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राष्ट्र डॉॉ. मनमोहेन दिसंहे
                                                                                                           ं


               प्रधाानमंत्रीी नरींद्र मोदीी कीे प्रधाान सुलिचावा डॉ. पूी.कीे. लिमश्राा ने डॉ. मनमोहन
              लिसुंह कीे सुालिनध्यू मं अपूने छाात्री जीीवान कीो यूादी कीरीते हुए उन्हं श्राद्धाांजीलि�
              दीी। डॉ. लिमश्राा ने कीहा, लिजीसु सुमयू डॉ. मनमोहन लिसुंह लिदील्�ी स्की� ऑफ
                                                             ू
             इंकीनॉलिमक्सु मं पूढ़ााते थेे। मं उन लिदीनं एम.ए. प्रथेम वार्षष मं थेा। यूह वाह दीौरी
                                                 ृ
             थेा, जीबा इंसु प्रलितष्ठि��त सुंस्थेान मं अमर्त्यूष सुेन, मणीा� दीत्ताा चाौधारीी, ए.एम.
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               खुसुरीो, कीे.एन. रीाजी, सुखुमयू चाक्रवाती औरीी धामष कीमारी जीसुे बाेहतरीीन
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            लिशक्षकी हुआ कीरीते थेे। डॉ. मनमोहन लिसुंह मं अंतरीरीा�ट्रीीयू व्यूापूारी कीे जीलि��
              लिवार्षयूं कीो हरी छाात्री कीी सुमझ मं आने वाा�े तरीीकीे सुे सुमझाने कीी अद्भुत
                       क्षमता थेी, लिजीसुसुे छाात्रीं कीे लि�ए सुीखुना आसुान हो जीाता थेा।


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        क्षवित होै। र्मां भीारीत कोे संबासंे र्माहोान संपूूतं र्मां संे एको कोो आदरीपूूवषको   संांसंद कोे रूपू र्मां �ॉ. विसंहो कोी विनष्ठा संभीी कोे विलाए प्ररीणा जसंी होै।
        श्रेद्धांजविला अविपूषत कोरीती होूं।”                  संंसंद संत्र कोे संर्माय अहोर्मा र्माौकों पूरी वो व्होीला चेयरी पूरी बाैठकोरी
          उपूरीाष्ट्रीपूवित जगूदीपू धानखड़ ने कोहोा विको �ॉ. र्मानर्माोहोन विसंहो   आते र्थे औरी अपूना संंसंदीय दावियत्व विनभीाते र्थे।
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        कोे विनधान संे गूहोरीा दुख होुआ। पूूवष प्रधाानर्मात्री औरी एको प्रवितक्टिष्ठत   दविनया कोे प्रवितक्टिष्ठत संंस्र्थान संे विर्शक्षा लाने औरी संरीकोारी र्मां अनको
                                                                                                           े
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        अर्थषर्शास्त्री र्मानर्माोहोन विसंहो ने भीारीत कोे आविर्थषको पूरिरीदृश्य कोो बादला   र्शीर्षष पूदं पूरी रीहोने कोे बााद भीी �ॉ. विसंहो अपूनी संार्माान्य पूृष्ठभीविर्मा
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        विदया।  1991  र्मां  भीारीत  कोे  आविर्थषको  उदारीीकोरीण  कोे  वास्तकोारी  ने   कोे र्माूल्यं कोो कोभीी भीी नहों भीलाे। दलागूत रीाजनीवित संे ऊंपूरी उठकोरी
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        संाहोसंपूूवषको दर्श कोो र्माहोत्वपूूणष पूरिरीवतषन कोे र्मााध्यर्मा संे आगूे बाढ़ाया,   उन्होंने होर्मार्शा होरी दला कोे व्यक्टि�त संे संंपूकोफ रीखा औरी संबाकोे विलाए
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                                                                                                     ं
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        विवकोासं औरी संर्माविद्ध कोे विलाए नए रीास्ते खोलाे।  संहोज उपूलाब्धा रीहोे। पूीएर्मा र्माोदी ने कोहोा विको र्माुख्यर्मात्री रीहोते वे
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          प्रधाानर्मात्री नरीद्री र्माोदी ने भीी पूूवष प्रधाानर्मात्री �ॉ. र्मानर्माोहोन विसंहो   �ॉ. र्मानर्माोहोन विसंहो कोे संार्थ रीाष्ट्रीीय औरी अंतरीरीाष्ट्रीीय विवर्षयं पूरी
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                                                       ं
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                                                               ु
        कोो विवनम्र श्रेद्धांजविला दी औरी कोहोा, “उनकोे विनधान संे होर्मा संभीी कोे   खलाे र्मान संे चचा कोरीते र्थे। विदल्लाी आने कोे बााद भीी र्माेरीी उनसंे
        हृदय कोो गूहोरीी पूीड़ा पूहोुंची होै। उनकोा जाना रीाष्ट्री कोे विलाए बाड़ी क्षवित   संर्माय-संर्माय पूरी बाात औरी र्माुलााकोात होोती र्थी। र्माुझेे उनसंे होुई
                                                                                                   े
                                                                                           े
        होै। विवभीाजन कोे उसं दौरी र्मां बाहोुत कोुछ खोकोरी भीारीत आना औरी   र्माुलााकोातं, दर्श कोो लाकोरी होुई चचाषएं होर्मार्शा याद रीहोगूी। अभीी जबा
                                                                             े
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        यहोां जीवन कोे होरी क्षेत्र र्मां उपूलाक्टिब्धायां होाविसंला कोरीना, यहो संार्माान्य   उनकोा जन्र्माविदन र्था तबा भीी र्माने उनसंे बाात कोी र्थी। प्रधाानर्मात्री नरीद्री
                                                                                  ं
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        बाात नहों होै। अभीाव औरी संंघर्षं संे ऊंपूरी उठकोरी कोसंे ऊंंचाइयं कोो   र्माोदी कोी अध्यक्षता र्मां कोविबानटी ने पूूवष-प्रधाानर्मात्री �ॉ. र्मानर्माोहोन
                                             ै
                                                                                ै
        होाविसंला विकोया जा संकोता होै, उनकोा जीवन यहो संीख भीावी पूीढ़ी कोो   विसंहो कोी स्र्मावित र्मां र्शोको प्रस्ताव पूारिरीत विकोया औरी दो विर्मानटी कोा र्माौन
                                                                      ृ
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        दता रीहोगूा।” पूीएर्मा र्माोदी ने कोहोा विको एको नको इसंान कोे रूपू र्मां, एको   रीखकोरी उन्हों श्रेद्धांजविला दी।
        विवद्वाान अर्थषर्शास्त्री कोे रूपू र्मां औरी रिरी�ॉम्संष कोे प्रवित संर्माविपूषत लाी�री
        कोे रूपू र्मां उन्हों होर्मार्शा याद विकोया जाएगूा। एको अर्थषर्शास्त्री कोे रूपू   संात निदन का रीाजकीय शुोक घोोनिर्षत
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        र्मां उन्होंने अलागू-अलागू स्तरी पूरी भीारीत संरीकोारी र्मां अनको संवाएं दं।
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        चनौतीपूूणष संर्माय र्मां उन्होंने रिरीजवष बाको कोे गूवनषरी कोी भीविर्माकोा विनभीाई।   दि�वंंगत पूवंव प्रधाानमंंत्रीी डॉॉ. मंनमंोहन दि�ंह केे �म्मंान मंं पूूरेे भाारेत
                                                                     ू
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        पूूवष प्रधाानर्मात्री पूी.वी. नरीविसंम्होा रीाव कोी संरीकोारी र्मां विवत्ता र्मात्री रीहोते   मंं 26.12.2024 �े 01.01.2025 तके �ात दि�न केा रेाजकेीय शोोके
                 ं
                                  े
        होुए उन्होंने विवत्ताीय संंकोटी कोे दौरीान दर्श कोो नई रीाहो विदखाई।  घोोदि�त दिकेया गया। इ� अवंदिधा केे �ौरेान पूूरेे भाारेत मंं उन स्थाानं
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          पूीएर्मा र्माोदी ने �ॉ. विसंहो कोो याद कोरीते होुए कोहोा विको जनता औरी   पूरे रेाष्ट्रीीय ध्वंज आधाा झुकेा रेहा, जहा इ�े दिनयदिमंत रूपू �े
                                                                                  ु
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        दर्श कोे विवकोासं कोे प्रवित जो कोविर्माटीर्माटी र्था उसंे होर्मार्शा बाहोुत संम्र्माान   फहरेाया जाता है औरे रेाजकेीय शोोके केी अवंदिधा केे �ौरेान केोई
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        संे दखा जाएगूा। उनकोा जीवन ईर्माानदारीी औरी संादगूी कोा प्रवितविबाबा   आदिधाकेारिरेके उत्�वं नहं होगा। दि�वंंगत डॉॉ. मंनमंोहन दि�ंह केा
                                                       ं
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        र्था। विवनम्रता, संौम्यता औरी बाौविद्धकोता उनकोे संंसंदीय जीवन कोी   अदितमं �ंस्केारे पूूरेे रेाजकेीय �म्मंान केे �ाथा दिकेया गया। दिवं�शो
                                                                ं
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        पूहोचान रीहोी। पूीएर्मा र्माोदी ने कोहोा विको संाला कोी र्शुरुआत र्मां जबा   मंं �भाी भाारेतीय दिमंशोन, भाारेतीय उच्चाायोग मंं भाी अदितमं �ंस्केारे केे
                                                                                                 ं
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        रीाज्यसंभीा र्मां उनकोा कोायषकोाला संर्मााप्त होुआ तबा र्माने कोहोा र्था विको   दि�न रेाष्ट्रीीय ध्वंज आधाा झुकेा रेहा।
                                                                                            ु
                                                                                   �यू इनिडॉया संमााचाारी   16-31 जनवरीी, 2025 15
                                                                                      ं
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