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वयककत्व    फीलड माश्थल कररयपपा




          नजनहें दुशमन भी




          करते थे सैलरूट






         फीलि माि्षल भारतीय थल सेना का सिवोच्च पद िै। लेवकन
         आजाद भारत के इवतिास में वसफ्फ जनरल को इस तक पिुंचने
         का मौका वमला िै, उनमें से एक िैं जनरल कोिांदेरा मदपपा
         कररयपपा। सेना के पिले भारतीय कमांिर इन चीफ, वजनिनोंने

         15 जनिरी 1949 को पद ग्रिण वकया और इसीवलए िर िर्ष
                                                                                               ु
         इस वदन को ‘सेना वदिस’ के रूप में मनाया जाता ि   ै…           जनम : 28 जनवरी 1899, मृत् : 15 मई 1993
         शौ       दननरा के नकसली भली देश कली सबसे बेह्िलीन सेनाओं में   पादकसतान ने सममान सदहत लौटाया बेटा
                 र, सामररया औि अनशासन के मामले में भाि्लीर सेना
                  या
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                                                             बा् 1965 कली है जब भाि्-पानकट््ान के बलीच रयुद्ध चल िहा ्ा।
                शानमल है ्ो इसका श्ेर उन जनिल को भली जा्ा है,   जनिल करिरपपा काफली समर पहले रिटारि होकि कनायाटक के
        नजनहोंने समर-समर पि सेना कली कमान संभालली। इन सबमें पहला   मेिकािा में अपने घि पि िह िहे ्े। वहीं उनके बेटे नंदा करिरपपा
        नाम है, जनिल केएम करिरपपा का, जो न केवल अपने अनशासन,   भाि्लीर वारयुसेना में फलाइट लेस्फटनेंट ्े। रयुद्ध के आनखिली नदन
                                                   यु
        बस्लक ननिि्ा, अनिग फैसले के सा् देशप्रेम के नलए आज भली   फलाइट लेस्फटनेंट नंदा करिरपपा पानकट््ानली न्ठकानों पि बमबािली
        राद नकए जा्े हैं। वषया 1922 में ट््ाई कमलीशन लेकि सेना में   किने वाले नमशन को ललीि कि िहे ्े। ग्ाउंि अटक के दौिान
                                                                                                    रै
        सेकेंि लेस्फटनेंट के ्ौि पि सेवा देने वाले करिरपपा फलीलि माशयाल   उनका नवमान नषट हआ औि करिरपपा को पानकट््ान ने बंदली बना
                                                                             यु
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        के उस शलीषया पद ्क पहंचने वाले दूसिे जनिल ्े। 5 नस्ािा िैंक   नलरा। पानकट््ान के िाषरिपन् अरूब खान जनिल करिरपपा के
        का रह सममान उनके अलावा नसफकि जनिल सैम मानेक शॉ को    अधलीन सेना में काम कि चके ्े। उनहोंने जनिल करिरपपा को
                                                                                  यु
        हानसल है। 28 जनविली 1899 में कनायाटक के कुगया में शननवसान्   पेशकश कली नक अगि वे चाहें ्ो उनके बेटे को छोड़ा जा सक्ा
                                                      ां
        नामक ट््ान पि जनमे फलीलि माशयाल करिरपपा ने महज 20 वषया कली   है। करिरपपा ने नवनम्र्ा से इनकाि कि्े हए कहा नक नंदू मेिा
                                                                                              यु
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        आरयु में नरिनटश इंनिरन आमजी में नौकिली शरू कली ्ली। उनके नप्ा   नहीं, देश का बेटा है। उसके सा् वहली ब्ायाव नकरा जाए जो दूसिे
        कोिांििा मानिकेिली में एक िाजट्व अनधकािली ्े। उनके जलीवन से   रयुद्धबंनदरों के सा् नकरा जा िहा है।
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        जड़े कुछ ऐसे नकट्से हैं, नजनमें न नसफकि उनके वरस्क्तव, बस्लक   पादकसतानी सैदनकों ने अपने हदथयार दकए नीचे
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        सहरोनगरों के बलीच सममान, अनशासन औि ननिि्ा भिे उनके   भाि्-पानकट््ान  रयुद्ध  खतम  होने  के  बाद  करिरपपा  भाि्लीर
        फैसलों का नजरि हो्ा है।                              जवानों का मनोबल बढ़ाने भाि्-पानकट््ान सलीमा पि गए ्े। इस
        लेह को भारत का दहससा बनाने में मह्वपूण्थ भूदमका      दौिान उनहोंने सलीमा पाि कि 'नो मैन लैंि' में प्रवेश कि नलरा।
        नवंबि 1947 में करिरपपा को सेना के पूवजी कमान का प्रमख बना   उनहें देख्े हली पानकट््नली कमांिि ने आदेश नदरा नक वो वहीं रुक
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        कि िांचली में ्ैना् नकरा गरा। लेनकन दो महलीने के अंदि हली जैसे   जाएं, विना उनहें गोलली माि दली जाएगली। भाि्लीर सलीमा से नकसली ने
        हली क्मलीि में हाल् खिाब हए, उनहें लेस्फटनेंट जनिल ििलली   नचलला कि कहा रे जनिल करिरपपा हैं। रे सन्े हली पानकट््ानली
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                                                                                               यु
        िसेल के ट््ान पि नदललली औि पूवजी पंजाब का जलीओसली इन चलीफ   नसपानहरों ने अपने हन्राि नलीचे कि नलए।
        बनारा गरा। उनकली बनाई गई रोजना के ्ह् भाि्लीर सेना ने      जनिल करिरपपा 1953 में सेना से रिटारि हए। रिटारिमेंट के
                                                                                                यु
        पहले नौशेिा औि झंगि पि कबजा नकरा औि नफि जोनजला, द्रास   बाद भली उनहोंने काम जािली िखा औि 1956 ्क ऑट्रिेनलरा औि
        औि कािनगल से भली हमलाविों को पलीछे धकेल नदरा।        नरूजलीलैंि में ब्ौि हाई कमलीश्नि काम नकरा। n




          48  न्यू इडिया समाचार | 16-31 जनवरी 2022
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