Page 41 - NIS Hindi 01-15 March,2023
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राष्टट्र कृष्टणगुरु एकनाि अखींड कीत्षन
ृ
कष्णगुरु एकनाम अखंि कीतथ्यन में प्रिानमंत्ी का संबोिन
का
गोमोशा
असम के गोमोशा का आकर््षण बढ़िे
असम
के
ि
े
बढ़
आकर््षण
स े रोजगार म ें ें हो रही बढ़ोतरी
से रोजगार म हो रही बढ़ोतरी
हपछले कुछ वषषों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोिरी के नेतृत्व में हिस गहत से ल्घु और सूक्षम उद्ोगों को बढ़ावा हिया िा रिा
िै उससे न हसफ्फ िेश करी आहथणिक व्यवस्था सुिृढ़ िो रिरी िै बक्र्क िेश करी महिलाओं को सशक्त और आत्महनभणिर
बनाने में बिुत मिि भरी हमल रिरी िै। असम में बनाए िा रिे गोमोशा का हिक्र करते िुए प्रधानमंत्री मोिरी ने किा
हक इससे बड़री संख्या में महिलाओं को रोिगार हमल रिा िै। तरीन फरवररी को प्रधानमंत्री मोिरी ने असम में हवश्व
कृ
शांहत के हलए आयोहित कष््णगुरु एकनाम अखंड करीतणिन को हकया संबोहधत...
प्र प्रधानमंत्रली निरि मोदली ने कहा जब असम के नशल्प कली प्रधानमंत्रली मोदली ने कहा नक कृष्णगुरु जली ने नवश्व शांनि के नलए हि
ें
बाि होिली है िब र्हां के ‘गोमोशा’ का नजक् अपने आप
12 वषया में एक माह के अखंि नामजप औि कलीियान का अनुष््ठान
हो जािा है। प्रधानमंत्रली मोदली ने अपना गोमोशा नदखािे हुए
कहा नक मुझे खुद ‘गोमोशा’ पहनना बहुि अच्छा लगिा है। शुरू नकर्ा था। अपने देश में िो 12 वषया कली अवनध पि इस ििह के
आर्ोजनरों कली प्राचलीन पिंपिा िहली है। इस ििह के आर्ोजन का मुख्र्
उन्हरोंने कहा नक हि खूबसूिि गोमोशा के पलीछे असम कली मनहलाओं भाव िहा है व्र्ल्क्ि औि समाज में कियाव्र् बोध को पुनजथीनवि किना।
कली मेहनि होिली है। बलीिे आ्ठ से नौ वषषों में देश में गोमोशा को लेकि इस ििह के आर्ोजन में देश भि के लोग एक साथ एकनत्रि होिे हैं।
आकषयाण बढ़ा है, इसकली मांग में भली बढ़ोििली हुई है। इस मांग को पूिा नपछले 12 वषषों में जो कुछ हुआ उसकली समलीषिा होिली थली, वियामान
किने के नलए बड़ली संख्र्ा में मनहला स्वर्ं सहार्िा समूह सामने परिल्स्थनिर्रों का मूल्र्ांकन होिा था औि भनवष्र् कली रूपिेखा िर्
आए हैं औि इन समूहरों में बड़ली संख्र्ा में मनहलाओं को िोजगाि नमल कली जािली थली। 12 वषया पि हो िहा कृष्णगुरु एकनाम अखंि कलीियान
िहा है। अब र्ह सहार्िा समूह आगे बढ़कि देश कली अथयाव्र्वस्था भली ऐसली हली सशक्ि पिंपिा का सृजन कि िहा है। र्ह
कली िाकि बनेंगे। मनहलाओं कली आर् उनके सशक्िलीकिण का कलीियान पूवयोत्ि कली नविासि औि आध्र्ाल्त्मक चेिना
माध्र्म बने इसके नलए इस बाि के बजट में 'मनहला सम्मान से नवश्व को परिनचि किा िहा है। कृष्णगुरु जली कली
सेनवंग सनट्डनफकेट' र्ोजना कली शुरुआि कली गई है। नवलषिण प्रनिभा औि उनका आध्र्ाल्त्मक बोध
कृष्णगुरु एकनाम अखंि कलीियान को संबोनधि कििे हुए उनसे जुड़ली हैिान कि देने वालली घटनाएं ननििि
ं
प्रधानमंत्रली निरि मोदली ने कहा नक मुझे खुशली है नक ज्ञान, प्रेिणा देिली हैं। कृष्णगुरु जली ने नसखार्ा नक कोई
ें
सेवा औि मानविा कली नजस प्राचलीन भाििलीर् पिंपिा को काम, कोई भली व्र्ल्क्ि न िो छोटा होिा है औि
कृष्णगुरु जली ने आगे बढ़ार्ा वो आज भली गनिमान है। न हली बड़ा होिा है। बलीिे आ्ठ-नौ वषषों
में देश ने इसली भावना से सबका
साथ सबका नवकास के नलए
ृ
कष्णगुरु जी ने शसखाया
समपयाण भाव से कार् नकर्ा
या
डक कोई काम, कोई भी
है। आज नवकास कली दौड़
व्यर्ति ना तो छोटा होता में जो नजिना पलीछे है देश
ै
ह और न ही बड़ा होता ह। के नलए वह प्राथनमकिा में
ै
बीते आठ-नौ वर्षषों में दश उिना हली ऊपि है। असम
े
ने इसी भावना से सबका हो र्ा उत्ि-पूवया, दशकरों
िक नवकास से वंनचि िहा
सार्, सबका ववकास क
े
था। आज देश असम औि
शलए समपथ्यण भाव से उत्ि-पूवथी िाज्र्रों के नवकास
ै
कायथ्य डकया ह।
को विलीर्िा दे िहा है। n
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