Page 17 - NIS Hindi November 16-30
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सपेशि ररपो् प्रदूषण से ननप्ने की तैयारी
छोटे सकारातमक कार हमेशा सकारातमक माहौल बनाने में बहत
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बड़ली भनमका अदा करते हैं।
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प्रदूषण कम करने के निए उठाए ये कदम
राष्ट्ीय सवचछ वायु काय्षक्रम...
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n देशभर में वार प्रदिण के नखलाफ रद्धट्तर पर अनभरान कली
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शरुआत करते हयुए परायावरण मत्रालर ने 10 जनवरली 2019 को
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राषरिलीर ट्वचछ वार कारयारिम(एनसलीएपली) लागू नकरा।
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n राषरिलीर ट्वचछ वार कारयारिम पांच साल कली रोजना है। इसके
अंतगयात 300 करोड़ रुपरे खचया कर विया 2024 तक हवा में
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मौजूद प्रदिण फैलाने वाले कण पलीएम 2.5 और पलीएम 10 कली
मात्रा को 20 से 30 फलीसदली तक कम नकरा जाना है।
n एनसलीएपली को बनाते समर उपलबध अंतरायाषरिलीर अनयुभवों और
राषरिलीर अधररनों का धरान रखा गरा है। इसमें रह धरान रखा
गरा नक वार प्रदिण कम करने वाले अनधकांश कारयारिम पूर े
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देश के नलरे न होकर शहर नवशि के नलरे बनाए जाएं, जैसा नक
नवदेशों में देखने को नमलता है। उदाहरण के नलरे, बलीनजंग और
नसरोल जैसे शहर, नजनमें ऐसे नवनशषट कारयारिम चलाने के बाद
5 विशों में पलीएम 2.5 के ट्तर में 35 से 40 फलीसदली कमली देखन े
को नमलली।
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n वार प्रदिण से ननपटने के नलए तरार कली गई इस रोजना में
102 शहरों को शानमल नकरा गरा है। परायावरण मत्रली प्रकाश
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जावड़ेकर के अनसार अब इसे देश के 122 शहरों में लागू नकरा
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जा रहा है।
n केंद्र सरकार ने परालली प्रबंधन के नलए 1700 करोड़ रुपरे का
बजट आवनटत नकरा है। इसके अनतररकत परालली प्रबंधन के
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नलए केंद्र सरकार मशलीनें दे रहली है। मशलीन खरलीद पर सहकारली
सनमनतरों को 80% अौर अनर लोगों को 50% सस्बसडली दली जा
रहली है।
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n केंद्र सरकार ने परिोल से होने वाले प्रदिण को घटाने के नलए
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इ्ेनॉल के उतपादन में 6 साल में पांच गना वनद्ध कली है। वतयामान
में इसका करलीब 200 करोड़ ललीटर उतपादन हो रहा है। परिोल
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में इ्ेनॉल नमलाने से वाहन से ननकलने वाले धएं में काबयान कली
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मात्रा 10 प्रनतशत तक कम हो जातली है।
n 65 हजार करोड़ रुपरे के ननवेश के सा् बलीएस- 4 के बाद
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बलीएस-6 मानक के वाहन और ईंधन कली शरुआत कली गई। इसस े
वाहनों से होने वाले वार प्रदिण में 25 से 70 फलीसदली तक कली
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कमली आएगली।
न्यू इंडिया समाचार 15