Page 14 - Hindi NIS 1-15 January 2022
P. 14
राष्ट्र गोरखपुर को ्सौगात
गोरख्पुर एमस: रचरकतसा क्ेत् में आतमरनभणिरता की राह
्प्वाांचल को एमस की सौगात से
ू
स्वास्थय क्ेत् में सुधार
रु
n 1000 िरोि रुपये िी लागत िे 112 एिि में सनसम्जत गोरखपर
्वा््थय िी रक्ा िवणोपरर। बदहाल ्वा््थय ढांिे में िरुधार लाने एमि िे गरुिवत्तापूि्ज तृतीयि ्तर िी ्वा््थय देखभाल िेवाओं
िे सलए 2014 िे बाद तेजी िे िाम सिए हए हैं। सिसितिा िे क्ेत् िी उपलबधता बढ़ेगी।
रु
में देि आतमसनभ्जरता िी राह पर है। देि में नए मेसििल िॉलेज
बनाए गए, सवशव्तरीय सिसितिा तिनीिों िो अपनाया, नई n इिमें 750 सब्तरों वाला अ्पताल, 18 ्पेसियसलटी, 17 िरुपर
रु
्वा््थय नीसत और ई-हेलथि जैिी िरुसवधाएं उपलबध िराई गई है। ्पेसियसलटी सवभाग और 14 ऑपरेिन सथियेटर हैं। आयष बलॉि,
रु
सपछले िात वषगों में 16 नए एमि पर िाम िरुरू हआ है। िाथि ही, मेसििल िॉलेज, नसिांग िॉलेज िा सनमा्जि।
सरट इंसिया, अंतररा्ट्ीय योग सदवि, आयरु्मान भारत, सिसजटल n सिटी ्िैन, एमआरआई, अलट्ािाउंि िी िरुसवधा िसहत िई गंभीर
्वा््थय समिन जैिी मरुसहम िरुरू िी गई। अिेले उत्तर प्रदेि बीमाररयों िा इलाज उपलबध होगा।
िो दो एमि िी िौगात समली है। पहले प्रदेि िे लोगों िो इलाज
िे सदलली िे एमि में जाना पिता थिा। लेसिन अब वह एमि n सिसितिा सिक्ा िे 25 िे असधि पाठ्यक्रमों िसहत एमबीबीएि िी
रु
गोरखपर में आ गया है। सजििे पूवािल िे िाथि पिोिी राजय 125 िीटें हैं। इििे सनमा्जि िे यवाओं िो प्रतयक्-अप्रतयक् रोजगार
ां
रु
सबहार-झारखंि िसहत पिोिी देि नेपाल िे लोगों िो भी उच्च िे अविर प्रारत होंगे। आवागमन बढ़ने िे उद्ोगों िो बढ़ावा
रु
्तरीय सिसितिा िेवाएं िहजता िे समल ििेगी। समलेगा। इििा 5 िाल िे भीतर पूरा हआ सनमा्जि िाय्ज।
े
आईसीएमआर क्त्ीय केंद्र
से शोध में मिि नकसी भी देश को आगे बढ़ने के नलए, बहुत आवशयक है नक उसकी
n नए भवन में अतयाधरुसनि िरुसवधाओं िी सवास्थय सेवाएं ससती हों, सव्ष सुलभ हों, सबकी ्पहुंच में हों। वना्ष मैंने
ं
ं
वयव्थिा। ििारी और गैर ििारी रोगों में भी इलाज के नलए लोगों को एक शहर से दसरे शहर तक चककर लगाते,
यू
रु
अनरुिंधान िे नए द्ार खलेंगे। अ्पनी जमीन नगरवी रखते, दसरों से उिारी लेते बहुत देखा है। मैं देश के
यू
हर गरीब, दनलत, ्पीनड़त, शोनरत, वंनचत, चाहे वो नकसी भी वग्ष का हो,
n क्ेत् िे अनय सिसितिा ि्थिानों िो नकसी भी क्ेत् में रहता हो, इस ससथनत से बाहर ननकालने के नलए जी-
ं
िहायता प्रदान िरेगा। इि क्ेत् में जापानी जान से जुटा हं।
यू
े
े
इंिरलाइसटि, एकयूट इंिरलाइसटि
सिंड्ोम िे सनपटने में मदद समलेगी। – नरेंद्र मोदी, प्रिानमंत्ी
यु
आई्सीएमआर: क्त्ी्य केंद्र ्से शोध-अनु्संधान को बिावा अतराधननक जांच कली सयुनवधा का लाभ नमलरा औि सैंपल बाहि नहीं
े
े
ं
कोनवि महामािली ने ट्वाट्रर बयुननरादली ढांचे को मजबूत बनाने के लक्र भेजना पड़ेरा। रे सट्थिान क्ेत्रलीर ट्ति कली बलीमारिरों कली जांच औि इलाज
े
को बेहति बनारा है। ट्वाट्रर क्ेत्र में कई नए-नए आराम ट्थिानपत हो के नए तिलीकों कली खोज किरा। ट्वाट्रर सयुनवधाओं को औि मजबूतली
ं
े
िहे हैं। इसली कड़ली में ट्वाट्रर अनयुसंधान के नलए नए-नए सट्थिानों का देने के नलए बाबा िाघव दास मनिकल कॉलेज के क्ेत्रलीर शोध सट्थिान
ं
यु
ननमायार नकरा जा िहा है। इसली नदशा में आईसलीएमआि क्ेत्रलीर आरयुनवयाज्ान रोिखपयुि में 9 अतराधननक लैब का लोकापयार नकरा ररा, जहां जापानली
यु
यु
यु
अनसंधान केंद्र रोिखपयुि एक नमसाल है। अतराधयुननक सयुनवधाओं से रकत बखाि समेत नवनभन् कलीटारओं-नवषार जननत बलीमारिरों का पिलीक्र
यु
यु
या
क्ेत्रलीर आरयुनवयाज्ान अनसंधान केंद्र का नरा भवन इलाके में मलेरिरा, औि शोध कार नकरा जाएरा। सैंपल कली जांच के नलए बड़े शहिों में नहीं
यु
ू
टलीबली, एचआइवली, कैंसि औि कुष्ठ िोरों पि अनसंधान के नए नक्नतज भेजना होरा औि इलाज ततकाल हो सकेरा। इससे पवाांचल के नजलों
यु
े
खोलरा। रे सट्थिान नए औि उभिते सक्मरों, पोषर संबंधली समट्रा के लाखों लोरों को लाभ नमलरा। इस भवन का रिकॉि्ट रनत से ननमायार
े
ं
ं
औि इसके अलावा शयुरि, हाई बलीपली जैसे िोरों को दि किेरा। इसस े नकरा ररा है तानक लोर इसका लाभ जलद उ्ठा सके।
ू
12 न्यू इडिया समाचार | 1-15 जनवरी 2022
ं