Page 12 - NIS-HINDI 01-15 JUNE 2022
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आवरण कथा
                  जन-जन की िक्त,
                  दयेि की प्रगहत


                                                                          न-जन  के  जलीवन  में  सहजता  लाकि  ट्वावलंबली-

                 बैंक की सुववधा हो या फिर वकसान                           ट्वानभमानली  बनाने  वालली  ऐसली  कहाननरों  कली  सूचली
                                                                                                        यु
                                                                                                           यु
                                                                 ज सैकड़ों, हजािों में नहीं बस्लक किोड़ों में पहंच चकली
                             े
             सम्ान मनधध क तहत सालाना 6 हजार
                                                                                               यु
                                                                 है, वह भली केवल 8 वषथों में। प्रशासननक सधाि, नबजलली सयुधाि,
            रु. की तीन वकति या फिर एलपीजी की
                                                                 िेल सयुधाि, भ्रषटाचाि पि अंकुश, टैकस पािदनशयाता, जलीएसटली स  े
        सब्सिडी। िध्य प्रदश क नौगांव क दवेंद्र शसंह              एक देश-एक टैकस कली अथया क्रांनत, स्ट्कल इनिरा, ट्टाट्ट अप-
                           े
                                े
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                                                                                                ं
        को उनकी एलपीजी सब्सिडी सीधे बैंक खाते                    ट्टि अप इनिरा, निनजटल इनिरा, नकसानों को गयुणवत्तापणया खाद
                                                                        ं
                                                                   ैं
                                                                                                        ू
                                                                                    ं
          िें मिलने लगी तो वे कहते ह, “अब बीच में                कली सहज उपलबधता, 34 वषया बाद आई नई िाषरिलीर नशक्ा नलीनत
                                        ैं
                                                                 से गलोबल हब बनने कली तरािली, मनहलाओं के नेतृतव में नवकास
                                                                                   ै
          गैस एजेंसी क प्रबंधक क नहीं होने से कोई
                        े
                                    े
                                                                 कली नई सोच, दननरा में भाित कली ताकत को मजबूतली नदला िहा है।
                                                                           यु
                                                      े
           गड़बड़ी नहीं हो रही और सीधे हहतग्ाही क
                                                                 नसफ्क आधािभूत बदलाव हली नहीं, गिलीबों को उसका हक नदलाना,
                               ें
       खाते में पैसा जाने से कद्र सरकार की योजना
                                                                               यु
                                                                 उज्वला रोजना से धआं मकत िसोई का सपना साकाि किना, हि
                                                                                   यु
                                      ै
             से एक लगाव भी बढ़ा ह।” रसोई गैस क                    ्ि तक लोगों को शयुधि परजल के नलए नल से जल उपलबध किान  े
                                                      े
                                                                                 े
                                                                                                           यु
                        ं
        अलावा प्रधानित्री आवास योजना की राशश भी                  कली भागलीिथली रोजना कली पहल, 50 किोड़ से जरादा लोगों को मफत
                                      ं
        सीधे लाभामथथियों क खाते िें पहचने लगी ह और               5 लाख रु. तक कली ईलाज कली सयुनवधा नदलाकि दयुननरा कली सबस  े
                                                  ै
                          े
                                                                                                      ं
                                                                 बड़ली हेलथकेरि रोजना को लागू किाना, सबको बैंनकग प्रणालली
           उत्तर प्रदश क आमिर खां, आय्भन चौधरी जैसे
                       े
                   े
                                                                                                  ू
                                                                 से जोड़ने के नलए जन-धन जैसली रोजना को मतया रूप देना औि
                        ैं
      लोग इससे खुश ह क्ोंवक कद्र सरकार की ओर
                                   ें
                                                                 छह दशक के फासले को बलीते छह साल में कम किते हए जमम-
                                                                                                       यु
                                                                                                            ू
                         े
           से मिलने वाल लाभ िें अब कोई वबचौमलया                  कशमलीि से अनचछेद 370 को हटा भाित को नए उजाले कली तिफ
                                                                           यु
                                                                                          या
                       ै
                नहीं ह, ना ही कोई किीशन का झोल।                  लेकि जाना मौजूदा सिकाि कली कारशैलली के कुछ उदाहिण है जो
                                                                   ू
                                                                 ‘नर इनिरा’ के ननमायाण में नींव बनली है। भ्रषटाचाि, आतंकवाद,
                                                                     ं
                                                                 कालाबाजािली के रग से बाहि ननकल भाित एक सशकत, सयुिनक्त
                                                                             यु
                                                                 औि पािदनशयाता कली नदशा में कदम बढ़ा चका है।
                                                                                             यु
                                                                                                     यु
                 नवी मुंबई की रहने वाली पुष्ा बनसोड     े          पड़ोसली देशों के नापाक इिादों को उसके ्ि में ्सकि धवट्त
                                                                                         यु
                                                   े
             आज प्रधानमंत्ी मुद्रा योजना से ऋण लकर               किने वाले भाित के इिादे आज बलंद हैं तो उसकली वजह बलीत  े
                                                                                                     ृ
                                                                 आ्ठ वषथों में सिकाि कली ओि से हि नदशा में समग् दस्षटकोण के
          अपने पडरवार की पहली महहला उद्यमी बन गई
                                                                 साथ उ्ठाए गए कदम हैं। इस दौिान नजस तिह से सिकाि ने एक
                        ुं
         हैं। लद्ाख की कजेस अंग्ो पारंपडरक हतिकला
                                                                                                         ै
                                                                 ढांचा खड़ा नकरा, उसली का परिणाम है नक कोनवि जैसली वस्शवक
           को बढ़ावा दने का व्यवसाय शुरू कर स्ानीय
                       े
                                                                                               ै
                                                                 महामािली में भली भाित ने अपनली िणनलीनतक तरारिरों से दननरा को
                                                                                                       यु
                      िडहलाओं को रोजगार भी द रही ह।
                                                      ैं
                                                े
                                                                                                    यु
                                                                 न नसफ्क चौंकारा बस्लक आपदा के इस काल में दननरा को भली
             नोएडा के  अंककत ने स्टड अप इहडया से ऋण              संजलीवनली देने वाला ‘हनमान’ बनकि उभिा। भाित कली वस्शवक
                                          ं
                                   ैं
                                                                                  यु
                                                                                                         ै
                                                                                                       यु
         लकर अपना व्यवसाय शुरू वकया ह। आगरा की                   धमक का अंदाजा इसली बात से लगारा जा सकता है नक दननरा अब
                                           ै
           े
          प्रीतत को पहल लॉकडाउन िें मुफ्त अनाज और                भाित कली क्मता को न नसफ्क ट्वलीकाि कि िहा है, बस्लक रह मानन  े
                       े
                                                                                                      कृ
                                                                       ू
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           बैंक खाते में आई 500-500 रुपये की वकश्ों              को मजबि हयुआ है नक रह नरा भाित है नजसकली साट्कनतक औि
                                                                                                       ू
                                                                                ृ
                                                                 पािंपरिक नविासत समधि है औि वह जो ्ठान ले उसे पिा किके
             ने सहारा फदया तो बाद िें स्शनतध योजना से
                                                                 हली दम लेता है। रह नरा भाित है नजसमें क्मता भली है, साम्थरया भली
                        े
              सहायता लकर िल की रेहडी लगाकर वह
                                                                        ृ
                                                                 है औि समनधि भली है। इस नए भाित के नेतृतव कली पहचान नवकास
                         स्ामभिान से जीवन जी रही ह।   ैं
                                                                    े
                                                                 के क्त्र में अभूतपवया परिवतयान से है तो उसे साकाि किने में 130
                                                                             ू
                                                                 किोड़ देशवानसरों का दृढ़ संकलप है जो ट्वचछता से लेकि आपदा
                                                                 औि भाित को आतमननभयाि बनाने कली मयुनहम को जन आंदोलन में
                                                                 बदल देता है।
          10  न्यू इंडि्ा समाचार | 1-15 जन 2022
                            यू
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