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कोरोना से जंग





              77 लाख से जयािा ररीज ठीक





            भारत रें ठीेक होने िा्े ररीजों की संखया दुवनया रें सबसे जयादा



          भारत में कोराेना संक्रनमत मरीजरों की संखया में िगातार कमी आ रही है। ठीक होने वािे मरीजरों की संखया
          4 नवंबर को 77 िाख पार कर गई। मरीजरों के ठीक होने की संखया के मामिे में हम दुननया में नंबर वन


                  रत अब तक कोरोना के नखलाफ जंग में       जब तक दवाई नहीं, तब तक नििाई नहीं
                                           यु
                  कई मलील के पत्र ट््ानपत कर चका है।
        भादेश में कोरोना से ठलीक होने वाले मरलीजों                                  92.20 %
        कली संखरा 77 लाख को पार कर गई है तो ठलीक होने
        कली दर 92 फलीसदली के पार पहंच गई है। कोरोना से जंग                          ररिवरमी दर
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        में कई ऐसली प्रेरणा देने वालली कहाननरां भली सामने आई
        हैं जो हौसला देतली हैं। इसली कड़ली में देश के उपराषरिपनत                     1.49%
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        एम.  वेंकैरा  नारड  हैं  जो  29  नसतंबर  को  कोरोना
                                                                                            ु
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        संरिनमत हए ्े। लेनकन 71 विवीर उपराषरिपनत ने घर        दो गज की दूरी           मृत् दर
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        पर सरनक्त रहने वालली सावधाननरां बरतीं और 12
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        अकटटूबर को कोरोना से जंग में जलीत गए। लेनकन इस   अब ति िि टे्ट   िैबयोरेटरमी- सरिारमी- 1132| प्ाइवेट- 905
        जलीत में उनका मंत्र करा ्ा? वे कहते हैं, “मेरा रह   11,42,08,384  अब ति िमीि हुए मरमीज- 77,10,630
        रकलीन है नक अपनली आरयु और डारनबटलीज जैसली कुछ         सरक्र् मामि े               िि मरमीज
                                                                                            ु
        ट्वाट््थर समबनधली समट्राओं के बावजूद भली मैं रनद       5,28,178                  83,64,797
        कोनवड-19 संरिमण से उबर सका तो उसका कारण
        रहा, मेरा शारलीररक ट्वाट््थर, माननसक दृढ़ता, ननरनमत   रसतंबर िे मुिाबिे अ्टटूबर में संक्रमण िमी र्तार और मौतों
        सैर-रोग और नसफ्क देसली पारमपररक भोजन करना। मझे   में रगरावट देखने ियो रमिमी है। अ्टटूबर में 71.61% संक्रमण िे
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        नसफ्क देसली पारमपररक भोजन पसंद है। इस एकांतवास में   मामिे िम हुए हैं, जबरि मौतों में 70.57% िमी िममी आई है।

        भली मैंने वहली देसली भोजन नकरा।” नसफ्क उपराषरिपनत हली    (आंिड़े 4 नवंबर ति; स्योत: ्वा््थ् मंत्ाि्)
        नहीं, उपराषरिपनत सनचवालर में कोरोना संरिनमत पाए
        गए 13 कमयाचारली भली अब ट्वट्् हो गए हैं। राजरसभा   आयुष नग्ड ने संजीवनी और योग
        सनचवालर  में  136  कोरोना  संरिनमत  कमयाचारली  भली   िोके्र एप से राह की आसान
        ट्वट्् हो चके हैं।                              आरयुि नग्ड के संजलीवनली मोबाइल एप और रोग लोकेटर मोबाइल
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         व्ा्ाम और देसमी भयोजन जरूरमी: अपने अनभव के     एप कली प्रसार संखरा 5 लाख से अनधक लोगों तक हो गई है। आरयुि
        आधार पर उपराषरिपनत सलाह देते हैं नक प्रनतनदन ्ोड़ा   नग्ड में आईटली आधाररत परररोजनाओं का 3 साल में 8 लाख
        बहत वराराम जरूर करें जैसे सैर करना, दौड़ना रा    आरयुि नचनकतसकों और 50 करोड़ लोगों तक पहयुंच बनाने का लक्र
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        रोग आनद। सा् हली प्रोटलीन रयुकत भोजन जरूरली है, जंक   है। संजलीवनली एप का इट्तेमाल लोगों के बलीच आरयुि से संबंनधत

        फूड को तो तराग हली दें। इन सबके सा् रे भली जरूरली है   नसफाररश और ट्वलीकारता को जानने के नलए नकरा जा रहा है। रोग
                                                                          या
        नक आप सावधानली बरतने में कोई नढलाई न दें, माट्क   लोकेटर एप से रोग प्रनशक्कों को एक जगह जोड़ने व आमजन को
        पहनें, हा् धोते रहें, सदैव अपनली ननजली ट्वचछता और   उन तक पहंच बनाने में मदद नमलतली है।
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        ट्वाट््थर बनाए रखें।



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