Page 31 - NIS Hindi 16-30 September,2022
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आवीरे्ण कथा नए भारेत की ्संकल्प यात्ा
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बजोटि िुधञार
िे बदली देश
की सदशञा
बजट पेश करने की लीक वाली परंपरा
n
्तोड़कर मोदी सरकार ने क्ांर््तकारी पहल
की। बजट पेश करने की र््तर््थ को र्वत्त
वर््ष 2017-18 से 28 फरवरी की जगह 1
फरवरी र्कया गया ्तार्क यह पहले ही
संसद से पारर्त हो जाए।
21 र्स्तंबर 2016 को कैर्बनेट ने इस सुधार
n
को मंजूरी दी और रेल बजट का आम
बजट के सा्थ ही र्वलय र्कया गया।
पूव्ष में हो्ता यह ्था र्क फरवरी के अंर््तम
n
काय्ष र्दवस पर संसद में बजट पेश र्कया
बजोटि वेसबिञार जा्ता ्था और बजट पास हो्ते-हो्ते मई के
पहले-दूसरे सप््ताह ्तक र्वधायी प्र्क्या
कोर्वड काल में आम बजट के बाद सारे र्ह्तधारक- र्नजी, साव्षजर्नक,
n जारी रह्ती ्थी, र्जससे बजट की बड़ी रार्श
राज्य-केंद्र सरकार, र्मलकर सरकार के र्भन्न- र्भन्न र्वभागों से संवाद खच्ष नहीं हो पा्ती ्थी।
की नई परंपरा प्धानमंत्ी ने शुरू की ्तार्क बजट को जल्दी से जल्दी
जमीन पर सहज्ता से उ्तारें और अर्धक्तम पररणाम र्मले। n इ्तना ही नहीं, र्वत्त वर््ष के शुरुआ्ती दो
महीने के खच्ष के र्लए सरकार को संसद
इन सुधारों से ऐर््तहार्सक बजट ‘न्यू इंर्डया’ की नींव को मजबू्त करने
n
से लेखानुदान पारर्त कराना पड़्ता ्था।
्ष
और भार्त को आर््थक महाशस्क््त के ्तौर पर उभारने का र्वजन इस सुधार से लाभ यह हुआ र्क पहली
दस््तावेज बनकर उभर रहा है। र््तमाही में ही कुल खच्ष में बढ़ो्तरी र्दखने
लगी।
अब हमिे बज्ट एक महीिा पहले नकया है।
n बजटीय सुधार के इस उपाय से मंत्ालयों
एक महीिे पहले करिे का मतलब है मुझे देश और र्वभागों को भी र्वत्त वर््ष की शुरुआ्त
की आनथ्षक व्य्वस्था को एक महीिे पहले से ही पूण्ष बजट उपलब्ध कराने में मदद
दौड़ािा है। – िरेंद्र मोदी, प्रधािमंत्री र्मल्ती है र्जससे योजनाओं के र्क्यान्वयन
में पूरे वर््ष ्तेजी रह्ती है।
न््ययू इंडि्या समाचार 16-30 डसतंबर 2022 29