Page 15 - NIS Hindi 16-30 September,2022
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आवीरे्ण कथा नए भारेत की ्संकल्प यात्ा
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आपदञा को अविर बिञाकर भञारत
आत्िसिभ्षरतञा की रञाह पर
सदी ्की सबसे बड़ी महामारी ्का खौि सब िरि िैला था, िभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मई, 2020 ्को
राष्टट्र ्के नाम संबोधन में 21वीं सदी ्को भारि ्की सदी बनाने ्के तलए आर्मतनभ्यर भारि ्का आह् वान त्क्त्ा।
हर स्िर पर संवाद त्क्त्ा, व््त्ापारर्त्ों और उर्पाद्कों ्के तलए ्कानूनी बाधाएं ह्टाईं, 20 लाख ्करोड़ रुप्त्े ्का
आर्मतनभ्यर भारि पै्केज तद्त्ा, तजस्का असर उर्पादन और तन्त्ा्यि ्के आं्कड़ों में साि तदखने लगा है।
भार्त आज वैस्श्वक स््तर पर दूध उत्पादन में 21
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फीसदी भागीदारी के सा्थ सबसे बड़ा उत्पादक, चीनी
का सबसे बड़ा उत्पादक, गेहूं और म्छली उत्पादन
का दूसरा और अंडा उत्पादन का ्तीसरा और कॉफी
उत्पादन में दुर्नया का 7वां सबसे बड़ा देश।
आजादी के बाद र्नया्ष्त 600 गुना बढ़ा। 2021-2022 में
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कुल र्नया्ष्त 674 अरब डॉलर का रहा र्जसमें वस््त ु
र्नया्ष्त करीब 420 अरब डॉलर और सेवा र्नया्ष्त 254
अरब डॉलर का रहा।
मोबाइल के आया्त से आठ वर्षों में 5.5 अरब डॉलर
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(2021-22 में) के मोबाइल र्नया्ष्त ्तक पहुंचा।
2013 में 124 करोड़ रुपये का शहद र्नया्ष्त हुआ ्था जो फैशि ब्ञांि बि गर्ञा खञादी
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2022 में 309 करोड़ रुपये पहुंचा। र्वश्व में, भार्त शहद गुजराि में मुख््त्मंत्री रहिे 2003 में खादी ्की ल्स्थति सुधारने ्के तलए
उत्पादन मे 8वें और र्नया्ष्त में 9वें नंबर पर है। ‘खादी िॉर नेशन’ और ‘खादी िॉर िैशन’ पर जो ्काम शुरू त्क्त्ा,
उसे 2014 में प्रधानमंत्री बनने पर ‘खादी िॉर ट्रांसिॉमवेशन’ ्का
2021-22 में ररकॉड्ट 70 लाख टन गेहूं, 1 र्बर्लयन
n सं्क्पप जोड़्कर बढ़ा्त्ा। खादी से जुड़ी समस््त्ाएं दूर ्कीं, देशवातस्त्ों
अमेररकी डॉलर का कॉफी र्नया्ष्त। चीनी का दूसरा ्को खादी ्के उर्पाद ्के तलए प्रोर्सातहि त्क्त्ा। खादी ्टॉप िैशन ब्ांड
सबसे बड़ा र्नया्ष्तक देश। बना। तपछले 8 वर् में तबक्री 4 गुना बढ़ी। भारि में पहली बार खादी
्य
खाद्ान उत्पादन में आजादी के बाद 6 गुना वृर्धि, और ग्ामोद्ोग ्का ्टन्यओवर 1 लाख ्करोड़ रुप्त्े पहुंचा। पौने दो
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(2021-22) में 314.51 र्मर्लयन टन का उत्पादन। ्करोड़ नए रोजगार बने।
पीपीई सकटि और एि-95 िञास्क:
21्वीं सदी को भारत की सदी बिािे शून्र् िे सशखर तक पहुं्चे हि
के सपिे को पूरा करिे के नलए यह सुनिश््चचत
करते हुए आगे बढ़िा है नक देश आत्मनिभ्षर ्कोतवड-19 ्की दस्ि्क हुई िो देश में पीपीई त्क्ट ्का उर्पादन न
हो जाए। अब लोकल उत्पादनों का ग्व्ष से ्के बराबर होिा था। अब भारि पीपीई त्क्ट बनाने वाला चीन ्के
प्रचार करिे और लोकल उत्पादनों को ्वैश््च्वक बाद दुतन्त्ा ्का दूसरा सबसे बड़ा देश है। पीपीई बॉडी ्कवरॉ्पस ्की
बिािे में मदद करिे का समय आ गया है।” उर्पादन षिमिा प्रतितदन 4.5 लाख और एन-95 मास््क ्की उर्पादन
-िरेंद्र मोदी, प्रधािमंत्री षिमिा 32 लाख प्रतितदन पहुंच गई है।
न््ययू इंडि्या समाचार 16-30 डसतंबर 2022 13