Page 29 - NIS Hindi 16-30 September,2022
P. 29
आवीरे्ण कथा नए भारेत की ्संकल्प यात्ा
17
उज्जवलञा-सगव इटि अप
एक करो़ि लोगों ने छो़िी गै्स ्सल््ध्सडी,
धिुआं मुक्त र्सोई की ओर कदम...
ू
डब्ल्यएचओ के अिुसार भारत म रसोई के धुएं की ्वजह से करीब
ें
5 लाख लोगनों की हर साल मौत होती थी। एलपीजी को संपन्न
्वग्ष की पहचाि मािा जाता था। तब 'पहल', 'नग्व इ्ट अप' के
ु
ें
साथ रखी गई उज्ज्वला के रूप म धुआं म्तत रसोई की िीं्व...
रे
ें
रे
n 2014 मे 'पिल' योजना स फजजी कनक्शनों की
रे
ें
्च
पिचान की गई। मेाच 2015 मे पीएमे मेोदी न 'हगव
रे
ं
इट अप' क जररेए सपन्न लोगों स एलपीजी सब्सिडी
रे
छोड़न का अाग्ि हकया, ताहक बच हुए पस स रे
रे
ै
रे
रे
जरूरेतमेद तक एलपीजी पहुचाई जा सक।
ं
रे
ं
रे
रे
रे
रे
n 1 करेोड़ स ज्ादा लोगों न स्च्ा स सब्सिडी छोड़ी
तो 1 मेई 2016 को पीएमे मेोदी न उज्ज्ला योजना
रे
की शरुआत करे दी। इसक तित गरेीबों को हन:शल्क
रे
ु
ु
ैं
रे
रे
एलपीजी कनक्शन हदए जात ि।
िभी र्रों िें स्वच्छ ईंधि मंुशी प्रेमचंद िे 1933
आंकड़़े: एलपीजी उपभो्तता करोड़ म ें 30.53
में एक कहािी नलखी
थी, ईदगाह। इसका
े
एलपीजी कि्तशि दिे की मुख्य नकरदार एक छो्टा
े
शुरूआत 1965 म की गई। इसी
ें
साल 2000 किे्तशि नदए गए थे। 11.49 बालक हानमद मेले में
5.78 नमठाई ि खाकर दादी के
0 0.31 1.62 नलए नचम्टा खरीद कर
लाता है, तानक दादी के
1947 1965 1980 1990 2001 2010 2022 हाथ खािा बिाते समय
ि जल जाएं। अगर एक
े
उज्ज्वला योजिा में 9.34 करोड़ िए एलपीजी कि्तशि
n हानमद यह कर सकता
नदए गए। करीब-करीब शत प्रनतशत एलपीजी क्वरेज है तो देश का प्रधािमंत्री
े
तक पहुंच चुके हैं। देश में करीब 31 करोड़ गैस कि्तशि
है, जबनक 2014 में नसर् 14 करोड़ थे। ्तयनों िहीं कर सकता।
्क
अब 75% से ज्यादा घरनों में पाइप से गैस पहुंचािे के -िरेंद्र मोदी, प्रधािमंत्री
n
लक्षय पर देश काम कर रहा है।
न््ययू इंडि्या समाचार 16-30 डसतंबर 2022 27