्ट (Azadi Quest) के पहले दो
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संघषया औि हमािे स्वाधलीनता के नार्कचों कली गौिव गाथा को इस सलीरिर्ल गेम ‘आजादली ्तवेस्ट: मैच 3 पजल' औि ‘आजादली ्तवेस्ट: हलीिोज ऑि
में संजोर्ा गर्ा है। भाित' हैं।
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प्रनतिक्ा प्रदान कली औि बदले म देसली शासकचों ने नब्नटश साम्ाज्र्वादली जूनागढ़ के नबाव को भनमगत होने के नलए मजबि होना पड़ा। ढीबि
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नलीनतर्चों का समथयान कि िाष्ट्वादली भावनाओं के नखलाि काम नकर्ा। के शुरू नकए गए बनहष्काि आंदोलन से दूसिे रिर्ासतचों के सेनाननर्चों
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बलीसवीं शताब्दली के पहले औि दूसिे दशक म भाित म िाष्ट्वादली को भली प्रेिणा नमलली औि इसका व्र्ापक असि पड़ा। इसके बाद हली
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आंदोलन तेज होने लगा। कई रिांनतकारिर्चों के नब्नटश सत्ा से दि जूनागढ़ के भाितलीर् संघ म शानमल होने कली िाह खुलली औि इस तिह
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रिर्ासतचों म चले जाने से इन रिर्ासतचों म स्वतंत्रता आंदोलन को ढीबि के नेतृत्व म जूनागढ़ रिर्ासत को ननिंकुश शासन से मश््तत
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बल नमला। 1930 औि 1940 के दशक के दौिान ढीबि िाजकोट म ें नमलली। 15 ििविली 1948 को जब कई रिर्ासतचों औि प्रशासननक
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स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख नेता के तौि पि उभिे। 30 के दशक के क्त्रचों को नमला कि भाितलीर् संघ का सौिाष्ट् िाज्र् बना तो उसम ढीबि
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उत्िाद्धया म रिर्ासत म उन्हचोंने कन्ठर्ावाड़ आंदोलन का नेतृत्व नकर्ा। कली महत्वपणया भनमका थली। इसे देखते हुए उसली नदन ढीबि को सौिाष्ट्
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सर््तत सौिाष्ट के ननमायाण म भली ढीबि का र्ोगदान महत्वपणया िहा। का पहला मुख्र्मत्रली ननर््तत नकर्ा गर्ा। ढीबि कली जनसेवाओं को
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अ्तटबि 1947 म जब जूनागढ़ के नबाव ने जूनागढ़ को पानकस्तान म ें देखते हुए 1973 म उन्ह देश के दूसिे सवपोच्च नागरिक सम्मान पद्म
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शानमल किाने कली कोनशश कली तो ढीबि ने आंदोलन का नेतृत्व नकर्ा नवभूषण से अलंकत नकर्ा गर्ा। 11 माचया 1977 को उनका ननधन
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औि रिर्ासतली सिकाि के आनथयाक बनहष्काि कली घोषणा कली नजसस े हो गर्ा। n
88 न्र्ू इंसिर्ञा ििञा्चञार 1-15 सितंबर 2022