Page 36 - NIS Hindi 01-15 March 2022
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देि संसद में प्रधानमंत्री का संबोधन
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मैं त़ो राजय से भी आग्ह करूंगा लक वे भी ढूढ-ढूढ करके ऐसे कमपिाइलसस
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खतम करें। देश के नागररकों क़ो परेशानी ह़ो रही है, उसक़ो समलझये आप
ि़ोग। आज देश में इस प्कार के बैररयसति ह्टाये जा रहे हैं।इसी क़ोऱोना
काि में चाहे कॉप 26 का मामिा ह़ो, चाहे जी20 समूह का क्त्र ह़ो या चाह े
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समाज जीवन के अंदर अनेक-अनेक लवषयों में काम करना ह़ो, चाहे दलनया
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के 150 देशों क़ो दवाई पहंचाने की बात ह़ो, भारत ने एक िीडरलशप ऱोि
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लिया है। आज भारत की इस िीडरलशप की दलनया में चचाति है।
महंगाई पि...
महंगाई देश के सामानय मानवीय से सीधा जड़ा हुआ मुद्ा है। और हमारी
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सरकार ने, एनडीए सरकार ने पहिे लदन से सतक्क और संवेदनशीि रहकर
इस मसिे क़ो बारीकी से फाइनि करने का प्यास लकया है। और इसलिए
हमारी सरकार महंगाई लनयंत्रण क़ो अपनी लवत्तीय पॉलिसी का प्ाथलमक
िक्य बनाया। सामानय मानवीय के लिए, खासकर गरीब के लिए, महंगाई
बदातिशत की सीमा से बाहर ना ह़ो और महंगाई क़ो लनयंत्रण में रखने के लिए
हमने कया लकया ये आंकड़े खुद बता रहे हैं।
िोजगाि पि…
इस सदन में आदरणीय सदसयों ने ऱोजगार के संबंध में भी कु् महतवपणति
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बातें उठाई हैं। कु् ि़ोगों ने सुझाव भी लदये हैं। लकतने जॉबस लक्रए्ट हुए
हैं, ये जानने के लिए ईपीएफओ पेऱोि सबसे लवशवसत माधयम माना जाता
संघीय संिरना के श्रेष््ठ उदाहि्ण पि... है। साि 2021 में िगभग एक कऱोड़ बीस िाख नए ि़ोग ईपीएफओ के
्मैं कि सकता िूं हक ्ि पूरा कोरोना काल खंड एक पेऱोि से जड़े। ये सारे फॉमतिि जॉबस हैं। और इनहीं में भी 60-65 िाख
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प्कार से संघमी् संररना का उत्त्म उदािरण िरै। एक 18-25 साि की आयु के हैं, इसका मतिब ये हुआ लक ये उम्र पहिी जॉब
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प्धान्मंत्मी के एक का््चकाल ्में ्मयुख््महत््ों के साथ 23 की है। यानी पहिी बार जॉब माक्ट में उनकी एंट्ी हुई है। ररप़ो्ट्ड बताती ह ै
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बार ्ममीह्टंग करने का अवसर शा्द निीं आ्ा िोगा। लक क़ोऱोना की पहिे के तिना में क़ोलवड प्लतबंध खिने के बाद हायररंग
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्मयुख््महत््ों के साथ 23 ्ममीह्टंग कमी गईं और हवसतार से
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ररा्च कमी गईं। ्मयुख््महत््ों के सझाव और भारत सरकार द़ो गुनी बढ गई है। नेसकॉम की ररप़ो्ट्ड में भी यही ट्रेंड की चचाति है। इसके
के पास जो जानकारर्ां थीं, उस्में ह्मल-जल कर हवसतार अनुसार 2017 के बाद प्तयक्-अप्तयक् 27 िाख जॉबस आई्टी सेक्टर में
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से ररा्च करके रणनमीहत बनाना और सबको ऑन बोड्ड ले और ये लसफ्क शसकि की दशष्ट से नहीं, उससे ऊपर के िेवि के ि़ोग ह़ोत े
कर रलना और रािे केंद् सरकार िो, राज् सरकार िो हैं लजनक़ो ऱोजगार प्ापत हुआ है। मैनयफैकचररंग बढने की वजह से भारत
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्ा सथानमी् सवराज कमी संसथा कमी इकाइ्ां िों, सबने ह्मल के गि़ोबि एकसप़ो्ट्ड में वलद्ध हुई है और उसका िाभ ऱोजगार के क्त्र में
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कर प््ास हक्ा िरै। ि्म इसको देश कमी ताकत ्मानते सीधा-सीधा ह़ोता है।
िैं। ऐसे िमी 100 आकांक्मी हजले ि्मने राज्ों सरकारों से
बात कर रयुने। एक राज् को छोड सभमी ने इसे सवमीकार मपहला सि्िीकि्ण पि…
हक्ा। सबने ह्मलकर इतने उत्त्म पररणा्म हदए िैं हक कई मलहिाओं के सशकतीकरण भी हमारे लिए प्ाथलमकता है। भारत जैसे देश
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परा्ममी्टर ्में ्ि हजले अपने राज् के औसत से भमी आगे में 50 प्लतशत आबादी हमारी लवकास यात्रा में 'सबका प्यास' का लवषय है।
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हनकल गए िैं। पिले कमी तलना ्में रार गना ज्ादा जनधन हमने म्टरलन्टी िीव बढाई ज़ो एक प्कार से मलहिाओं के सशकतीकरण का
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एकाउं्ट खोलने का का्म हक्ा िरै। िर पररवार ्में शौराल् और पररवार के सशकतीकरण का प्यास है। ब्टी बचाओ - ब्टी पढाओ, आज
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ह्मले, हबजलमी ह्मले, इसके हलए भमी उत्त्म का्म इन हजलों उसका पररणाम है लक लिंगानुपात में ज़ो हमारे यहां असंतिन था उसमें काफी
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पर सभमी राज्ों ने हक्ा िरै। ्मैं स्मझता िूं ्िमी संघमी् ढांरे अच्ी शसथलत में हम पहंच गए हैं। आज एन.सी.सी. में हमारी बल्टयां हैं। सेना
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का उत्त्म उदािरण िरै।
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में हमारी बल्टयां हैं, वायु सेना में बल्टयां हैं। नौसेना में हमारी बल्टयां हैं। तीन
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तिाक की क्रकूर प्था क़ो हमने खतम लकया। n
34 न्यू इडिया समाचार | 1-15 माच्च 2022
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