Page 14 - NIS Hindi 16-30 September,2022
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आवीरे्ण कथा नए भारेत की ्संकल्प यात्ा





                                  ु
            बदलते नारेे, र्वीका्स की बर्नयाद
            अमूमन नािचों को लेकि एक धािणा होतली है नक उसे आकषयाक बनार्ा जाए,   अिृत र्ञात्रञा और िर्ञा भञारत
                                े
                              े
            जो लोगचों कली जुबां पि चढ़। लनकन मोदली सिकाि ने नवकास कली गनत औि   आजादी के 100 वर््ष होने पर देश कैसा होगा, इसे लेकर देश बड़़े
                                             े
            कुछ खास संदेश के साथ हि साल नए नािे गढ़। मोदली सिकाि का कोई   संकल्पों पर काम कर रहा है। इन संकल्पों की पूर््त के र्लए
                                                                                                      ्ष
                                        ें
            भली नािा अनार्ास नहीं था। पहले साल म “साल एक, शुरुआत अनेक”   'जय अनुसंधान', इस उद््घोर् के ध्वजवाहक आप युवा इनोवेटस्ष
                                                                        ृ
            नािा देकि काम शुरू किने कली बात कली तो दूसिे साल म “मिा देश बदल   ह। अम्तकाल का ये 25 वर््ष का कालखंड अभ्तपव्ष संभावनाए  ं
                                                                    ैं
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                                                  ें
            िहा है, आगे बढ़ िहा है” से देश म बदलाव औि नवकास कली गनत बढ़न  े  लेकर आया है। ये संभावनाएं और ये संकल्प सीधे-सीधे युवाओं
                                    ें
                                                                                              ें
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            का संदेश नदर्ा। तलीसिे साल के जश्न के व्तत नोटबंदली जैसे िसले के   के भर्वष्य से भी जुड़़े ह। अगले 25 वर््ष म युवाओं की सफल्ता
            बाद “साथ है, नवश्वास है…, हो िहा नवकास है” के नािे ने जनता के साथ   ही भार्त की सफल्ता को ्तय करेगी। लाल र्कले की प्ाचीर स  े
                                                        ें
            औि नवश्वास के साथ नवकास का संदेश नदर्ा। चौथे साल म “साि   प्धानमंत्ी ने आकांक्ी समाज की एक नई अवधारणा सामन  े
                                                                   रखी। र्जसका उद्श्य स्पष्ट है र्क आकांक्ा से भरा समाज बड़़े
                                                                               े
            नलीर्त, सहली नवकास” से सिकाि कली साि नलीर्त पि भिोसे का संदेश   बदलाव का वाहक बन्ता है क्योंर्क उसके मन-मस्स््तष्क म  ें
            नदर्ा। “सबका साथ, सबका नवकास औि सबका नवश्वास” का नािा   उम्मीद, चुनौर््तयां, अवसर और एक दृढ इच््छाशस्क््त हो्ती है।
                                                                        ें
            सिकाि का मूल मंत्र बना तो लाल नकले से प्रधानमत्रली ने उसम जन-जन   र्जस ्तरह 60-70 के दशक म हरर्त क्ांर््त से भार्त ने अपना
                                                      ें
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            के प्रर्ास को जोड़ा औि नर्ा नािा नदर्ा- “सबका साथ, सबका नवकास,   सामर्य्ष र्दखाया और र्कसानों ने अन्न के मामले म भार्त को
                                                                                               ें
                                                          ें
            सबका नवश्वास औि सबका प्रर्ास”। हि वषया को िाष्ट् के नवकास म नर्ा   आत्मर्नभ्षर बनाया। अब बी्ते कु्छ वर्षों म इंफ्ास्ट्रक्चर क्ांर््त की
                                                                        ें
            आर्ाम जोड़ने वाला बनार्ा औि हाल हली म 8 वषया पिे होने को प्रधानमत्रली   र्दशा म देश ने ्तेजी से कदम आगे बढ़ाया है। चाहे स्वास्र्य क्ेत्
                                                           ं
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            ने सेवा, सुशासन औि गिलीब कल्र्ाण को समनपयात बतार्ा।    हो या र्डर्जटल, ्तकनीकी क्ेत् हो या क्म्ता की पहचान, कृर्र्
                                                                                             े
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                                                                   क्ेत् हो या र्शक्ा और रक्ा का क्ेत्, प्त्यक सेक्टर को आधर्नक
            अमृत ्संकल्प: ्सबका प्रया्स औरे जनभागीदारेी            बनाने पर जोर र्दया जा रहा है जो हर रोज नए अवसर भी
            जनसहभानगता  र्ानली  सबका  साथ,  सबका  नवकास,  सबका  नवश्वास   लेकर आ रहा है। ड्ोन टक्ोलॉजी, टली-कंसल्ट़ेशन, र्डर्जटल
                                                                                            ़े
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            औि सबका प्रर्ास का हली परिणाम है नक स्वच्छ भाित से शुरू हुआ   इंस्टीट्ूशन्स, वचअल सोल्यशन्स, इन सभी म सर्व्षस से लेकर
                                                                                                      े
                                                                                             ैं
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            नसलनसला, निनजटल इनिर्ा, मेक इन इनिर्ा से होकि आत्मननभयाि भाित   मैन्यफैक्चररंग ्तक बह्त संभावनाएं ह। जैसे युवा ख्ती और
                                       ं
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            औि वोकल िाि लोकल पि पहंच गर्ा, नजसे लोगचों ने हली जनांदोलन बना   हेल््थ सेक्टर म ड्ोन टक्ोलॉजी के उपयोग को बढ़ावा देने के
                                  ु
                                                                                ू
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            नदर्ा। प्रधानमत्रली मोदली कली कार्शैलली म लोगचों कली जरूित को समझना   र्लए नए-नए सोल्यशन्स पर काम कर रहे ह ्तो र्संचाई के
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                                                                                                   ें
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            सबसे महत्वपणया है। वे सिकाि र्ा िाजनलीनत म भली कोई ननणयार् लेने स  े  उपकरणों-नेटवक्क को स्माट्ट बनाने की र्दशा म संभावनाओं को
                                             ें
                                                                         ें
                                                                   य्था्थ्ष म बदलने का प्यास हो रहा है।
            पहले सलीधे लोगचों कली सोच के साथ जुड़ने कली कोनशश किते ह। जब इस
                                                      ैं
                           ू
            तिह का अध्र्र्न पिा हो जाता है तभली वे आगे कली िणनलीनत पि काम
                                                         े
                             ैं
            कि उसे साकाि किते ह। अगि हाल हली के कुछ उदाहिणचों को दख तो   हो र्ा पवपोत्ि र्ा जम्म-कश्मलीि, लद्ाख सनहत पिा नहमालर् का क्त्र
                                                           ें
                                                                                                   ू
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            कोनवि काल म उन्हचोंने आत्मननभयािता कली ऐसली मनहम छेड़ली जो लोगचों के   हो, तटवतजी क्ेत्र हो र्ा निि आनदवासली अंचल, र्ह भनवष्र् म भाित कली
                                              ु
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            नदलो-नदमाग पि छा गई। लोग लॉकिाउन कली वजह से घिचों म बंद थ  े  नवकास र्ात्रा का बहुत बड़ा आधाि बन िहे ह। ैं
                                                        ें
            औि ऐसे समर् म हि व्र्श््तत अपने सलीनमत संसाधनचों म नजंदगली को कैस  े  चाहे  नवश्व  स्तिलीर्  इंफ्ास्ट््तचि  हो,  नशक्ा,  स्वास्र्र्,  पोषण,
                        ें
                                                  ें
            आगे बढ़ा सकता है इसली को ध्र्ान म िखते हुए कोनवि के नखलाि जंग   सड़क,  िोजगाि  से  जड़ली  र्ोजनाओं  को  प्राथनमकता  हो,  गांव-
                                     ें
                                                                                  ु
            लड़ िहा था। र्ह भली एक तर्र् है नक 25 माचया से लॉकिाउन शुरू हुआ   गांव को ऑश्प्टकल िाइबि से जोड़ना हो र्ा इनोवेशन को बढ़ावा
            औि 26 माचया को 1.7 लाख किोड़ रु. कली गिलीब कल्र्ाण र्ोजना शुरू   देने के साथ र्ुवा आकांक्ाओं कली पनतया हो जल, थल, नभ, हि क्त्र
                                                                                           ू
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            कि दली गई। र्ानली मुकम्मल िणनलीनत औि सोच के साथ काम किने कली   म देश ने असाधािण स्पलीि औि स्केल पि काम किके नदखार्ा है।
                                                                  ें
            मोदली कली अपनली एक अलग शैलली है।                     अब जब भारोि स्विंत्रिा के 75 वर््ष परोे करो 25 वर्षों की अमि
                                                                                              ू
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                कद् सिकाि र्ह सुननश्श्चत कि िहली है नक समाज कली नवकास र्ात्रा   यात्रा शुरू करो शिाब्दी वर््ष के तलए स्वतण्षम संकल्प ले ्चुका है,
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            म कोई व्र्श््तत, वगया न छटे, कोई भू-भाग, देश का कोई कोना भली पलीछे   िब आइए जानिे ह तक प्रधानमत्री नरोद्र मोदी के ऐसे महत्वपण्ष
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            नहीं छटना चानहए। नवकास सवािंगलीण होना चानहए। देश के ऐसे क्ेत्रचों   तनण्षय जो बन गए ह अमि यात्रा का आधारो औरो अमि काल के
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                                                                                ैं
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            को आगे लाने के नलए नपछले 8 वषषों म प्रर्ास नकए गए ह। पवजी भाित   संकल्प को साकारो करोने का तवकासरूपी संस्कारो...
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              12  न््ययू इंडि्या समाचार   16-30 डसतंबर 2022
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