Page 27 - NIS Hindi September 2020 16-30
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बातचीत सकरि ररजीज ू
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2028 क लाॅस एंजजल्स
ओलंवपक में टाॅप 10
में होगा िारि
कोरोिा महामारी के दौर में खेल जगत सबसे असधक प्रभासवत है। ऐसे में केंद्र सरकार िे सखलासडयों की प्रैखकटस
से लेकर उिकी बाकी सुसवधा के सलए कया कदम उठाए हैं, इस बारे में ‘न्यू इंसरया समाचार’ िे खेल व युवा
मामलों के केंद्रीय राजय मंत्ी (सवतंत् प्रभार ) सकरेि ररजीजू से सवशेर बातचीत की। पेश हैं अंश:
lखेल में अभयास जरुरी है, ऐसे में टॉप-10 देशों में रहेंगे। आठ साल बाद लाॅस
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कोरोना जैसी महामारी के दौर में केंद्र lखेल के सलए इंफ्ा्ट्रकचर एनजलस में ओलनपक ह और तब तक बच्च े
सरकार ने सकस तरह तैयारी की? को सकस तरह से मजबूत 16-18 साल के होंगे और उसे चैंनपरन बनन े
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जब महामारली शरू हयुई तो खेलकूद बयुरली तरह सकया जा रहा है? के कानबल बना पाएंगे। ऐसली तवैरारली भारत में
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से प्रभानवत हयुआ करोंनक मवैदान पर अभरास रह एक मूलभूत जरूरत ह पहले कभली नहीं हयुई।
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जरूरली ह। लनकन हमने शारलीररक अभरास कली एथललीट के नलए। अहम बात ह ••lखेल आपकी रूसच का सवषय है, ऐस े
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ऑनलाइन ननगरानली कली वरवट्था कली, नजसमें नक जो एथललीट नेशनल एकेडमली में बतौर मंत्ी आपका संदेश कया होगा
कोच जयुड़े हैं। खास तौर से एथललीट को पूरली में चरननत हैं, वहां कोई परेशानली तासक खेल को बढ़ावा समले?
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प्रनक्रा के तहत प्रनशक्ण कली जरूरत हवै तानक नहीं ह करोंनक वहां सयुनवधाएं भली मैंने मत्रली बनते हली खेल कली पररभाषा बदल
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खेल अनयुशासन बना रहे। इसमें कोच लगातार ह और नवदेशली कोच हैं नजनहें हम दली हवै। हमारे पास प्रनतभाओं कली कमली नहीं ह।
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जड़े रहे हैं। हमने इस महामारली के दौर में 10 लाख से जरादा मानसक सलरली खेल का अचछा इनतहास रहा ह। लनकन रह
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काफली कुछ सलीखा भली हवै। सामनहक खेलों के भली दे रहे हैं। प्रधानंमत्रली नरेंद्र मोदली कभली हमारली सट्कनत नहीं बन पारा। समाज
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नलए भली नवशेष प्रोटोकॉल के तहत अभरास इसमें भली नवशेष रुनच ले रहे हैं। कली मानसनकता में बदलाव जरुरली ह। अंग्ेजों
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चल रहा ह। ने नक्केट को माननसकता में डाल नदरा तो जो
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lटिोकयो ओलसपक जब भी होता ह ै नक्केट खेलता हवै वह करोड़पनत बन जाता हवै।
तो आज की पररस्थसत के सलहाज स े हैं और प्रनतभा कली पहचान का कोई जरररा लनकन जो मडल जलीत के लाते हैं उसे सरकार
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भारतीय सखलाडी सकतने तैयार है? नहीं रहा ह। लनकन अब हम रवा प्रनतभा कुछ पवैसे तो दे देतली हवै, नफर कोई धरान नहीं
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हमारे एथललीट पूरली तरह से तवैरार हैं। जब भली कली पहचान कर रहे हैं, नजसके नलए मत्रालर रखता। ऐसे में मोदली जली के नेत्व में पं.
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ओलनपक होगा तो उस समर के नहसाब से भली ने 8-12 वषया के ऐसे प्रनतभाशालली बच्चों कली दलीनदराल उपाधरार के नाम से एक फंड बना
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तवैरारली होगली। नफलहाल तवैरारली चल रहली ह जो पहचान के नलए पांच जोन बनाए हैं। सभली जोन ह, नजसमें जो नखलाड़ली भारत के नलए खेल
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अगले साल जलाई-अगट्त में तेज होगली। में टैलेंट ट्काउनटग कमेटली बनाई हवै नजसमें सभली चके हैं, भले मेडल नमले रा नहीं, अगर उनकली
•lभारत के ग्ामीण और दूरदराज क्त्ों में नवशेषज् शानमल होंगे। हर खेल के नलए अलग नवत्तलीर स्ट्थनत खराब हवै उसे 10 लाख रु. तक
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प्रसतभाएं बहुत हैं, उनको सामने लाने के कमेटली होगली। इससे प्रनतभा कली पहचान करके कली सहारता देते हैं। काफली पवया नखलानड़रों को
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सलए कया योजनाएं हैं? नेशनल ट्पोट्डस एकेडमली में लाएंगे। अपनली इस मदद दली गई हवै। इसमें नखलाड़ली हली नहीं, उनह ें
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भारत 130 करोड़ कली आबादली वाला देश ह, तवैरारली कली वजह से हली मैं कह रहा हं नक 2028 सहरोग करने वाले कोच, कमेंटेटर जसे लोग
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लनकन हम मयुस्शकल से एक-दो मडल जलीतत े के लाॅस एनजलस ओलनपक में हम दननरा के भली शानमल हैं। n
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न्यू इंडिया समाचार 25