Page 21 - NIS Hindi 01-15 August,2023
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आवरण किा आवरण किा
अ्मृत ्महोत्सि अ्मृत ्महोत्सि
ए त्सरे से खुद को पररभात्षि कर रहे भारि असिस्मरणरी्य अमृत महोत्सि
में बदलाि की ऐसी अनत्गनि कहात्नयां भारिीय संस्ककृत्ि में कहा ्जािा है- “उत्सिेन त्बना यस्मात् स्थिापनम्
आ्जादी का अमृि महोत्सि की सारथिी बन आज 21िीं सदमी ्में दुवनया ततेजमी सते बदल रहमी त्नष्फलम् भिेत्” अथिा्णि, कोई भी प्रयास, कोई भी संकल्प त्बना
चुकी है। आ्जादी के आंदोलन के समय है। नई जरूरतों के वहसाब सते भारत के लोगों उत्सि के सफल नहीं होिा। एक संकल्प ्जब उत्सि का स्िरूप
न त््जस िरह ्जनसाधारण की सहभात्गिा लेिा है िो उसमें लाखों-करोड़ों लोगों की संकल्प शस्क्ि और ऊ्जा्ण
त्दखी थिी और चरखा, नमक, स्िदेशी ्जैसे प्रिीक ने ्जनमानस कमी आशाएं-अपतेक्ाएं भमी बढ़ रहमी हैं। जब ्जुड़ ्जािी है। इसी भािना ने 140 करोड़ देशिात्सयों को साथि
को स्ििंरििा के संग्राम से ्जोड़ा थिा, उसी िरह आ्जादी का अमृि ह्म आजादमी के 75िें साल ्में एक नए भारत लेकर, उन्हें साथि ्जोड़कर आ्जादी का अमृि महोत्सि मनाना
महोत्सि भारि के नित्नमा्णण का प्रिीक बनकर उभरा है। यह दो के संकल्प के साथ आगते बढ़ रहते हैं, तो इन शुरू त्कया। महत्िपूण्ण पड़ाि की ओर बढ़ रहे अमृि महोत्सि
िष्ण से अत्धक का कालखंड अत्िस्मरणीय यारिा का साक्षी बन संकल्पों को आगते बढ़ानते कमी वजम््मतेदारमी ह्मारमी में ्जनभागीदारी मूल भािना बनी। 15 अगस्ि 2023 िक मनाए
गया है। सही अथिगों में कहा ्जाए िो आ्जादी का अमृि महोत्सि संसद और विधानसभाओं पर भमी है। इसके ्जाने िाले इस अमृि महोत्सि की शुरुआि आ्जादी के 75 िष्ण
का मंथिन आ्जादी की ऊ्जा्ण का अमृि, नए त्िचारों का अमृि, नए पूण्ण होने से 75 सप्िाह पहले दांडी यारिा की िष्णगां्ठ पर 12 माच्ण
संकल्पों का अमृि और आत्मत्नभ्णरिा का अमृि बनकर त्िकत्सि वलए ह्में ई्मानदारमी और वनष््ठा सते वदन रात 2021 को हुई थिी। इस कालखंड में यह एक ऐसा अमृि बना ्जो
राष्ट् के संकल्पों का साधन बन गया है। इस कालखंड में देश का ्मतेहनत करनते कमी जरूरत है। ्जन-्जन को प्रत्िपल देश के त्लए ्जीने, देश के त्लए कुछ करने के
हर नागररक संकल्पों की त्सत्द्ध का त्सपाही बन चुका है। त््जनके त्लए प्रेररि कर रहा है। इस यारिा में आ्जादी के अनत्गनि संर्ष्ण,
त्लए देशत्हि ही सिवोपरर है क्योंत्क ्जब देश का भला होगा, िो - नरेंद्र ्मोदमी, प्रधान्मंत्मी अनत्गनि बत्लदानों की ऊ्जा्ण पूरे भारि में फैलिी चली गई। यह
सबका भला होगा। ्जब सबका भला होगा िो देश आगे बढ़रेगा। सब संभि हो पाया ्जनसहभात्गिा से। आ्जादी का अमृि महोत्सि
अमृि महोत्सि इस अनोखे संबंध का आधारस्िंभ बना है। अब ने ्जन सहभात्गिा के साथि आत्मत्नभ्णरिा को आंदोलन बनाया िो
अगले 25 िष्ण को अमृि काल का नाम देकर अमृि यारिा की कला-संस्ककृत्ि, गीि और संगीि के रंग भी खूब भरे। चाहे इनोिेशन
शुरुआि की गई है। इस यारिा में अपने साम्थ्य्ण के साथि प्रगत्ि के चैलें्ज हो, हर र्र त्िरंगा अत्भयान हो, राष्ट्गान हो या त्फर आ्जादी
त्लए अधीर भारि, आत्मत्नभ्णरिा की बुलंत्दयां छूने को संकल्पबद्ध के सेनानी, रंगोली प्रत्ियोत्गिा, हर ्जगह बच्ों, युिाओं से लेकर
है। आ्ज की त्िकास यारिा, कल के नए भारि की समृद्ध और मत्हलाओं िक की ्जन सहभात्गिा त्दखी। आ्जादी के अमृि
गौरिशाली त्िरासि के रूप में पररलत्क्षि होिी त्दख रही है। महोत्सि के इसी कालखंड में कोत्िड की दूसरी और िीसरी लहर
भारि के त्लए यह समय, यह कालखंड युिाओं का है। बीिे के कारण कत््ठन समय आया और कई काय्णरिमों को हाइत्रिड
9 िष्ण भारि के आत्मत्िश्िास को लौ्टाने के थिे िो आ्जादी का मोड में त्कया गया। छारिों द्ारा प्रधानमंरिी को पोस््टकाड्ट त्लखे
अमृि काल, अमृि पीढ़ी के संकल्प की त्सत्द्ध का है। प्रधानमंरिी गए, स्ििंरििा स्िर त््जसमें त्रित््टश द्ारा प्रत्िबंत्धि कत्ििाओं का
नरेंद्र मोदी के सुशासन का एक ही मंरि है। यह मंरि देश की कमाई संकलन हुआ, िंदे भारि नृत्य उत्सि, 1857 के प्रथिम स्ििंरििा
का त्िस्िार कर उस समृत्द्ध का लाभ हर भारिीय िक पहुंचाने का है। इसत्लए प्रधानमंरिी नरेंद्र मोदी कहिे भी हैं त्क आ्ज का नया संग्राम के स्मरण ्जैसे अनेकों काय्णरिम हुए। स्ििंरििा संग्राम के
भारि, युिा भारि है, बहुि सारी ऊ्जा्ण से भरा हुआ भारि है। 21िीं गुमनाम िीरों पर शोध और संकलन के काय्णरिम हों, मेरा गांि,
सदी के इस िीसरे दशक में हमारे पास ये स्ित्ण्णम काल आया है। मेरी धरोहर काय्णरिम हो, नागररकों के मन में नई ऊ्जा्ण का संचार
इस स्ित्ण्णम काल के हर सेकेंड का पूरा इस्िेमाल करना है। देश कर रहा है। अंिरराष्ट्ीय योग त्दिस, त्डत््ज्टल त््जला ररपॉत््ज्टरी,
उ ट प गु ब प ब ट औ ए ब ट ै । का कोई भी कोना, िे्ज त्िकास की त्कसी भी संभािना में पीछरे नहीं स्ििंरि स्िर ्जैसे काय्णरिमों ने ्जनभागीदारी को सुत्नस्श्चि त्कया।
उ ट प गु ब प ब ट औ ए बट ै।
भ ब प । अ बट भ बट । गु ब रहना चात्हए। इन्हीं संभािनाओं को बल देने के त्लए बीिे 9 िषगों प्रधानमंरिी नरेंद्र मोदी का अमृि महोत्सि और अमृि काल का
प उ ग ट ग ट ब में भारि सरकार ने त्िकत्सि भारि का आधार िैयार कर त्दया दृस्ष््टकोण बेहद स्पष््ट रहा है। इस महोत्सि की शुरुआि में ही
ब प उ ख प ु । है। अपनी इसी सोच के साथि भारि सरकार ने आ्जादी के 75 िष्ण उन्होंने ऐसा आधार बनाया त्क 15 अगस्ि 2023 को ्जब िे लाल
उ प । अब ब भ ै को एक ऐसा अनू्ठा प्रिीक बनाया है और राष्ट् को नए त्सरे से त्कले की प्राचीर से 10िीं बार त्िरंगा फहराएं, िब िक ये महोत्सि
ग । ै प प पररभात्षि करने के त्लए नई पहल, काय्णरिम और प्रत्ियोत्गिाओं पूरे भारि के त्लए उत्सि भर नहीं, बस्ल्क 2047 के भारि की
प ग भ प । ूप । प्रेरणा बन ्जाए।
प ु भ ै। के साथि भत्िष्य की यो्जना को आकार त्दया है, िात्क अगले 25
िष्ण यानी 2047 में ्जब भारि आ्जादी का शिाब्दी िष्ण मनाए िब अमृि महोत्सि की भव्यिा और सफलिा का मूल्यांकन इससे
भारि दुत्नया के शीष्ण पर स्थिात्पि हो। भी त्कया ्जा सकिा है त्क करीब 890 त्दन के इस आयो्जन में
18 न्ययू इंटडया समेाचार 1-15 अगस्त 2023 न्ययू इंटडया समेाचार 1-15 अगस्त 2023 19