Page 22 - NIS Hindi February 01-15,2023
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आ्रण कथवा  पोषक अनवाज: अग्णी भवारत

















                                                     ि
                           भारत में मोटे अ
                           भारत में मोटे अिाज: तथय और आंकड़े
                                                                       और आंकड़े
                                                                   य
                                                         ाज: तथ
              भािि सामानर िौि पि उगारे जाने वाले सभली नौ मोटे अनाजों   मूलर के मोटे अनाज के उतपादों का ननराि नकरा। वषया
                                                                                                या
              का उतपादन कििा है औि दुननरा में मोटे अनाजों का सबस  े  2020-21 में 26.97 नमनलरन िॉलि के मोटे अनाजों
                                            या
                                                                        या
              बड़ा उतपाद औि पांचवा सबसे बड़ा ननरािक है। भािि के    का ननराि नकरा गरा था।
              अनधकांश िाजरों में एक रा एक से अनधक मोटे अनाजों कली    2020 के नप्ले 5 वषशों के दौिान भािि से मोटे अनाज
              प्रजानिरां उगाई जािली हैं।                         का ननराि लगभग 3 प्रनिशि सलीएजलीआि से लगािाि बढ़ा
                                                                       या
              भािि ने 2021-22 में मोटे अनाजों के उतपादन में 27 प्रनिशि   है।
              कली वनधि दजया कली।                                  एनशरा  औि  अफ्लीका  मोटे  अनाज  फसलों  के  प्रमुख
                  ृ
              भािि में मोटे अनाज के प्रमुख उतपादक िाजर हैं- िाजसथान,   उतपादन औि उपभोग के केंद् हैं। भािि, नाइजि, सूिान
              उत्ि  प्रदेश,  हरिराणा,  गुजिाि,  मधर  प्रदेश,  महािाषट्र,   औि नाइजलीरिरा मोटे अनाजों के प्रमुख उतपाद देश हैं।
              कनायाटक, िनमलनाि, आंध्र प्रदेश औि िेलंगाना।         जवाि औि प्रोसो बाजिा (सामानर बाजिा) क्रमश: 112
                             ु
              िाषट्रलीर खाद्य सिक्ा नमशन (एनएफएमएस) कारक्रम के   औि 35 देशों में सबसे अनधक उगारे जाने वाले मोटे अनाज
                                                    या
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              िहि एनएफएमएस-पोषक आज, 14 िाजरों के 212 नजलों       हैं। जवाि औि बाजिा 90% से अनधक क्त्र औि उतपादन
                                                                                               े
              में लागू नकरा जा िहा है।                           को कवि कििे हैं। शेष उतपादन िागली (नफंगि बाजिा),
                                        ृ
              भािि में मोटे अनाज मूलर-वधयान शखला में 500 से अनधक   चलीना (प्रोसो बाजिा), फॉकसटेल बाजिा (कंगनली) औि
                                        ं
              सटाट्टअप कारयािि हैं, जबनक भाििलीर कृनष अनुसंधान संसथान   अनर गैि पृथक बाजिा से आिा है।
              ने िाषट्रलीर कृनष नवकास रोजना ि्िाि के िहि 250 सटाट्टअप    दुननरा में मोटे अनाज आराि किने वाले प्रमुख देश
                                                                      े
                                                                  ं
              को सहरोग नदरा है।                                  इिोननशरा, बसलजरम, जापान, जमयानली, मसकसको, इटलली,
                                                                                               ै
                                                                            े
              भािि  ने  2021-22  के  दौिान  34.32  नमनलरन  िॉलि   अमेरिका, नबटेन, बाजलील औि नलीदिलैंि हैं।
                                                                       षे
                                                      षे
                                 भारत में उगाय जान वाल मुख्य मोट अनाज ह         ैं
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                        बाजरा (60%), ज्ार (27%), रागी (11%) और छोटा बाजरा (2%)।
                                         (अनुमान 2021-22 क अनुसार)
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                   छोटा बाजरा                रागी                 जवार                   बाजरा




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