Page 6 - NIS Hindi 01-15 July,2023
P. 6
्समाचार-्सार
‘स्वावलांिन से समतधि’ ने खादी को दी नई सजीवनी
ृ
ां
प्र धानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘आत्मभनभ्जर भारत
अभभ्यान’ को खादी और ग्ामोद्ोगो आ्योगो (केवीआईसी)
ने नई ऊंचाइ्यों पर पहुंचाते हुए भवश्व के सामने भारत की बुलंद
तस्वीर पेश की है। स्वतंत्र भारत के इभतहास में पहली बार
केवीआईसी के उत्पादों का कारोबार 1.34 लाख करोड़ रुप्ये
को पार कर गो्या है। तुलनात्मक रूप से देखें तो भप्छले 9 भवत्त
वर्षषों में, ग्ामीण क्षेत्र के कारीगोरों विारा बना्ये गोए स्वदेशी खादी
उत्पादों की भबक्ी में 332 प्रभतशत की अभूतपूव्ज वृभधि हुई है।
्यह उपलक्ब्ध इस बात का प्रमाण है भक ‘मेक इन इंभड्या’,
‘वोकल िॉर लोकल’ और ‘स्वदेशी उत्पादों’ पर देश की इसी तरह से ग्ामीण क्षेत्र में 9,54,899 नए रोजगोार का सृजन
जनता का भरोसा बढ़ा है। कर केवीआईसी ने ग्ामीण क्षेत्रों में लोगोों को स्वावलंबी बनाने
भवत्त वर्ष्ज 2013-14 में जहां खादी और ग्ामोद्ोगो उत्पादों में महत्वपूण्ज भूभमका भनभाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर मंच
का कारोबार 31,154 करोड़ रुप्ये ्था, वहीं भवत्त वर्ष्ज से खादी का प्रचार-प्रसार भक्या है भजससे खादी हर वगो्ज और
2022-23 में ्यह बढ़कर 1,34,630 करोड़ रुप्ये के उच्तम उम्र के लोगोों की पसंद बन गोई है। अब खादी उत्पादों की भगोनती
े
स्तर पर पहुंच गो्या, जो अब तक की सव्जश्ष्ि उपलक्ब्ध है। भवश्व के सबसे भवश्वसनी्य ब्ांडों में होती है।
केंद्र सरकार ने भवत्त वर्ष्ज 2023-24 के भलए मूल््य सम्थ्जन
्योजना में अरहर (पीएसएस), उड़द और मसूर के भलए 40
िीसदी खरीद की सीमा को हटा भद्या है। इसका अ्थ्ज ्यह है भक
अब सरकार भजतना चाहेगोी दाल खरीद सकेगोी। इससे दालों की
े
ं
आपूभत्ज बाजार में बढ़गोी भजससे दलहन की कीमत भन्यभत्रत रखने
में मदद भमलेगोी।
देश में दहलन का उत्पादन 2018-19 के 220.76
लाख टन के मुकाबले दूसरे अभग्म अनुमान के मुताभबक
2022-23 में 278.10 लाख टन हो गो्या है। नए िैसले स े
आगोामी खरीि और रबी में दलहन की बुवाई और उत्पादन
ू
समर्न मूल्यो योोजना में बढ़ने की भी संभावना है ्त्योंभक भकसान न््यनतम सम्थ्जन
्ष
मूल््य पर भजतना भी चाहे दलहन बेच सकेगोा। सरकार ने दो
ज्योादा दाल खरीदेगी सरकार जून 2023 को आवश््यक वस्त अभधभन्यम, 1955 को लागोू
ु
करते हुए अरहर और उड़द पर स्टॉक सीमा लगोा दी ्थी ताभक
दे श में दलहन उत्पादन को बढ़ावा देने और बाजार में दालों जमाखोरी और अनभतक व््यापार गोभतभवभध्यों को रोका जा सके।
ै
की आपूभत्ज बढ़ाने के भलए केंद्र सरकार लगोातार प्र्यासरत्त स्टॉक सीमा ्थोक भवक्ेताओं, खुदरा भवक्ेताओं, बड़ी श्खला के
ं
ृ
है। दाल प्लांट के आधुभनकीकरण, उच् उपज वाली उन्नत खुदरा भवक्ेताओं, भमल माभलकों (च्तकी वालें) और आ्यातकों
भकस्म के बीजों का भवतरण करने के अलावा भकसानों को िसल के भलए लागोू की गोई है। इन्हें (https://fcainfoweb.nic.
प्रणाली आधाररत प्रभशक्षण भद्या जा रहा है। नए िैसले के तहत in/psp) पोट्डल पर स्टॉक घोभर्षत करना होता है।
4 न््ययू इंडि्या समाचार 1-15 जुलाई 2023