Page 24 - NIS Hindi 01-15 March,2023
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राष्टट्र  पद्म सम्िान िें नारी शश्क्त


























                        िारी शब्क्त से सुशोनभत हो रहा ‘पद्म’



                 जमीि से लेकर आसमां और िागररक



             सम्माि तक मनहलाओं की बढ़ती भागीदारी…



            संपू्णणि मानव िाहत का हवकास तभरी माना िाएगा िब पृथ्वरी करी अाधरी आबािरी का हवकास पुरुषों करी तुलना
            में ज्यािा तेि गहत से िो। इस हिशा में भारत तेिरी से आगे बढ़ रिा िै। इसरी का परर्णाम िै हक कभरी मां, कभरी
             बिन, कभरी बेटरी तो कभरी पत्री के रूप में सशक्त मानरी िाने वालरी महिला आि अपने आत्मबल और िढ़
                                                                                                       ृ
            इच्छाशक्क्त से िर कायणि क्ेत् में न केवल अपना बक्र्क िेश का नाम भरी रौशन कर रिरी िैं। नए भारत में इन नाररी

            शक्क्त करी नई पिचान िहनया के सामने आ रिरी िै तो िेश के नागररक सम्मान से सम्माहनत िोने वालीं महिलाएं
                                ु
                                             बन रिरी िैं युवा परीढ़री करी प्रेर्णा…...

                                                            े
                                                                   े
                                    “यत् नाय्षस्त पूज्यन्त रिन्त तत् देवता:।
                                                   ु
                                            ु
                                      ै
                                  यत्तास्त न पूज्यन्त सवा्षस्तत्ािला: सक्या:”
                                                        े
        अ          थायात् जहां पि ल्स्त्रर्रों कली पूजा होिली है, वहां देविा   स्िि पि सम्मान भली नमल िहा है, इससे आने वालली पलीढ़ली औि सशक्ि
                                                             औि ऊजायावान होगली। भािि सिकाि कली ओि से प्रनि वषया जो नागरिक
                              ैं
                   ननवास कििे ह। जहां पि ऐसा नहीं होिा है वहां पि
                          या
                                                                                ें
                   सभली कार् ननष्फल होिे ह। भाििलीर् संस्कृनि म नािली
                                                    ें
                                     ैं
        सम्मान कली संपणयािा मात्र इस एक श्लोक से हली स्पष्ट हो जािली है।   सम्मान नदर्ा जािा है उसम मनहलाओं ने इस वषया भली बौनधिकिा के बल
                   ू
                                                             पि अपनली मजबि उपल्स्थनि दजया किाई। इस बाि कुल 19 मनहलाओं
                                                                         ू
                                      ृ
        मनहला शल्क्ि के नबना नकसली िाष्ट्र कली समनधि कली कल्पना भली नहीं कली   को पद्म सम्मान नमला नजसम 16 को पद्म श्ली औि िलीन को पद्म भूषण
                                                                                 ें
        जा सकिली। ऐसे म केवल नािली उत्थान नहीं, नािली के निृत्व म नवकास   सम्मान देने कली घोषणा हुई है।
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                                                  ें
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        कली दल्ष्ट बलीिे चंद वषषों म िाष्ट्र कली नलीनि बनली है। साथ हली, इसम करि   न्द्य इखड्या समाचार नये ऐस ही कुि पद्म पुरस्कार खवजताओं
                                                                    ं
                                                                                    ये
                                                                  ्द
                                                                                                         ये
        सिकाि कली संवेदनशलील सोच ने समाज म जन-जन को जागि भली   स बात की जो नपछले कई वषषों से नबना नकसली प्रचाि-प्रसाि औि
                                       ें
                                                    ृ
                                                               ये
                                                                                                   ें
                                                                 ं
                       े
        नकर्ा है औि अब बनटर्ां स्वानभमान बनकि उभि िहली ह। नजससे न   आिबि के अपनली प्रनिभा के बल पि देश-दुननर्ा म न नसफ्क िाष्ट्र
                                                ैं
                                                                                ैं
        नसफ्क नािली शल्क्ि का सम्मान बढ़ा बल्ल्क घि से ननकल कि नवकनसि   का नाम िौशन कि िहली ह बल्ल्क सनािन संस्कृनि औि वनदकिा के
                                                                                                      ै
                                                                      ु
        भािि बनाने के नलए देश कली आधली आबादली अपना बहुमूल्र् र्ोगदान   साथ-साथ पिानली कलाकृनिर्रों को जलीनवि िखने औि उसे अगलली पलीढ़ली
              ैं
                                                                   ु
        दे िहली ह। वियामान करि सिकाि म नािली को उनके हक का िाष्ट्रलीर्   िक पहंचाने के काम म जुटली ह। ैं
                        ें
                                 ें
                                                                              ें
          22  न््ययू इंडि्या समाचार   1-15 माच्च 2023
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