Page 29 - NIS - Hindi 01-15 September,2023
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आिरण िथा : 77 िां स्ि्तंत्र्ता कदिस समेारोह




                                                                  आक्थणिक प्रगति


                                                                  का नया अध्याय







                                                          अथमाव्यवीस्ा िो औपचाररि बनाने िी कदशा में

                                                                                        ै
                                                           महत्वपूणमा िदम उठाने से िसे बदलावी आते हैं
                                                          और स्ानीय तिर पर ववीिास िो गतत धमलती

                                                         है, लाल किले िी प्ाचीर से प्धानमंत्ी ने ब्ौरा
                                                     कदया, यह दशामाता है कि भारत में किस तरह आतथतिि

                                                                        समृद्धि िा नया दौर हुआ है शुरू...








                                           े
                  हीमने गिीब कल्ा्ण क ललए
                                                              n  पहले स्र्ानरी्य कनका्य के क्वकास के कलए भारत सरकार के
            ज्ादा से ज्ादा िन खचथ्य किने का
                                                                खजाने से 70 हजार करोड़ रुप्ये जाता र्ा, आज ्वो 3 लाख
                                  े
            प्रयास ककया। जब दश आक्थणिक रूप
                                                                करोड़ रुप्ये से भरी ज््यादा जा रहा है।
              से समृद्ध हीोिा ही िो लसफ तिजोिी
                               ै
                                        थ्य
                                                              n  पहले गररीबों के घर बनाने के कलए 90 हजार करोड़ रुप्ये
                                       े
             नहीीं भििी ही, दश औि दशवालसयों                     खच्य ककए जाते र्े। आज ्वो 4 गुना होकर 4 लाख करोड़ से भरी
                          ै
                             े
                                                 ै
                           का सामर्थथ्य बढ़िा ही।               ज््यादा खच्य हो रहा है।
                                                              n  ्यूरर्या के बैग दुकन्या के कुछ बाजारों में 3 हजार रुप्ये में
                                                                कबकते हैं, ्वो ्यूरर्या का बैग मेरे ककसानों को 300 रुप्ये में
                                  ै
                                         ्य
        n  जब हम 2014 में आए र्े, तो हम ्वक्श््वक अर्व््य्वस्र्ा में 10्वें नंबर   कमले और इसकलए देश करी सरकार 10 लाख करोड़ रुप्ये करी
          पर र्े और आज 140 करोड़ देश्वाकस्यों का पुरुर्षार् रंग ला्या है   सक््धसडरी दे रहरी है।
                                              ्य
          कक हम क्वश््व करी अर्व््य्वस्र्ा में 5्वें नंबर पर पहुंच चुके हैं।
                          ्य
                                                              n  मुद्रा ्योजना 20 लाख करोड़ रुप्ये से भरी ज््यादा मेरे देश के
          जब भ्रष्टटाचार से लाखों करोड़ के घोटाले अर््यव््य्वस्र्ा को डां्वाडोल
        n                                                       नौज्वानों को स््वरोजगार के कलए कदए हैं। 8-10 करोड़ नए
                    े
          कर रहे र्े, फ्जाइल र्ाइ्व में देश करी पहचान होने लगरी र्री।   लोगों को रोजगार देने का सामर््य्य मुद्रा ्योजना से हुआ है।
          लरीकेज को हमने बंद कक्या, मजबूत अर्व््य्वस्र्ा बनाई।
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                                                                                    ़े
                                                              n  एमएसएमई को कररीब साढ़ तरीन लाख करोड़ रुप्ये करी मदद
        n  कतजोररी का पाई-पाई अगर ईमानदाररी से जनता-जनाद्यन के कलए   से कोरोना के संकट में भरी उनको डूबने नहीं कद्या, उनको
          खच्य करने का संक्कप लेने ्वालरी सरकार हो तो पररणाम कैसा   एक ताकत दरी है।
          आता है। मैं 10 साल का कहसाब कतरंगे करी साक्षरी में लाल ककले करी
          प्राचरीर से मेरे देश्वाकस्यों को दे रहा हूं। 10 साल पहले राज््यों को   n  ्वन रैंक ्वन पेंशन, मेरे देश के सेना के ज्वानों का एक
          30 लाख करोड़ रुप्ये भारत सरकार करी तरर् से जाते र्े। कपछले   सम्मान का क्वर्ष्य र्ा, 70 हजार करोड़ रुप्ये भारत करी
          9 साल में ्ये आंकड़ा 100 लाख करोड़ रुप्ये पर पहुंचा है।  कतजोररी से आज पहुंचा है।





                                                                                    न््ययू इंडि्या समाचार   1-15 डसतंबर 2023  27
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