Page 23 - NIS - Hindi 01-15 September,2023
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आिरण िथा : 77 िां स्ि्तंत्र्ता कदिस समेारोह
ग्ोबल साउथ की
आवाज बन िहीा भािि
हमने जरी-20 सकमट के कलए दुकन्या के सामने कहा है One
n
World, One Family, One Future इस सोच को लेकर चल
रहे हैं। हमने ्तलाईमेट को लेकर संकट से जूझ रहरी दुकन्या को
रास्ता कदखा्या है, लाइ्व कमशन लॉन्च कक्या है ‘Lifestyle For
Environment’। हमने International Solar Alliance
बना्या और आज दुकन्या के कई देश इसका कहस्सा बन रहे हैं।
n हमने bio diversity का महत््व देखते हुए Big Cat Alliance
करी व््य्वस्र्ा को आगे बढ़ा्या है। प्राकृकतक आपदा और ग्लोबल
्वाकमिंग के कारण इंफ्ास्ट्र्तचर का जो नुकसान होता है, उसके
कलए दूरगामरी व््य्वस्र्ाओं करी जरूरत है। इसकलए Coalition for
Disaster Resilient Infrastructure, CDRI एक समाधान
के रूप में दुकन्या को कद्या है।
n क्वश््व आज समुद्रों को संघर्ष्य का केंद्र बना रहा है, तब हमने दुकन्या
ै
को सागर का प्लेटर्ाम्य कद्या है। जो ्वक्श््वक सामुकद्रक शांकत करी
गारंटरी बन सकता है।
n हमने पारंपररक कचककत्सा पद्धकत को बल देते हुए WHO का एक
ग्लोबल ले्वल का सेंटर कहंदुस्तान में बनाने करी कदशा में काम कक्या
ु
है। हमने ्योग और आ्यर्ष के द्ारा क्वश््व क्क्याण और क्वश््व करी
स््वस्र्ता करी कदशा में काम कक्या है। आज भारत क्वश््व मंगल करी
मजबूत नीं्व डाल रहा है। इस मजबूत नीं्व को आगे बढ़ाना, हम
सबका काम है। हम सबकरी कजम्मेदाररी है।
n आप गौर्व करेंगे बदलते हुए क्वश््व को शेप देने में आज मेरे
दुकन्या के सामने ्ये दश्यन रखा है, और दुकन्या उस दश्यन को लेकर 140 करोड़ देश्वाकस्यों आपका सामर््य्य नजर आ रहा है। आप
हमारे सार् जुड़ रहरी है। कनणा्य्यक मोड़ पर खड़़े हैं।
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n हमने कहा एक सू्य्य, एक पृर््वरी, एक कग्ड। ररन््यअल एनजथी के n आज भारत ग्लोबल साउर् करी आ्वाज बन रहा है। भारत करी
क्षेत् में एक बहुत बड़ा हमारा statement है, आज दुकन्या उसको समृकद्ध, क्वरासत आज दुकन्या के कलए एक अ्वसर बन रहरी
स््वरीकार कर रहरी है। है। ग्लोबल इकोनॉमरी, ग्लोबल supply chain में भारत करी
कहस्सेदाररी, आज जो भारत ने कमा्या है, ्वो दुकन्या में क्स्र्रता करी
n कोक्वड के बाद हमने दुकन्या को कहा हमाररी ्ये approach होनरी गारंटरी लेकर आ्या है।
चाकहए One Earth, One Health समस््याओं का समाधान तभरी
होगा, जब मान्व को, पशु को, पौधे को बरीमाररी के सम्य में समान n अब न हमारे मन में, न 140 करोड़ मेरे परर्वारजनों के मन में और
रूप से address कक्या जाएगा, तब जाकर हम ्ये करेंगे। न हरी दुकन्या के मन में कोई ककंतु-परंतु है, क्वश््वास बन चुका है।
न््ययू इंडि्या समाचार 1-15 डसतंबर 2023 21