Page 22 - NIS - Hindi 01-15 September,2023
P. 22
आिरण िथा : 77 िां स्ि्तंत्र्ता कदिस समेारोह
भािि क प्रति कवश्
े
में एक नया कवश्ास
जी-20 िी अध्यक्ता िर रहे भारत ने लगभग 200 जगहों
े
पर आयोजन ि साथ दुधनया िो भारतीयता िा साक्ात्ार
मा
े
िराया है। आज दुधनया भारत ि सामर्थ से न िवील
े
पररद्चत हुई है, बल्कि आचियमाचकित भी है। राष्ट् प्थम िी
चेतना से भारत ि प्तत ववीश्व िा ववीश्वास बढ़ा रहा है...
े
राष्टट्ररी्य चेतना, एक ऐसा श्धद है जो हमें कचंताओं से मु्तत कर रहा
n
है। राष्टट्ररी्य चेतना ्यह कसद्ध कर रहरी है कक भारत का सबसे बड़ा कवश् भि में भािि की चेिना
सामर््य्य बना है भरोसा, जन-जन में हमारा क्वश््वास, जन-जन का क प्रति, भािि क सामर्थथ्य
े
े
सरकार पर क्वश््वास, जन-जन का देश के उज्ज्वल भक्वष्ट्य पर क प्रति एक नया आकर्थ्य्ण,
े
क्वश््वास और क्वश््व का भरी भारत के प्रकत क्वश््वास।
नया कवश्ास, नई आशा पैदा
आज देश में जरी-20 सकमट करी मेहमान न्वाजरी का भारत को
n हुई ही औि ये प्रकाश पंज जो
तु
ै
अ्वसर कमला है और कपछले एक साल से कहंदुस्तान के हर कोने
ै
्य
में कजस प्रकार से जरी-20 के अनेक ऐसे का्यक्म और आ्योजन भािि से उठा ही वो कवश् को
हुए कजसने देश के सामान््य मान्वरी के सामर््य्य, भारत करी क्वक्वधता उसमें अपने ललए ज्ोति नजि
से क्वश््व को पररकचत करा कद्या है। भारत करी डा्य्वकस्यटरी को आ िहीी ही। कवश् को एक नया
ै
दुकन्या अचम्भे से देख रहरी है। उसके कारण भारत के प्रकत कवश्ास पैदा हीो िहीा ही।
ै
आकर्ष्यण बढ़ा है।
n भारत को जानने करी, समझने करी इच्छा जगरी है। उसरी प्रकार से
आप देकखए, ए्तसपोट्ट, आज भारत का ए्तसपोट्ट तेजरी से बढ़ रहा कलए भरी अपनरी भूकमका अदा करें।
है। दुकन्या के ए्तसपट्टस इन सारे मानदंडों के आधार पर कह रहे
n कोरोना के बाद मैं देख रहा हूं, कजस प्रकार से संकट करी घड़री में
हैं कक अब भारत रुकने ्वाला नहीं है।
देश ने दुकन्या करी मदद करी उसका पररणाम है कक आज दुकन्या में
n दुकन्या करी रेकटंग एजेंसरी भारत का गौर्वगान कर रहरी है। कोरोना हमारा देश एक क्वश््व कमत् के रूप में है। क्वश््व के अटूट सार्री के
काल के बाद दुकन्या एक नए कसरे से सोचने लगरी है। रूप में देश करी पहचान बनरी है।
n हमारा राष्टट्ररी्य चररत्, क्वश््व मंगल के कलए सोचने ्वाला होना n भारत करी सोच कैसरी है, हम क्वश््व मंगल करी बात को कैसे आगे
चाकहए। हमें देश को इतना मजबूत बनाना है, जो क्वश््व मंगल के बढ़ाते हैं। अब देकखए, जब हम सोचते हैं तो ्त्या कहते हैं, हमने
20 न््ययू इंडि्या समाचार 1-15 डसतंबर 2023